
Low Budget mei Kare 2026 ki Start: धीरे-धीरे 2025 अब अपने विदाई की तैयारी करने लगा है वहीं नया साल अपने साथ नई उमंगे, नई हसरतें और ढेर सारी खुशियों के साथ आने के लिए तैयार है। ऐसे में यात्रा प्रेमी हमेशा की तरह मस्ती और रोमांच के साथ नए साल का स्वागत करने के लिए कोई न कोई विंटर डेस्टिनेशन ट्रिप प्लान करने लगे हैं। वहीं कुछ ऐसे भी लोग हैं जो इस खास मौके पर अध्यात्म की तलाश में धार्मिक स्थलों पर अपना समय बिताना कहीं ज्यादा मुफीद समझते हैं। असल में मान्यता है कि, नए साल की शुरुआत अगर किसी आध्यात्मिक और शांति भरी यात्रा के साथ हो, तो पूरा साल सकारात्मकता, ऊर्जा और संतुलन से भर जाता है। ऐसे में अगर बात करें दक्षिण भारत के मंदिरों की यात्रा की तो ये सिर्फ पूजा स्थल नहीं हैं, बल्कि हजारों साल पुराने इतिहास, विज्ञान, संस्कृति और दिव्यता का अनमोल संगम हैं। यहां की यात्रा मन को ऊर्जा देती है और आत्मा को गहराई से पवित्र और शांत करती है। इसी अनुभव को हकीकत ने तब्दील करने के लिए आईआरसीटीसी नए साल के अवसर पर एक खास 12 दिन का टूर पैकेज लेकर आया है। गोरखपुर से शुरू होने वाली भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेन यात्रियों को दक्षिण भारत के प्रमुख धार्मिक स्थलों की सैर कराएगी, जो हर तीर्थयात्री के लिए किसी सौभाग्य से कम नहीं है। आइए जानते हैं आईआरसीटीसी नए साल के अवसर पर इस खास 12 दिन के टूर पैकेज के बारे में विस्तार से –
भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेन से शुरू होगी यह आध्यात्मिक तीर्थयात्रा
आईआरसीटीसी का यह विशेष टूर 3 जनवरी से 14 जनवरी 2026 तक चलेगा। कुल 11 रात और 12 दिन की इस यात्रा में यात्रियों को तिरुपति बालाजी, मीनाक्षी मंदिर, रामेश्वरम, कन्याकुमारी और मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग जैसे ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों के दर्शन कराए जाएंगे। ट्रेन में कुल 767 सीटें हैं, जिनमें स्लीपर, 3AC और 2AC श्रेणियों का विकल्प मौजूद है। चढ़ने और उतरने के लिए गोरखपुर, जंक्शन अयोध्या कैंट, प्रयागराज, लखनऊ, कानपुर और झांसी समेत कई स्टेशन निर्धारित किए गए हैं। जिससे इन मुख्य जगहों से जुड़े यात्रियों के लिए इस खास टूर में शामिल होना बेहद सुविधाजनक हो जाता है।
दक्षिण भारत के प्रमुख मंदिरों का इतिहास और आध्यात्मिक रहस्य
यह यात्रा सिर्फ पर्यटन नहीं, बल्कि दक्षिण भारत की आध्यात्मिक धरोहर को करीब से समझने का अवसर भी प्रदान करती है। धार्मिक स्थलों की यात्रा में सबसे पहले यात्रियों को तिरुपति बालाजी के दर्शन कराए जाएंगे, जिसे भारत के सबसे धनी और पवित्रतम मंदिरों में गिना जाता है। माना जाता है कि भगवान वेंकटेश्वर हर भक्त की मनोकामना पूरी करते हैं और मंदिर की प्रतिमा की नमी का रहस्य आज भी वैज्ञानिकों को हैरान करता है।
इसके बाद मदुरै का मीनाक्षी अम्मन मंदिर आता है, जो तमिल संस्कृति और द्रविड़ वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण है। इस मंदिर की दीवारों पर बनी बारीक नक्काशियां और 33,000 से अधिक मूर्तियां इसे कला और इतिहास का अद्भुत संग्रहालय बनाती हैं।
