मोहम्मद आज़म खान (Social Media)
Azam Khan News: समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व सांसद आजम खान ने मंगलवार को जेल से संदेश जारी करते हुये इंडिया गठबंधन पर मुसलमानों की अनदेखी करने का आरोप लगााया। आजम खान ने रामपुर और सम्भल में हुए घटनाक्रम और मुस्लिम नेतृत्व को कमजोर करने की साजिश पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा, रामपुर में हुए अत्याचारों को संसद में उतनी ही मजबूती से उठाया जाना चाहिए, जितना सम्भल के मुद्दे को। रामपुर की घटना मुस्लिम नेतृत्व को मिटाने की कोशिश का हिस्सा हैं और इन घटनाओं पर इंडिया गठबंधन की खामोशी से मुसलमानों को अपने भविष्य और अधिकारों पर पुनर्विचार करना पड़ सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि मुसलमानों के वोट का यदि कोई अर्थ नहीं है और यह उनके लिए दमन का कारण बन रहा है, तो उन्हें यह विचार करना होगा कि उनके वोट का अधिकार रहना चाहिए या नहीं।
आजम खान ने आरोप लगाया कि साजिश के तहत मुसलमानों को अलग-थलग किया जा रहा है और धर्मस्थलों को विवादित बनाकर उन्हें समाप्त करने की कोशिश की जा रही है। आजम खां ने इंडियन गठबंधन से खुलकर अपनी नीति और स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है। सपा नेता ने आगे लिखा, बेसहारा, अलग-थलग और अकेला खाक व खून में नहाया हुआ अधिकार, इबादतगाहों को विवादित बनाकर समाप्त करना है। केवल साजिश करने, षड्यंत्र रचने वालों और दिखावे की हमदर्दी के लिए देश की दूसरी आबादी को बर्बाद एवं नेस्तानाबूत नहीं किया जा सकता।
संभल में 19 नवंबर को मस्जिद का सर्वे करने के आदेश दिए गए थे। इसके बाद, जब 24 नवंबर को सर्वे टीम मौके पर पहुंची, तो हिंसा भड़क गई, जिसमें 4 लोग जान गंवा बैठे। गौरतलब है,सपा ने संसद में संभल मामले को उठाया है, जबकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दिल्ली में� संभल हिंसा के शिकार हुए लोगों के परिजनों से मुलाकात की है। अब यह देखना रोचक होगा कि आजम खान की चिट्ठी पर समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और इंडिया ब्लॉक किस प्रकार की प्रतिक्रिया देते हैं।