
Udham Singh Nagar Mein Ghoomne Ki Jagah (Image Credit-Social Media)
Udham Singh Nagar Mein Ghoomne Ki Jagah
Udham Singh Nagar Mein Ghoomne Ki Jagah: उत्तराखंड के तराई क्षेत्र में स्थित ऊधमसिंह नगर जिला प्राकृतिक समृद्धि, औद्योगिक विकास, कृषि–उत्पादन और धार्मिक–सांस्कृतिक विविधता के लिए प्रसिद्ध है। 1995 में नैनीताल जिले से अलग होकर बना यह जिला आज उत्तराखंड का सबसे बड़ा औद्योगिक और कृषि–बेल्ट माना जाता है। पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से लगे होने के कारण यह जिले सांस्कृतिक रूप से भी बहुविध है—राजस्थानी, पंजाबी, कुमाऊँनी और थारू संस्कृति यहाँ एक साथ देखने को मिलती है।
धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व
ऊधमसिंह नगर का नाम स्वतंत्रता संग्राम के वीर शहीद ऊधम सिंह के नाम पर रखा गया। यहाँ कई ऐतिहासिक गुरुद्वारे, मंदिर और धार्मिक स्थल स्थित हैं।
• गुरुद्वारा नानकमत्था साहिब—मान्यता है कि गुरु नानक देव जी यहाँ तपस्या हेतु रुके थे।
• गुरुद्वारा रूद्रपुर साहिब—सिख इतिहास में अत्यंत महत्त्वपूर्ण स्थल।
• कर्णेश्वर महादेव मंदिर (किच्छा)—महाभारतकालीन मान्यता वाला शिवधाम।
• पट्टा रोलागढ़ किला (नानकमत्था क्षेत्र)—प्राचीन किले के अवशेष और ऐतिहासिक धरोहर।
उद्योग और आर्थिक गतिविधियाँ
ऊधमसिंह नगर उत्तराखंड का सबसे बड़ा औद्योगिक ज़ोन है।
• रुद्रपुर, काशीपुर, सितारगंज और खटीमा में Integrated Industrial Estates (IIE) स्थित हैं।
• यहाँ ऑटोमोबाइल, टेक्सटाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, फार्मा, फ़ूड–प्रोसेसिंग और प्लाईवुड उद्योग बड़े पैमाने पर मौजूद हैं।
• पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय (GBPUAT) एशिया का पहला कृषि विश्वविद्यालय है, जिसने तराई के कृषि–विकास की दिशा बदल दी।
• यह जिला उत्तर भारत का चावल, गन्ना, गेहूँ और सब्जी उत्पादन का मुख्य केंद्र है।
पर्यटन—प्राकृतिक, धार्मिक और ग्रामीण अनुभव
ऊधमसिंह नगर में पर्यटन गतिविधियाँ तीव्र गति से विकसित हो रही हैं। यहाँ के प्रमुख आकर्षण—
नानकमत्था साहिब (सितारगंज)
• सिख संत परंपरा का प्रमुख तीर्थस्थल।
• शांत वातावरण, विशाल सरोवर और ऐतिहासिक गुरुद्वारा।
किच्छा माँ झंडेवाली मंदिर
• स्थानीय आस्था का प्राचीन केंद्र।
सूर्य मंदिर, खटीमा
• घने जंगलों और शांत परिवेश के बीच स्थित सुंदर धार्मिक स्थल।
छोटा काशी—काशीपुर का नंदीनी मंदिर और शिवधाम
• यहाँ कई प्राचीन मंदिर हैं, जिनके कारण इसे “छोटा काशी” भी कहा जाता है।
बंगाली कॉलोनी—ग्रामीण संस्कृति का प्रतिनिधित्व
• यहाँ बंगाली भोजन, संस्कृति और पर्वों की अलग झलक देखने को मिलती है।
बुढ़ा जलाशय (डैम)
• प्राकृतिक सौंदर्य, पिकनिक, फ़ोटोग्राफ़ी और बर्ड वॉचिंग का सुहावना स्थान।
शारदा नदी (नेपाल सीमा के पास, बनबसा)
• एंग्लिंग, रिवर–साइड वॉक और खूबसूरत सूर्यास्त के दृश्य।
यहाँ आने का सर्वोत्तम समय
• अक्टूबर से मार्च—ठंडा और सुखद मौसम, सैर–सपाटे के लिए उत्तम।
• जुलाई–सितंबर—हरियाली और मानसूनी सौंदर्य, लेकिन कुछ क्षेत्रों में भारी वर्षा।
• अप्रैल–जून—कृषि–पर्यटन और धार्मिक दर्शन के लिए उपयुक्त।
कैसे पहुँचे
• सड़क मार्ग:
• राष्ट्रीय राजमार्ग 74 व 87 से उत्तराखंड, यूपी और दिल्ली से उत्कृष्ट कनेक्टिविटी।
• रेलवे स्टेशन:
• रुद्रपुर सिटी, किच्छा, काशीपुर, खटीमा, सितारगंज मुख्य स्टेशन।
• वायु मार्ग:
• पंतनगर एयरपोर्ट (14 किमी, रुद्रपुर से)—जिले का मुख्य हवाई अड्डा।
• दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा—लगभग 250 किमी।
विशेषताएँ जो अवश्य उल्लेखनीय हैं (जोड़ी गई जानकारी)
• ऊधमसिंह नगर उत्तराखंड के सबसे बड़े धान उत्पादक क्षेत्रों में शामिल है।
• यहाँ का टिंबर (लकड़ी) और प्लाईवुड उद्योग देश भर में प्रसिद्ध है।
• तराई के जंगलों में हाथी, बारहसिंघा, घोड़ल, और विभिन्न पक्षियों की प्रजातियाँ पाई जाती हैं, जिससे यह जिला वाइल्डलाइफ़–प्रेमियों के लिए भी आकर्षक बनता है।
• रुद्रपुर–काठगोदाम कॉरिडोर के कारण यह नैनीताल–कुमाऊँ यात्रा का मुख्य प्रवेश–द्वार है।


