
India Beautiful Train Routes: अगर आप भी ट्रेन में बैठकर ऐसी जगहों से गुजरना चाहती हैं जो आपको मंत्रमुग्ध कर दें, तो भारत के ये बेहद खूबसूरत ट्रेन रूट्स आपके लिए हैं। यहां सफर के हर मिनट में आपको नई कहानी, नया नज़ारा और एक यादगार अनुभव मिलेगा। हममें से अधिकतर लोग जब किसी ट्रिप की योजना बनाते हैं तो सबसे पहले यह सोचते हैं कि मंज़िल तक पहुंचने का तरीका कितना आरामदायक होगा। खासकर ट्रेन यात्रा को लेकर यही उम्मीद होती है कि वो थकाऊ न हो। लेकिन क्या हो अगर आपकी ट्रेन यात्रा ही आपकी मंज़िल बन जाए? घुमावदार घाटियां, समुद्र के ऊपर दौड़ती रेल, झरनों और सुरंगों के बीच से निकलती पटरियां, हरियाली से ढंके पहाड़ ये ट्रेन यात्राएं किसी रोमांचक फिल्म के दृश्य जैसी लगती हैं। आइए जानते हैं भारत की कुछ ऐसी ही शानदार और दर्शनीय ट्रेन यात्राओं के बारे में, जिनमें सफर करते वक्त आप चाहेंगे कि ये रास्ता कभी खत्म न हो-
मंडपम-रामेश्वरम ट्रेन रूट- समुद्र के ऊपर दौड़ती रेल
समुद्र के ऊपर दौड़ती ट्रेन- मंडपम-रामेश्वरम रेल रूट

रामेश्वरम, जो धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से भारत के सबसे खास स्थलों में गिना जाता है, अब एक इंजीनियरिंग चमत्कार के लिए भी जाना जा रहा है। यह स्थल पंबन द्वीप पर स्थित है और इसे मुख्य भूमि (मंडपम) से जोड़ने वाला पुल पंबन ब्रिज है, जो समुद्र के ऊपर बना भारत का पहला और ऐतिहासिक रेल पुल है।
अब यहां देश का पहला वर्टिकल लिफ्ट रेलवे ब्रिज भी तैयार किया गया है। रामेश्वरम वर्टिकल रेलवे ब्रिज, जो आधुनिक तकनीक से लैस है और जहाजों को रास्ता देने के लिए बीच का हिस्सा ऊपर उठ सकता है।
इस रेल मार्ग पर यात्रा करना एक अविस्मरणीय अनुभव होता है। ट्रेन जब समुद्र के बीचों-बीच इस पुल से गुजरती है, तो दोनों ओर दिखता अनंत नीला समुद्र, लहरों की गूंज और खिड़की से आती ताजी हवा यह दृश्य किसी फिल्मी सीन से कम नहीं लगता।
यह रूट न केवल इंजीनियरिंग कौशल का प्रतीक है, बल्कि एक यात्रा प्रेमी के लिए जीवन भर याद रहने वाला अनुभव भी।
रत्नागिरी-मैंगलोर (कोंकण रेलवे) प्रकृति के साथ 10 घंटे का रिश्ता

कोंकण रेलवे को भारत की सबसे खूबसूरत रेलवे लाइनों में गिना जाता है। रत्नागिरी से मैंगलोर तक का सफर घने जंगलों, गहरे टनल्स, खतरनाक मोड़ों और पश्चिमी घाट की सुंदरता के बीच से गुजरता है। सफर के दौरान आप देखते हैं चट्टानों के बीच से झरने गिरते हुए, बादलों में लिपटी घाटियां और छोटे-छोटे ग्रामीण स्टेशन जो postcard की तरह लगते हैं। यह सफर 10 घंटे का है लेकिन आपको एक पल के लिए भी ऊबने का मौका नहीं देगा।
उधमपुर-जम्मू ट्रेन रूट- बर्फ से ढकी वादियाँ और सुरंगों का जादू
अगर आपको बर्फीली वादियों में ट्रेन से गुजरने का सपना है, तो उधमपुर से जम्मू तक की यात्रा जरूर करें। इस रूट पर चलने वाली ट्रेनें जैसे-जैसे शिवालिक रेंज की ऊंचाइयों को पार करती हैं, वैसे-वैसे नज़ारे और भी शानदार हो जाते हैं। इस रूट की खास बात है यहां की इंजीनियरिंग। बड़े-बड़े पुल, गहरी सुरंगें और ऊंचाई से नीचे बहती नदियां। बर्फ से ढके पहाड़ों के बीच ट्रेन का सफर बहुत ही रोमांचकारी होता है।
गुवाहाटी-सिलचर ट्रेन रूट-चाय बागानों के बीच से गुजरती ट्रेन
असम की हरी-भरी घाटियों के बीच से गुजरने वाली यह यात्रा दिल को सुकून देने वाली होती है। गुवाहाटी से सिलचर तक की यह 10 घंटे की यात्रा आपको जतिंगा नदी, लामडिंग घाटी और बराक घाटी के मनोहारी दृश्य दिखाती है। रास्ते में कई चाय बागान, बांस के झुरमुट और छोटे-छोटे गांव आपकी यात्रा को बेहद खूबसूरत बनाते हैं। खासकर मानसून में यह यात्रा स्वर्ग जैसी लगती है।
कालका-शिमला टॉय ट्रेन-खिलौनों सी ट्रेन और कहानी सा सफर

