प्रधानमंत्री मोदी ने सरदार पटेल को दिया सम्मान, कांग्रेस ने हमेशा किया आरक्षण का विरोध: पंकज चौधरी: Photo- Newstrack
Barabanki News: बाराबंकी के जीआईसी ऑडिटोरियम में आज सरदार वल्लभ भाई पटेल का 22वां जयंती समारोह आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी पहुंचे। उन्होंने सरदार पटेल की तस्वीर पर माल्यार्पण करते हुए उन्हें नमन किया। उन्होंने कहा कि देश की बाकी सरकारों ने सरदार पटेल के समर्पण को भुलवाने का काम किया। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार पटेल को सम्मान दिया। साथ ही उनके दिखाये रास्ते पर चलते हुए उनके सपनों को साकार कर रहे हं। उन्होंने कहा कि यूपी में होने वाले उपचुनाव को लेकर पंकज चौधरी ने कहा कि भाजपा ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतेगी। हम सभी एकजुट होकर भाजपा को मजबूत करने का काम करेंगे।
पीएम मोदी देश को एकजुट करने का काम कर रहे हैं- पंकज चौधरी
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी देश को एकजुट करने का काम कर रहे हैं। क्योंकि पूरे देश को एकजुट करने का काम सरदार पटेल ने ही किया था। वह एकता के साथ साथ देश की सांस्कृतिक विरासत को भी संभालने का महत्व जानते थे। उनका मानना था कि राष्ट्र को बनाने के लिये भूमि के टुकड़े से ज्यादा सांस्कृतिक और भावनात्मक रूप से जुड़े हुए लोगों का साथ चाहिये। इसीलिये उन्होंने हमारी संस्कृति में प्रथम ज्योतिर्लिंग सोमनाथ मंदिर का जीर्णोधार कराया था। उन्हीं की प्रेरणा से पीएम मोदी देश के सभी तीर्थ स्थलों को विकसित करने का काम कर रहे हैं।
पंकज चौधरी ने कहा कि हम सभी कुर्मी समाज के लोग सरदार पटेल के वंशज हैं। जो सम्मान सरदार पटेल को मिलता है, उससे कुर्मी समाज भी गौरान्वित होता है। हम सभी उनके दिखाये गये रास्ते पर पूरे स्वाभिमान के साथ चलने की पूरी कोशिश करते हैं। वह कुर्मी समाज के साथ साथ पूरे देशवासियों के लिये भी प्रेरणा स्रोत हैं। सरदार पटेल के विचार और आदर्श भारत को एक राष्ट्र के रूप में मजबूत करने के लिये आज भी महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि आज कुर्मी समाज को सरदार पटेल से प्रेरणा लेकर एक होने की आवश्यकता है। जबतक हम लोग राजनीतिक तौर पर सशक्त नहीं होंगे, तब तक हमें पूछने वाला कोई नहीं है। इसलिये हम सभी को आपसी मतभेद भुलाकर एक मंच पर मजबूते से आना होगा।
सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास नारे के तहत दलित और पिछड़ों को भी सम्मान देने का काम कर रहे हैं। उसी का नतीजा है कि आज केंद्रीय मंत्रिमंडल में 60 फीसदी मंत्री अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े समाज के हैं। अगर उत्तर प्रदेश सरकार की बात करें तो यहां भी लगभग 60 फीसदी से ज्यादा मंत्री पिछड़े समाज के लोगों को बनाया गया है।
जबकि इससे पहले की सरकारों ने इनको प्रतिनिधित्व देने का काम नहीं किया था। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने सभी मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर आरक्षण का विरोध करने का काम किया था। राजीव गांधी ने संसद के भीतर आरक्षण के विरोध में सबसे लंबा भाषण देने का काम किया था। लेकिन भाजपा के सहयोग से जब 1990 में दिल्ली में सरकार बनी, तब जाकर मंडल कमीशन लागू हो सका। लेकिन उसके बाद भी मंडल कमीशन को संवैधानिक दर्जा प्राप्त नहीं हो सका। क्योंकि उसका बाद फिर से कांग्रेस की सरकार आ गई। उसके बाद जब साल 2014 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी, तब जाकर पिछड़ा आयोग को संवैधानिक दर्जा देने का काम किया।