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    Home » Angomcha Bimol Akoijam Wiki in Hindi: शिक्षा, सिनेमा और राजनीति के पुरोधा हैं अंगोमचा बिमोल अकोईजम, राज्य के मुद्दों को राष्ट्रीय मंच पर उठाने में अग्रणी है इनकी पहचान
    राजनीति

    Angomcha Bimol Akoijam Wiki in Hindi: शिक्षा, सिनेमा और राजनीति के पुरोधा हैं अंगोमचा बिमोल अकोईजम, राज्य के मुद्दों को राष्ट्रीय मंच पर उठाने में अग्रणी है इनकी पहचान

    By March 1, 2025No Comments7 Mins Read
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    Angomcha Bimol Akoijam Wiki in Hindi (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

    Angomcha Bimol Akoijam Wiki in Hindi (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

    Angomcha Bimol Akoijam Wikipedia In Hindi: अंगोमचा बिमोल अकोईजम मणिपुर के इंफाल से एक प्रमुख भारतीय शिक्षाविद, फिल्म निर्माता और राजनीतिज्ञ हैं। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के सामाजिक विज्ञान स्कूल में एसोसिएट प्रोफेसर रहे हैं और एक सार्वजनिक बुद्धिजीवी हस्ती हैं। वे 2024 के भारतीय आम चुनाव में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य के रूप में मणिपुर में इनर मणिपुर निर्वाचन क्षेत्र से 18वीं लोकसभा के लिए चुने गए थे।

    अपने बहुआयामी करियर में, उन्होंने शिक्षा, सिनेमा और राजनीति के माध्यम से समाज में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनका राजनीतिक जीवन विशेष रूप से उल्लेखनीय है, जिसमें उन्होंने मणिपुर और राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न मुद्दों पर सक्रिय भूमिका निभाई है। अंगोमचा बिमोल अकोईजम की राजनीतिक छवि एक समर्पित और सक्रिय नेता की है, जो अपने राज्य के मुद्दों को राष्ट्रीय मंच पर उठाने में अग्रणी भूमिका निभाते हैं। उनकी वक्तृत्व कला और तर्कसंगत दृष्टिकोण ने उन्हें एक प्रभावशाली सांसद के रूप में स्थापित किया है। मणिपुर में शांति स्थापना और विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता, नेतृत्व क्षमता, दूरदर्शिता, और समाज के प्रति समर्पण ने उन्हें जनता के बीच लोकप्रिय नेता की पहचान के साथ भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है।

    प्रारंभिक जीवन और शिक्षा (Angomcha Bimol Akoijam Education)

    (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

    (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

    अंगोमचा बिमोल अकोईजम मणिपुर के मैतेई समुदाय से हैं। उनका जन्म 1 मार्च 1967 को मणिपुर में हुआ था। उन्होंने मनोविज्ञान में एम.ए. और पी.एच.डी. की डिग्री प्राप्त की है । उनकी विशेषज्ञता सामाजिक और राजनीतिक मनोविज्ञान और सांस्कृतिक अध्ययन में उत्कृष्ट है। अकोईजाम ने दिल्ली विश्वविद्यालय और सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसाइटीज (सीएसडीएस) में पढ़ाया। 2024 तक, वह जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर थे।

    शिक्षाविद और फिल्म निर्माता के रूप में करियर (Angomcha Bimol Akoijam Career)

    शिक्षा के क्षेत्र में, अग्रणी अकोईजम की अकादमिक उपलब्धियों ने उन्हें मणिपुर के शैक्षिक परिदृश्य में एक सम्मानित स्थान दिलाया। अकोईजम ने मणिपुरी सिनेमा को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी फिल्मों ने मणिपुर की सांस्कृतिक धरोहर और सामाजिक मुद्दों को उजागर किया है, जिससे उन्हें व्यापक सराहना मिली है। कहा जाता है कि अकोइजाम सिनेमा के एक उत्सुक खोजकर्ता हैं और उन्होंने फिल्म समारोहों में जूरी सदस्य के रूप में काम किया है। उन्होंने 2004 में एक डॉक्यूमेंट्री लैंग-गोई चालबी (स्वर्ग के नीचे घेराबंदी) और 2014 में फीचर फिल्म करिगी किरुनी नुंगसिराडी (प्यार करते हैं तो डर क्यों लगता है) बनाई।

    राजनीतिक जीवन की शुरुआत (Angomcha Bimol Akoijam Political Career)

    (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

    (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

    अकोईजम का राजनीतिक जीवन तब शुरू हुआ जब उन्होंने मणिपुर के सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर सक्रिय रूप से भाग लेना शुरू किया। अकोईजाम ने 2023-2024 मणिपुर हिंसा को देखने के बाद राजनीति में प्रवेश किया। संघर्ष शुरू होने के बाद से जातीय तनाव और अधिकारों और शासन के मुद्दों पर चिंता जताने वाले कुछ शिक्षाविदों में से एक होने के कारण वे मणिपुर में प्रसिद्ध हो गए थे।

    वे 2024 के भारतीय आम चुनाव में इनर मणिपुर से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में चुने गए । उन्हें मणिपुर में आईएनसी के नेतृत्व वाले गठबंधन में दस दलों का संयुक्त अनुमोदन और समर्थन भी प्राप्त था। अकोईजाम बिमोल ने मणिपुर में स्थापित चुनावी रिकॉर्ड तोड़ते हुए 1,09,801 वोटों के बहुमत से इनर मणिपुर सीट से लोकसभा सीट जीती ।उनकी शिक्षा और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि ने उन्हें जनता के बीच लोकप्रिय बना दिया, जिससे उन्हें राजनीतिक क्षेत्र में प्रवेश करने का मार्ग प्रशस्त हुआ।

