
Chirag Paswan with CM Nitish Kumar (Photo: Social Media)
Chirag Paswan with CM Nitish Kumar (Photo: Social Media)
Bihar Assembly Election: बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले केंद्रीय मंत्री और लोजपा (रामविलास) के मुखिया चिराग पासवान को लेकर खूब चर्चाएं हो रही हैं। चिराग पासवान ने यह बयान देकर हलचल मचा दी है कि मैं केंद्र की राजनीति में ज्यादा समय तक नहीं रहना चाहता क्योंकि मेरा प्रदेश मुझे बुला रहा है। चिराग की ओर से यह बयान दिए जाने के बाद उनकी पार्टी के नेताओं ने ‘वेलकम चिराग’ का पोस्टर भी शेयर कर डाला। इस पोस्टर में कहा गया है कि चिराग के स्वागत को बिहार है तैयार।
इस बीच चिराग की पार्टी के सांसद अरुण भारती ने चिराग पासवान को बिहार का मुख्यमंत्री बनाए जाने की वकालत भी कर डाली। उन्होंने कहा कि यदि चिराग जैसे ऊर्जावान और दूरदर्शी नेता को बिहार की कमान सौंप जाती है तो निश्चित रूप से राज्य के विकास की रफ्तार को तेजी मिलेगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीमार होने की खबरों के बीच चिराग पासवान की इस सक्रियता के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। आने वाले दिनों में चिराग के नीतीश कुमार के लिए बड़ा खतरा बनने की संभावना तक जताई जाने लगी है।

सियासी गलियारों में चिराग के बयान की खूब चर्चा
सबसे पहले चिराग पासवान के उसे बयान पर गौर फरमाना जरूरी है जिसकी सियासी हल्कों में खूब चर्चा हो रही है। चिराग पासवान का कहना है कि मेरी प्राथमिकता बिहार है और मेरा प्रदेश मुझे बुला रहा है। अपने पिता रामविलास पासवान का जिक्र करते हुए चिराग पासवान ने कहा कि वे केंद्र की राजनीति में ज्यादा सक्रिय थे मगर वे खुद बिहार के लिए काम करना चाहते हैं। चिराग लंबे समय से ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ के एजेंडे पर काम कर रहे हैं। युवाओं से संवाद, शिक्षकों से मुलाकात और विकास पर फोकस उनकी राजनीतिक रणनीति का हिस्सा रहा है।
बिहार में चिराग की सभाओं के दौरान युवाओं की जबर्दस्त भीड़ उमड़ती रही है जो इस वर्ग में उनके बढ़ते क्रेज का बड़ा संकेत है। बिहार की राजनीति में सक्रिय होने का चिराग पासवान का संकेत ऐसे समय में सामने आया है जब कुछ समय बाद बिहार में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। चिराग के बयान को बिहार विधानसभा चुनाव में उनकी बड़ी भूमिका के संकेत के तौर पर देखा जा रहा है। चिराग पासवान के इस बयान की सोशल मीडिया में खूब चर्चा हो रही है।
भाजपा ने किया चिराग के बयान का स्वागत
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के बयान का भाजपा की ओर से स्वागत किया गया है। भाजपा के प्रवक्ता प्रभाकर मिश्र ने कहा कि चिराग पासवान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हनुमान के रूप में चर्चित रहे हैं और अब बिहार की राजनीति में सक्रिय होने की उनकी घोषणा स्वागत योग्य कदम है। केंद्रीय मंत्री के रूप में उनके पिता रामविलास पासवान ने बिहार के विकास में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी।
चिराग पासवान भी अपने पिता के नक्शे कदम पर चलते हुए बिहार के विकास में जुटे हुए हैं। बिहार में सक्रिय होने के उनके बयान से निश्चित रूप से एनडीए को दलितों का बड़ा समर्थन हासिल होगा।

चिराग को सीएम का चेहरा बनाने की मांग
चिराग पासवान की पार्टी के सांसद अरुण भारती ने एक कदम और आगे बढ़ते हुए बिहार में चिराग पासवान को मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाने की बात कह डाली। उन्होंने कहा कि 2025 का चुनाव सिर्फ सरकार का फैसला नहीं होगा बल्कि इस चुनाव से यह भी तय होगा कि आने वाले 25 वर्षों में बिहार किस दिशा में आगे बढ़ेगा।
निश्चित रूप से यदि राज्य की कमान चिराग पासवान जैसे युवा और दूरदर्शी नेता को सौंपी जाती है तो राज्य में विकास के कामों को तेज रफ्तार मिलेगी। उन्होंने कहा कि चिराग पासवान ही बिहार के युवाओं और आम जनता की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं। इस कारण उन्हें बिहार में बड़ी भूमिका दी जानी चाहिए।
लोजपा सांसद के बयान से सियासी हलचल तेज
चिराग पासवान के काफी करीबी माने जाने वाले अरुण भारती ने यह बयान देकर बिहार की सियासत में एक बड़ी हलचल पैदा कर दी है। यह सवाल पूछा जाने लगा है कि क्या आने वाले चुनाव के दौरान चिराग पासवान मुख्यमंत्री पद को लेकर नीतीश कुमार के लिए बड़ा खतरा बनेंगे? हालांकि चिराग को मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाए जाने के संबंध में भाजपा और जदयू की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
वैसे यह जरूर माना जा रहा है कि चिराग ने काफी सोच समझ कर यह बयान दिया है। बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और इस चुनाव से पहले चिराग ने अपनी दावेदारी को मजबूत बनाने वाला बड़ा बयान दिया है।
पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान बिहार से चिराग की पार्टी के पांच सांसद चुने गए थे। हालल के दिनों में बिहार में हुए चिराग के कार्यक्रमों में भारी भीड़ उमड़ती रही है। ऐसे में चिराग की दावेदारी को हल्के में नहीं लिया जा सकता।

विधानसभा चुनाव लड़ने की मांग
लोजपा की युवा शाखा के प्रदेश अध्यक्ष वेद प्रकाश पांडे का कहना है कि चिराग पासवान को अब केंद्र की राजनीति छोड़कर बिहार में सक्रिय होना चाहिए। उन्होंने यह अपील भी की है कि चिराग को राज्य में होने वाला विधानसभा चुनाव लड़ना चाहिए।
हालांकि चिराग पासवान ने साफ किया है कि वे विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री बनने के सवाल पर चिराग का कहना है कि मैं नहीं जानता कि मैं मुख्यमंत्री बनूंगा या नहीं, लेकिन इतना जरूर है कि यदि मुझे ऑप्शन मिलता है तो मैं जरूर बिहार लौटना चाहूंगा।
नीतीश कुमार के लिए बन सकते हैं बड़ा खतरा
चिराग पासवान हाल के दिनों में नीतीश कुमार के नेतृत्व पर भरोसा जताते रहे हैं मगर सियासी जानकारों का मानना है कि नीतीश कुमार की बढ़ती उम्र और खराब सेहत को देखते हुए आने वाले दिनों में चिराग की दावेदारी की अनदेखी नहीं की जा सकती।
दलित और युवा मतदाताओं पर चिराग की मजबूत पकड़ मानी जाती है। इसके साथ ही वे अभी युवा हैं और बिहार की सियासत में उन्हें लंबी रेस का घोड़ा माना जाता रहा है। वे राजद नेता तेजस्वी यादव के खिलाफ मजबूत चेहरा बन सकते हैं। ऐसे में यह देखने वाली बात होगी कि आने वाले दिनों में चिराग के इस बयान का क्या असर पड़ने वाला है।