युनेस्को द्वारा विश्व धरोहर घोषित कालका-शिमला रेलवे 96 किलोमीटर लंबा है और इसमें कुल 102 सुरंगें, 87 पुल और 900 से ज़्यादा मोड़ हैं। इस ट्रेन में बैठकर पहाड़ियों की गोद में खेलते हुए शिमला पहुंचना एक शानदार अनुभव होता है। पुराने ज़माने की शैली में बनी ये ट्रेन जैसे आपको वक्त में पीछे ले जाती है। खिड़की से झांकते चीड़ के पेड़, रंग-बिरंगे पहाड़ी घर और छोटी-छोटी दुकानों वाले स्टेशन सब कुछ एक रोमांचक दृश्य बनाते हैं।
मुंबई-गोवा कोंकण ट्रेन रूट-समुद्र, झरने और सुरंगों का संगम
कोंकण रेलवे के इस मार्ग पर सफर करते हुए आप कोस्टल ब्यूटी और घाट की खूबसूरती का रोमांचक मेल देख सकती हैं। समुद्र के साथ-साथ चलती ट्रेन, बीच-बीच में गिरते झरने और हरियाली से लदे पहाड़ आपके कैमरे को रुकने नहीं देंगे। यह ट्रेन सफर मानसून के दौरान सबसे सुंदर होता है।
डिब्रूगढ़-कन्याकुमारी विवेक एक्सप्रेस-भारत का सबसे लंबा ट्रेन सफर
डिब्रूगढ़ (असम) से कन्याकुमारी (तमिलनाडु) तक चलने वाली विवेक एक्सप्रेस भारत की सबसे लंबी दूरी तय करने वाली ट्रेन है, जो 4,233 किलोमीटर की दूरी करीब 82 घंटों में तय करती है। इस यात्रा में आप 8 राज्यों से गुजरती हैं और देश की सांस्कृतिक विविधता को करीब से महसूस करती हैं। भले ही यह लंबा सफर है, लेकिन यह अनुभव ऐसा है जिसे आप जीवन में एक बार जरूर लेना चाहेंगी।
नीलगिरी माउंटेन रेलवे (ऊटी)-खिलौनों सी ट्रेन और पहाड़ों की सैर

तमिलनाडु के मेट्टुपालयम से ऊटी तक चलने वाली नीलगिरी माउंटेन रेलवे नीलगिरी की पहाड़ियों के बीच से होकर गुजरती है। यह ट्रेन स्टीम इंजन द्वारा खींची जाती है और इसके 16 टनल और 250 पुल हैं। रास्ते में चाय के बागान, नीलगिरी के फूल और ठंडी हवा इस सफर को स्वर्ग जैसा बना देते हैं। यह भी यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल है।
विशाखापत्तनम-अरकु वैली ट्रेन रूट- जंगलों और घाटियों से होती रोमांचक यात्रा
आंध्र प्रदेश की अरकु घाटी तक जाने वाला यह ट्रेन रूट घने जंगलों, पहाड़ियों और सुरंगों से भरा हुआ है। इस मार्ग पर कई झरने और घाटियां दिखाई देती हैं। ट्रेन जैसे ही बोर्रा गुफाओं के पास से गुजरती है, आपको प्रकृति की गोद में एक अलग ही शांति महसूस होती है।
नई दिल्ली-लेह (भविष्य का सपना)-भारत का सबसे ऊंचा रेलवे प्रोजेक्ट
हालांकि यह रूट अभी निर्माणाधीन है, लेकिन जब पूरा होगा तो यह भारत की सबसे रोमांचक ट्रेन यात्राओं में से एक बनेगा। लेह तक रेल पहुंचने के बाद हिमालय की गोद में ट्रेन से सफर करना विश्व का सबसे सुंदर अनुभव होगा।
भारत में ट्रेन केवल एक परिवहन का माध्यम नहीं है, यह एक रोमांचक अनुभव का जरिए भी हैं। रेल पटरियों पर दौड़ती एक ऐसी यात्रा जो आपको देश की विविधता, प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक धरोहर से परिचित कराती है।