बंगाल और बिहार जैसी दरिंदगी की घटना उत्तराखंड में भी घटी है। उत्तराखंड के एक अस्पताल में काम करने वाली नर्स का शव यूपी के रामपुर में मिला है। आरोप है कि अस्पताल से अपने घर जा रही नर्स की यौन उत्पीड़न कर हत्या कर दी गई। इस मामले में एक आरोपी को गिरफ़्तार किया गया है।
घटना उत्तराखंड के उधम सिंह नगर ज़िले के एक निजी अस्पताल में काम करने वाली नर्स के साथ घटी। 30 जुलाई को अस्पताल से वह निकली थी, लेकिन घर नहीं पहुँची। 8 अगस्त को उसका शव उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के उसके गांव से बरामद हुआ। इसके एक सप्ताह बाद बुधवार को एक दिहाड़ी मजदूर को गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार, आरोपी की पहचान बरेली के धर्मेंद्र कुमार के रूप में हुई है।
आरोपी ने कथित तौर पर ड्यूटी के बाद अकेली घर जा रही महिला नर्स को रोककर उसके साथ कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया और उसकी हत्या कर दी। महिला का सामान भी लूट लिया। नर्स के घर नहीं पहुँचने पर अगले दिन 31 जुलाई को नर्स की बहन ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
इसके एक सप्ताह बाद आठ अगस्त को उसका शव एक खाली प्लॉट पर मिला। आज तक की रिपोर्ट के अनुसार पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि महिला से रेप के बाद गला दबाकर उसकी हत्या की गई थी। पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगालना शुरू किया। साथ ही महिला के फोन का ईएमआई नंबर सर्विलांस पर लगया। सीसीटीवी फुटेज खंगालने के दौरान पुलिस को संदिग्ध युवक दिखाई दिया जो उसके पीछे-पीछे जाता हुआ दिखाई दे रहा था।
रिपोर्ट के अनुसार ईएमआई नंबर की लोकेश यूपी के बरेली में मिली। पता चला कि धर्मेंद्र उसकी पत्नी फोन का इस्तेमाल कर रहे थे। लेकिन दोनों फरार थे। बाद में धर्मेंद्र की लोकेशन राजस्थान में मिली और उसको गिरफ़्तार कर लिया गया।
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार उधम सिंह नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजूनाथ टी.सी. ने कहा, ’30 जुलाई को हमें एक गुमशुदगी की रिपोर्ट मिली… जब हमने उसकी तलाश की तो हमें पता चला कि वह उत्तर प्रदेश में अपने गांव तक पहुंच गई थी। 8 अगस्त को हमें उस क्षेत्र में झाड़ियों से एक महिला के शव के बरामद होने की सूचना मिली। जल्द ही यह पुष्टि हो गई कि यह लापता महिला का शव था।’
एसएसपी ने कहा, ‘आरोपी एक (ड्रग) एडिक्ट है और महिला को नहीं जानता है। घटना के दिन उसने महिला को अकेले जाते देखा। हमारी जानकारी के अनुसार, उसने महिला को रोका, जिसने उसका डटकर मुकाबला किया। हालांकि, उसे काबू में कर लिया गया और… गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी गई। उसने उसका यौन शोषण भी किया। हत्या के बाद उसने महिला का सामान लिया और भाग गया।’
अधिकारियों ने बताया कि आरोपी ने अपना अपराध कबूल कर लिया है। पुलिस ने घटना के समय पहने हुए कपड़े, मोबाइल फोन और सिम कार्ड भी बरामद कर लिया है।
बता दें कि बिहार से भी ऐसी ही ख़बरें आई हैं। माँ, पिता और भाई के सामने ही नाबालिग लड़की को आरोपी अगवा कर ले गया। कई लोगों ने दुष्कर्म किया। चाकुओं से गोदकर उसकी हत्या कर दी और फिर शव को एक तालाब के किनारे फेंक दिया।
यह घटना बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के एक गाँव की है। दलित किशोरी का शव मिलने के बाद छह लोगों पर सामूहिक बलात्कार और हत्या का मामला दर्ज किया गया है। लड़की की मां ने पुलिस में दर्ज कराई गई अपनी शिकायत में संजय राय नामक एक व्यक्ति और उसके कुछ साथियों पर 11 अगस्त को जबरन उसके घर में घुसने और उसकी बेटी का अपहरण, बलात्कार और हत्या करने का आरोप लगाया है।
पश्चिम बंगाल में भी ऐसी ही घटना को लेकर देश में बवाल मचा है। कोलकाता में 32 वर्षीय महिला प्रशिक्षु डॉक्टर का शव गुरुवार रात पश्चिम बंगाल की राजधानी में सरकारी अस्पताल के सेमिनार हॉल में मिला था। प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि पीड़िता की आंखों, मुंह और निजी अंगों से खून बह रहा था। उसके बाएं पैर, गर्दन, दाहिने हाथ, और होठों पर भी चोटें थीं। इस मामले ने देश भर में तूल पकड़ा है।