Chandroday Mandir (Image Credit-Social Media)
Chandroday Mandir: मथुरा वृंदावन में चंद्रोदय मंदिर का निर्माण कार्य काफी तेजी से चल रहा है वहीँ इसकी खूबसूरती की बात करें तो ये देखने लायक है। वहीँ ये मंदिर बुर्ज खलीफा को टक्कर दे रहा है। मथुरा वृंदावन में चंद्रोदय मंदिर का निर्माण तेजी से चल रहा है वही आपको बता दें ये बेहद खूबसूरत है इसे न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से देखा जा रहा है बल्कि पर्यटकों के लिए भी ये आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
मथुरा वृंदावन में बन रहा है चंद्रोदय मंदिर का निर्माण
मथुरा वृन्दावन में बन रहा ये मंदिर आने वाले पर्यटकों और भक्तों के लिए काफी चर्चा का विषय रहा है साथ ही साथ इसे मथुरा और वृंदावन के टूरिज्म को भी काफी लाभ मिलेगा। ये मंदिर बुर्ज खलीफा को टक्कर देने वाला है और भक्त यहां से ताजमहल का दीदार भी कर सकेंगे।
अयोध्या में भगवान राम मंदिर के भव्य निर्माण के बाद अब मथुरा में श्री कृष्ण की जन्म भूमि पर विचार किया जा रहा है। जिसका नाम चंद्रोदय मंदिर है उसका निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। इस मंदिर को दुनिया के सबसे ऊंचे मंदिरों में भी शामिल किया जाएगा। वहीं इसकी खूूबसुरती ऐसी होगी जो देखने के लिए दूर-दूर से पर्यटक यहां आएंगे और ऐसा भी कहा जा रहा है की ये मंदिर भुज खलीफा को टक्कर देने वाला है यानि इसकी ऊंचाई काफी ज्यादा होने वाली है। इतना ही नहीं ये मंदिर आपको ताजमहल से साफ दिखाई देगा।
वृंदावन में चंद्रोदय मंदिर का निर्माण कार्य इस्कॉन यानी अंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ द्वारा करवाया जा रहा है। इसकी आधारशिला 16 नवंबर 2014 को तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने रखी थी। वहीँ इस मंदिर में लगभग 166 मंज़िले होंगीं। जो दुनिया के किसी भी मंदिर में नहीं है ऐसा पहली बर है जो किसी मंदिर में इतनी ज्यादा मंजिल होंगीं।
वहीँ चंद्रोदय मंदिर की ऊंचाई लगभग 700 फिट होगी जो दिल्ली में 72.5 मीटर के कुतुब मीनार से तीन गुना ज्यादा है। यही वजह है की इस मंदिर के पुरा होने से ये दुनिया के सबसे ऊंचे मंदिरों में शामिल हो जाएगा। मंदिर की नींव की गहराई दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा से तीन गुना ज्यादा है।
मंदिर का आकर होगा पिरामिड जैसा
जहां मंदिर 166 मंज़िलों के साथ होगा वहीं इसका आकर पिरामिड जैसा होने वाला है इस मंदिर की सबसे ऊंची मंजिल का नाम रखा गया है ब्रज मंडल दर्शन। इसके अलावा मंदिर के चारों ओर श्रीमद्भागवत और अन्य शास्त्रों में वर्णित 12 वन बनाए गए हैं। इस मंदिर की लागत की बात करें तो 700 करोड रुपए से भी ज्यादा इसमें लगने की उम्मीद की जा रही है। वहीँ इस मंदिर की खासियत ये है कि ये 8 रिक्टर स्केल के भूकंप को भी झेल सकेगा।
इसके अलावा मंदिर बनाने में कई चीजों को ध्यान में रखा जा रहा है जैसे की 100 किलो 170 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार वाला तूफान भी मंदिर को हिला नहीं सकेगा। यह मंदिर साथ एकड़ में फैला हुआ है जिसमें एक कर पार्किंग और हेलीपैड को भी शामिल किया गया है। वहीं अगर आप इस मंदिर का पूरा भ्रमण करने वाले हैं तो आपको इसमें तीन से चार दिन लग सकते हैं। मंदिर में लगभग 511 पिलर हैं वही इस पूरे मंदिर का वजन 5 लाख टन होने वाला है।
इस मंदिर में 4D तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है जो अब तक के सभी मंदिरों में सबसे मॉडर्न मंदिर होने वाला है। यहां पर आपको देवलोक और देव लीलाओं के दर्शन होंगे इसके साथ ही साथ मंदिर में श्री कृष्ण के जीवन लीलाओं को जानने के लिए एक लाइब्रेरी भी बनाई जाएगी वही यहां पर एक कृष्ण थीम पार्क भी बनाया जाएगा जिसमें लाइट एंड साउंड शो का आयोजन भी किया जाएगा वही इस मंदिर में एक साथ 10000 से भी ज्यादा भक्त श्री कृष्ण के दर्शन कर सकेंगे।