
BJP President
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BJP President New Face: भारतीय जनता पार्टी की कमान कौन संभालेगा? यह सवाल सबके मन में है। फिलहाल बीजेपी नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की तलाश में जुटी है और पार्टी के अंदर लगातार इसे लेकर मंथन चल रहा है। हालांकि, अभी तक फाइनल किसी का नाम सामने नहीं आया है, लेकिन चर्चा में कई वरिष्ठ नेताओं के साथ-साथ कुछ नए चेहरों के नाम जोड़े जाने की खबर है। इसमें केंद्रीय मंत्री से लेकर एक मुख्यमंत्री तक का नाम शामिल बताया जा रहा है।
बीजेपी अध्यक्ष के लिए कई नामों पर चल रही चर्चा
काफी समय से भाजपा के अंदरूनी हलकों में कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के नाम चर्चा में थे। दोनों को संगठनात्मक अनुभव और केंद्र में मजबूत पकड़ रखने वाला माना जाता है। लेकिन अब कहा जा रहा है कि इस सूची में दो और बड़े नाम जुड़ गए हैं। इनमें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन व डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला का नाम शामिल है।
देवेंद्र फडणवीस का नाम क्यों है खास?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पार्टी नेतृत्व फडणवीस को बड़ी भूमिका देने पर विचार कर रहा है। सूत्रों का कहना है कि उन्हें संकेत दिया गया है कि बिहार विधानसभा चुनाव के बाद उन्हें मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ सकता है। हालांकि उनकी नई भूमिका पर खुलकर चर्चा नहीं हुई है, लेकिन अध्यक्ष पद की दौड़ में उनका नाम मजबूती से उभर रहा है। उनकी गिनती पार्टी के युवा नेताओं में होती है, साथ ही उन्हें आरएसएस और शीर्ष नेतृत्व दोनों का भरोसा हासिल है। यही वजह है कि उनका नाम लगातार सुर्खियों में बना हुआ है।
रूपाला पर भी टिकी निगाहें, धर्मेंद्र प्रधान भी रेस में
इसी तरह गुजरात के वरिष्ठ नेता पुरुषोत्तम रूपाला भी अध्यक्ष पद की रेस में माने जा रहे हैं। कहा जाता है कि उन्हें संघ का समर्थन तो है ही, साथ ही वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी काफी करीबी हैं। उनकी सादगी और संगठन से जुड़ाव उन्हें इस पद के लिए मजबूत दावेदार बनाते हैं। इसके अलावा केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का नाम भी राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय है। प्रधान लंबे समय से पार्टी संगठन में सक्रिय रहे हैं और चुनाव प्रबंधन में उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है।
कब होगा फैसला?
सबसे बड़ा सवाल यही है कि भाजपा अध्यक्ष पद का चुनाव आखिर कब होगा। आधिकारिक तौर पर पार्टी ने अब तक कुछ नहीं कहा है। लेकिन माना जा रहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव के बाद इस पर फैसला लिया जा सकता है। खबरें यह भी हैं कि संभावित उम्मीदवारों की सूची तैयार कर ली गई है और इसपर 9 सितंबर को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव के बाद विचार किया जाएगा। कुल मिलाकर, भाजपा के अंदर नेतृत्व परिवर्तन की आहट तेज हो चुकी है। कई बड़े नाम इस दौड़ में बताए जा रहे हैं, लेकिन अंतिम फैसला पार्टी नेतृत्व और संगठन ही करेगा।