यह धार्मिक यात्रा आगे बढ़ते हुए रामेश्वरम पहुंचती है, जो चार धामों में से एक है। मान्यता है कि यहां भगवान राम ने लंका तक जाने के लिए सेतु बनाया था। रामेश्वरम के 22 पवित्र कुओं का जल अलग-अलग स्वाद का होता है और यह जल आत्मशुद्धि का भी माध्यम माना जाता है।
वहीं आगे बढ़ते हुए कन्याकुमारी की धरती पर जहां समुद्र तीन दिशाओं से मिलता है और सूर्यास्त सूर्योदय का दृश्य मन में अद्भुत शांति भर देता है। यहां देवी कन्याकुमारी का मंदिर शक्ति का प्रमुख केंद्र माना जाता है। वहीं श्रीशैलम का मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग प्रकृति की गोद में बसे उस स्थान पर स्थित है, जहां शिव और पार्वती के साक्षात आशीर्वाद का आभास आज भी महसूस किया जा सकता है।
पैकेज में मिलने वाली सुविधाएं और किराया
इस यात्रा का आनंद हर वर्ग के लोग आसानी से उठा सकें, इसलिए IRCTC ने तीन श्रेणियों में पैकेज का किराया निर्धारित किया है। इकोनॉमी श्रेणी यानी स्लीपर क्लास का किराया 24,790 रुपये प्रति व्यक्ति है, स्टैंडर्ड श्रेणी (3AC) का किराया 42,530 रुपये रखा गया है और कम्फर्ट श्रेणी (2AC) की कीमत 56,710 रुपए है।
यात्रियों को ट्रेन टिकट, होटल ठहराव, AC/Non-AC बसों से स्थानीय दर्शन, शुद्ध शाकाहारी भोजन, नाश्ता, लंच और डिनर के साथ वॉश एंड चेंज सुविधा भी मिलेगी। इसके अलावा यात्रियों के लिए LTC सुविधा उपलब्ध है, साथ ही EMI विकल्प भी IRCTC पोर्टल पर निजी और सरकारी बैंकों के माध्यम से मिल सकेगा।
कैसे करें इस टूर की बुकिंग
यह यात्रा पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर बुक की जाएगी। बुकिंग के लिए यात्री पर्यटन भवन, गोमती नगर, लखनऊ स्थित आईआरसीटीसी कार्यालय जा सकते हैं या सीधे irctctourism.com वेबसाइट पर ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं।
अधिक जानकारी के लिए आईआरसीटीसी ने कई हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं, जिन पर संपर्क कर यात्री अपनी जिज्ञासा का समाधान पा सकते हैं। नंबर इस प्रकार हैं – 9236391908, 8287930908, 9236391914, 8287930937, 9236391925, 8595924294।
क्यों खास है नए साल पर दक्षिण भारत की यह आध्यात्मिक यात्राa
साउथ इंडिया के मंदिर सिर्फ धार्मिक स्थलों का समूह नहीं हैं, बल्कि भारतीय संस्कृति, विज्ञान, कला, वास्तुकला और अध्यात्म की अनमोल धरोहर हैं। यहां की यात्रा मन में नई ऊर्जा भरती है और जीवन के प्रति दृष्टिकोण तक बदल देती है। नए साल पर ऐसी यात्रा आंतरिक शांति देती है, जीवन में संतुलन लाती है और नई दिशा प्रदान करती है। अगर आप 2026 की शुरुआत कुछ खास, यादगार और आत्मिक अनुभव के साथ करना चाहते हैं, तो यह दक्षिण भारत की तीर्थयात्रा आपके लिए एक अद्भुत अवसर साबित है।
डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई यात्रा, किराया और सुविधाओं से संबंधित जानकारी आईआरसीटीसी द्वारा जारी विवरण पर आधारित है। समय-समय पर पैकेज, कीमत और नियमों में बदलाव संभव है। किसी भी बुकिंग से पहले कृपया IRCTC की आधिकारिक वेबसाइट या अधिकृत हेल्पलाइन पर विवरण की पुष्टि अवश्य कर लें।


