
Amethi Mein Ghoomne Ki Jagah (Image Credit-Social Media)
Amethi Mein Ghoomne Ki Jagah
Amethi Mein Ghoomne Ki Jagah: अमेठी उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख सांस्कृतिक, धार्मिक और राजनीतिक महत्व वाला जिला है। 2010 में इसे 72वें जिले के रूप में स्थापित किया गया था। यह जनपद स्वतंत्रता–पूर्व से लेकर आधुनिक भारत तक अपनी विशेष पहचान बनाए हुए है। अमेठी—गोमती नदी के तट पर स्थित होने के कारण—उपजाऊ भूमि, कृषि–आधारित अर्थव्यवस्था और ग्रामीण संस्कृति का सुंदर संगम प्रस्तुत करता है।
अमेठी का धार्मिक इतिहास भी अत्यंत समृद्ध है—नंदमहर्षि धाम, गढ़ामाफी धाम, पटेश्वरी देवी मंदिर जैसे प्रमुख स्थल यहाँ की प्राचीन आस्था–परंपरा को दर्शाते हैं। जिले का कस्बा जायस सुप्रसिद्ध साहित्यकार मलिक मोहम्मद जायसी की जन्मस्थली है, जहाँ पर्यटन विकास की नई योजनाएँ संचालित की जा रही हैं।
अमेठी ODOP योजना के तहत ‘मूंज उत्पाद’ के लिए प्रसिद्ध है—
* पावदान
* टोकरी
* पेन–स्टैंड
* स्टूल
* कुर्सियाँ
* रस्सी
* सजावटी वस्तुएँ
यह उद्योग ग्रामीण महिलाओं और कारीगरों को बड़ी संख्या में आजीविका प्रदान करता है।
अतिरिक्त महत्वपूर्ण जानकारी —
० अमेठी में ‘डिफेन्स कॉरिडोर’ से जुड़े औद्योगिक निवेश की संभावनाएँ बढ़ रही हैं, विशेषकर गौरीगंज–ट्रांस गंगा क्षेत्र में।
० रायबरेली और सुल्तानपुर के बीच धार्मिक–पर्यटन कॉरिडोर विकसित हो रहा है, जिसमें अमेठी के प्रमुख मंदिरों और धामों को जोड़ा जा रहा है।
० अमेठी की परंपरागत ‘देसी घी–आधारित मिठाइयाँ’ और स्थानीय बाज़ारों की हस्तनिर्मित वस्तुएँ भी पर्यटन आकर्षण बन सकती हैं।
पर्यटक स्थल
* गढ़ामाफी धाम
* गौरीगंज मंदिर क्षेत्र
* नंदमहर धाम
* माता मवाई धाम
* पटेश्वरी देवी मंदिर
पहुंच मार्ग
– पूर्वांचल एक्सप्रेसवे
– प्रयागराज एयरपोर्ट (88 किमी)
– चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट, लखनऊ (146 किमी)
– अमेठी रेलवे स्टेशन।


