Chitrakoot Chandel Temple (Photos – Social Media)
Chitrakoot Chandel Temple: चंदेल राजवंश का इतिहास काफी पुराना रहा है। देश के अलग-अलग लाखों में इस समय बनाई गई महल इमारतें और अन्य चीज आज भी देखने को मिलती है। चित्रकूट जिले के रामनगर ब्लॉक में एक चंदेल कालीन विशाल मंदिर बसा हुआ है। हालांकि देख रहे क्या भाव में अभी मंदिर केवल अवशेषों में सीमित रह गया है। इस मंदिर का निर्माण एक बड़े तालाब के किनारे किया गया था। यह तालाब कमल के फूल और जीव जंतुओं से भरा हुआ है। मंदिर से जब तालाब को देखा जाता है तो यह बहुत खूबसूरत लगता है। चित्रकूट भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के चित्रकूट ज़िले में स्थित एक नगर तथा नगरपंचायत है। यह बुन्देलखण्ड क्षेत्र में स्थित है और बहुत सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, धार्मिक और पुरातात्विक महत्व रखता है। यह सतना ज़िले और उत्तर प्रदेश के चित्रकूट ज़िले की सीमा पर स्थित है और सीमा के ठीक पार चित्रकूट धाम स्थित है।
ऐसा है चंदेल राजवंश का मंदिर�
मंदिर के प्रवेश द्वार पर एक जैन प्रतिमा दिखाई देती है और पेड़ के नीचे चबूतरे पर देवी देवताओं की खंडित मूर्तियां रखी हुई है। पूरे मंदिर परिसर में आपको देवी देवताओं की कई सारी खंडित मूर्तियां देखने को मिल जाएगी।
मंदिर के बीचो-बीच बना है मंडप
इस मंदिर के बीचो-बीच एक मंडप आठ स्तंभों की मदद से बना हुआ है। आप अगर मंडप में जाएंगे तो आपको शिवलिंग दिखाई देगा इसके लोग आज भी पूजन करने के लिए पहुंचते हैं। मंडप के बाहर नंदी जी की एक प्रतिमा भी बनी हुई है।
मंडप की जानकारी�
मंदिर परिसर में एक बोर्ड लगा हुआ है जिसकी मुताबिक मंदिर के स्तंभ और चित्रकलाएं चंदेल कालीन शिल्प कला के प्रत्यक्ष होने का प्रमाण है।
कब जाएं मंदिर�
इस जगह पर जाने की बात करें तो आप यहां किसी भी मौसम में जा सकते हैं। यहां पर जाने का कोई टिकट नहीं लगता। स्थानीय लोगों के मुताबिक शाम के समय मंदिर अद्भुत दिखाई देता है। मंदिर में बैठकर तालाब की तरफ देखते हुए सूरज ढालने का नजारा बहुत ही शानदार होता है।