Best Skydiving In South India (Photo – Social Media)
Best Skydiving In South India (Photo – Social Media)
Best Skydiving Places In South India: कभी सोचा है कि आसमान की ऊंचाइयों से धरती को निहारने का अनुभव कैसा होगा? जब हवा आपके कानों में गूंजे, दिल धड़कने लगे और नीचे फैली धरती एक खूबसूरत तस्वीर सी दिखे, यह एहसास शब्दों में नहीं, अनुभव में बसता है। स्काइडाइविंग सिर्फ एक साहसिक खेल नहीं, यह खुद को चुनौती देने और ज़िंदगी को नए अंदाज़ में देखने का ज़रिया है। अगर आप भी इस अद्भुत यात्रा का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो दक्षिण भारत की हरी-भरी वादियां और विस्तृत मैदान आपको बेहतरीन रोमांचक अनुभव देने को तैयार है। आइए जानते हैं दक्षिण भारत की उन जगहों के बारे में, जो स्काइडाइविंग के लिए प्रसिद्ध हैं, वहां जाने में आने वाला खर्च, पहुंचने के तरीके आदि से जुड़े डिटेल्स पर नजर डालते हैं –
स्काइडाइविंग क्या है (What Is Skydiving)?
स्काइडाइविंग एक साहसिक खेल है जिसमें व्यक्ति एक विमान से लगभग 10,000 से 15,000 फीट की ऊंचाई से छलांग लगाता है। शुरुआती कुछ सेकंड “फ्री फॉल” होते हैं, फिर पैराशूट खुलता है और व्यक्ति सुरक्षित रूप से ज़मीन पर उतरता है। यह खेल पूरी तरह प्रशिक्षित प्रशिक्षकों की देखरेख में किया जाता है और सुरक्षा के उच्चतम मानकों का पालन किया जाता है।
दक्षिण भारत में स्काइडाइविंग के लिए प्रसिद्ध स्थान (Famous Places For Skydiving In South India)
(फोटो साभार- सोशल मीडिया)
1. मैसूर, कर्नाटक (Mysuru, Karnataka)
मैसूर स्काइडाइविंग का गढ़ बन चुका है। यहां की हरियाली, नीला आकाश और शांत वातावरण इसे एक परफेक्ट डेस्टिनेशन बनाते हैं।
टाइप ऑफ जंप: टैंडेम जंप (Tandem Jump), स्टैटिक लाइन जंप
ऊँचाई: लगभग 10,000 फीट
चार्जेस-
टैंडेम जंप: ₹30,000 – ₹40,000
स्टैटिक लाइन: ₹18,000 – ₹25,000
कैसे पहुँचे:
निकटतम एयरपोर्ट: मैसूर एयरपोर्ट (6 किमी)
रेलवे स्टेशन: मैसूर जंक्शन
बाय रोड: बेंगलुरु से 145 किमी, 3 घंटे का सफर
(फोटो साभार- सोशल मीडिया)
2. धाणु (Dhana), मध्य प्रदेश
धाणु देश का पहला लाइसेंस प्राप्त स्काइडाइविंग ज़ोन है और ट्रेनिंग के लिए उपयुक्त स्थान माना जाता है। (हालाँकि यह दक्षिण भारत में नहीं है, पर दक्षिण भारतवासियों के लिए नज़दीकी ऑप्शन)
टाइप ऑफ जंप: टैंडेम, स्टैटिक, AFF (Accelerated Free Fall)
चार्जेस: ₹25,000 – ₹45,000 (जंप प्रकार पर निर्भर)
कैसे पहुंचे: भोपाल से 180 किमी, जबलपुर से 125 किमी
(फोटो साभार- सोशल मीडिया)
3. पॉन्डिचेरी (Puducherry)
समुद्री हवाओं और बीच व्यू के साथ स्काइडाइविंग का अनुभव पॉन्डिचेरी में और भी रोमांचक हो जाता है।
हालांकि महाराष्ट्र में स्थित है, लेकिन बेंगलुरु या हैदराबाद जैसे दक्षिणी शहरों से यह अच्छी तरह से जुड़ा है। यहाँ का इन्फ्रास्ट्रक्चर विश्व स्तरीय है।
टाइप ऑफ जंप: टैंडेम, स्टैटिक, AFF
चार्जेस: ₹35,000 – ₹50,000
कैसे पहुँचे:
निकटतम एयरपोर्ट: पुणे या मुंबई
निकटतम रेलवे स्टेशन: लोणावला
बाय रोड: मुंबई से 120 किमी