    लोकसभा सदस्य के रूप में कार्यकाल (Angomcha Bimol Akoijam Tenure As Congress MP)

    2024 के आम चुनावों में, अंगोमचा बिमोल अकोईजम ने कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार के रूप में इनर मणिपुर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा और विजयी हुए। लोकसभा सदस्य के रूप में, उन्होंने मणिपुर के मुद्दों को राष्ट्रीय मंच पर उठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी प्राथमिकताओं में राज्य में शांति स्थापना, विकास परियोजनाओं का कार्यान्वयन, और सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देना शामिल था।

    मणिपुर में हिंसा और उनकी प्रतिक्रिया

    2024 में, मणिपुर में हिंसा की घटनाएं बढ़ीं, जिससे राज्य में अस्थिरता फैल गई। इस संदर्भ में, अकोईजम ने सशस्त्र बलों की भूमिका पर सवाल उठाए और उनकी निष्क्रियता की आलोचना की। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “नागरिकों पर आपराधिक और जानलेवा हमलों का ताजा दौर, जिसमें रिहायशी इलाकों में ड्रोन से बमबारी करना भी शामिल है, कानून लागू करने वाली एजेंसियों, खासतौर पर मणिपुर में तैनात भारत सरकार के अधीन सशस्त्र बलों की विफलता को उजागर करता है। उनके कामों या निष्क्रियताओं के लिए किसे जवाबदेह बनाया जाएगा? क्या भारत सरकार को इन मौतों और बर्बादी की नैतिक जिम्मेदारी नहीं लेनी चाहिए?

    “हाल ही में, उन्होंने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर अपने विचार प्रस्तुत किए। इस दौरान, उन्होंने मणिपुर में हिंसा और सशस्त्र बलों की निष्क्रियता पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “नागरिकों पर आपराधिक और जानलेवा हमलों का ताजा दौर, जिसमें रिहायशी इलाकों में ड्रोन से बमबारी करना भी शामिल है, कानून लागू करने वाली एजेंसियों, खासतौर पर मणिपुर में तैनात भारत सरकार के अधीन सशस्त्र बलों की विफलता को उजागर करता है।” उन्होंने यह भी पूछा, “क्या भारत सरकार को इन मौतों और बर्बादी की नैतिक जिम्मेदारी नहीं लेनी चाहिए?”

    इसके अलावा, उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर भी आरोप लगाए हैं, जिसमें उन्होंने कहा कि बीजेपी ने मणिपुर में सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा दिया है। उन्होंने कहा, “बीजेपी की नीतियों ने मणिपुर में सांप्रदायिक विभाजन को गहरा किया है, जिससे राज्य में हिंसा और अस्थिरता बढ़ी है।”

    इन पदों और बयानों के माध्यम से, अंगोमचा बिमोल अकोईजम ने मणिपुर और राष्ट्रीय राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

    सांप्रदायिक सद्भाव और विकास के लिए प्रयास

    अकोईजम ने मणिपुर में सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न पहल कीं। उन्होंने विभिन्न समुदायों के बीच संवाद स्थापित करने और आपसी विश्वास बहाल करने के लिए कार्यशालाओं और सम्मेलनों का आयोजन किया। इसके अलावा, उन्होंने राज्य में बुनियादी ढांचे के विकास, शिक्षा सुधार, और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए भी प्रयास किए।

    राष्ट्रीय राजनीति में योगदान

    मणिपुर के मुद्दों के अलावा, अकोईजम ने राष्ट्रीय राजनीति में भी सक्रिय भूमिका निभाई। उन्होंने संसद में विभिन्न राष्ट्रीय मुद्दों पर बहस में हिस्सा लिया और नीतिगत मामलों पर अपने विचार प्रस्तुत किए। उनकी वक्तृत्व कला और तर्कसंगत दृष्टिकोण ने उन्हें एक प्रभावशाली सांसद के रूप में स्थापित किया।

    अंगोमचा बिमोल अकोईजम का राजनीतिक जीवन शिक्षा, संस्कृति, और सामाजिक सेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। मणिपुर और राष्ट्रीय स्तर पर उनके योगदान ने उन्हें एक सम्मानित नेता के रूप में लोकप्रियता प्रदान की है। उनकी नेतृत्व क्षमता, दूरदर्शिता, और समाज के प्रति समर्पण ने उन्हें भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है।

    राजनीतिक उपलब्धियां

    लोकसभा सदस्य (2024-वर्तमान): 2024 के आम चुनावों में, अकोईजम ने कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार के रूप में इनर मणिपुर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीता और लोकसभा में अपने क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।

    राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा में भागीदारी (फरवरी 2025): उन्होंने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में सक्रिय रूप से भाग लिया, जहां उन्होंने मणिपुर में व्याप्त हिंसा और सशस्त्र बलों की निष्क्रियता पर सवाल उठाए।

    मणिपुर में शांति स्थापना के प्रयास

    कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ, अकोईजम ने मणिपुर में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से हस्तक्षेप की मांग की, जिससे राज्य में संवैधानिक तंत्र को पुनः सक्रिय किया जा सके। अकोईजम के इस प्रयास से उनकी संवेदनशीलता और राज्य के प्रति प्रतिबद्धता प्रकट होती है।

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