स्काइडाइविंग करने से पहले क्या जानना ज़रूरी है
(फोटो साभार- सोशल मीडिया)
1. फिटनेस की जांच
वजन आमतौर पर 90-95 किलोग्राम से कम होना चाहिए (टाइप ऑफ जंप पर निर्भर करता है)। किसी भी हृदय रोग, हाई ब्लड प्रेशर या सिज़र डिसऑर्डर से पीड़ित लोगों को अनुमति नहीं होती है।
2. उम्र की सीमा
टैंडेम जंप के लिए न्यूनतम उम्र 18 वर्ष होनी चाहिए। अधिकतम उम्र की कोई बाधा नहीं, बशर्ते व्यक्ति फिट हो।
3. डॉक्टरी सर्टिफिकेट
कुछ ऑपरेटर्स मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट मांगते हैं, खासकर जब व्यक्ति की उम्र 40 वर्ष से अधिक हों।
स्काइडाइविंग के प्रकार (Types of Skydiving)
(फोटो साभार- सोशल मीडिया)
1. टैंडेम जंप (Tandem Jump)
प्रशिक्षक के साथ एक ही हार्नेस में बंधकर जंप किया जाता है।
पहली बार करने वालों के लिए सबसे सुरक्षित और आसान माना जाता है।
2. स्टैटिक लाइन जंप (Static Line Jump)
पैराशूट विमान से निकलते ही अपने आप खुल जाता है। ज्यादातर ये सेना में ट्रेनिंग के लिए उपयोग किया जाता है।
3. एएफएफ– Accelerated Free Fall
अनुभवी प्रशिक्षकों की निगरानी में स्वतंत्र फ्री फॉल किया जाता है
प्रोफेशनल्स या एडवांस ट्रेनीज़ के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है।
सुरक्षा और प्रशिक्षण (Safety and Training)
दक्षिण भारत के स्काइडाइविंग ऑपरेटर्स DGCA (Directorate General of Civil Aviation) के नियमों का पालन करते हैं। अधिकतर इंस्ट्रक्टर्स USPA (United States Parachute Association) से सर्टिफाइड होते हैं।
प्रशिक्षण में ये अभ्यास शामिल होते हैं:-
ग्राउंड ट्रेनिंग, फॉल पोजिशन की प्रैक्टिस, इमरजेंसी लैंडिंग सिचुएशन की समझ, गियर की जानकारी आदि।
स्काइडाइविंग करने का आदर्श समय (Ideal Time To Go For Skydiving)
दक्षिण भारत में स्काइडाइविंग के लिए वैसे तो पर्यटक वर्ष भर इस रोमांच का लुत्फ उठाते हुए दिखाई देते हैं लेकिन अक्टूबर से मार्च तक का समय सबसे बेहतर माना जाता है क्योंकि इस दौरान मौसम साफ रहता है, हवा नियंत्रित होती है और बारिश या बादलों की संभावना भी कम होती है।
स्काइडाइविंग बुकिंग कैसे करें (How to book skydiving)
(फोटो साभार- सोशल मीडिया)
ऑनलाइन बुकिंग: आप Skyriders, Thrillophilia, Adventure Nation, SkyHigh India जैसी साइट्स पर बुकिंग कर सकते हैं।
डायरेक्ट वेबसाइट्स:
Mysore Skydiving Club
Pondicherry Adventures
Dhana Skydiving Academy
सुझाव और सावधानियां
बुकिंग से पहले रिव्यू ज़रूर पढ़ें।
अपने स्वास्थ्य की जानकारी ईमानदारी से साझा करें।
आरामदायक और फिट कपड़े पहनें। उड़ान से एक दिन पहले भारी खाना या शराब का सेवन न करें। मानसिक रूप से तैयार रहें घबराहट स्वाभाविक है, लेकिन प्रशिक्षक आपको गाइड करेंगे।
एक छलांग, जो ज़िंदगी बदल दे
स्काइडाइविंग एक ऐसा अनुभव है जो आपके आत्मविश्वास को नए पंख देता है। डर और रोमांच के बीच की वह छलांग आपको ज़िंदगी के नजरिए को बदलने की ताकत देती है। दक्षिण भारत की वादियों में जब आप उड़ते हैं, तो केवल धरती ही नहीं, बल्कि खुद को भी एक नई ऊंचाई से देखते हैं।