
Dr Shivaji Bandappa Kalge Wikipedia (Image Credit-Social Media)
Dr Shivaji Bandappa Kalge Wikipedia (Image Credit-Social Media)
Dr Shivaji Bandappa Kalge Wikipedia: महाराष्ट्र के राजनीतिक परिदृश्य में जब भी समाजसेवा, ईमानदारी और प्रतिबद्धता की बात होती है, तो डॉ. कालगे शिवाजी बंदप्पा का नाम प्रमुखता से लिया जाता है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सशक्त स्तंभ और लातूर (एससी) लोकसभा क्षेत्र से सांसद डॉ. कालगे ने राजनीति में अपने सरल, सुलझे और सेवा भावी दृष्टिकोण से एक अलग पहचान बनाई है। डॉक्टर से राजनीतिज्ञ बने शिवाजी कालगे न केवल एक सफल जनप्रतिनिधि हैं, बल्कि एक कुशल चिकित्सक, किसान और सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं।
प्रारंभिक जीवन और पारिवारिक पृष्ठभूमि
डॉ. शिवाजी कालगे का जन्म 05-मई-1969 को रानी अंकुलगा, महाराष्ट्र में एक साधारण परिवार में हुआ था। इनके पिता बंडप्पा महालिंगप्पा कालगे और मां लक्ष्मीबाई बंडप्पा कालगे थे। इनका विवाह 30 मई, 1996 को डॉ. सविता शिवाजी कालगे से हुआ था। उनकी पत्नी बंदप्पा महालिंगप्पा कालगे एक व्याख्याता हैं और शिक्षा के क्षेत्र में सक्रिय योगदान देती हैं। परिवारिक मूल्य, सामाजिक चेतना और शिक्षा के प्रति आग्रह डॉ. कालगे के व्यक्तित्व की बुनियाद हैं। उनका नाम महाराष्ट्र के 238 निलंगा विधानसभा क्षेत्र के मतदाता सूची में दर्ज है, भाग संख्या 157 में क्रमांक 973 पर।

शिक्षा और चिकित्सकीय सेवा
डॉ. कालगे की शिक्षा ने उनके व्यक्तित्व को दृढ़ आधार प्रदान किया। उन्होंने 1987 से 1991 के दौरान औरंगाबाद स्थित गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज (GMC) से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद उन्होंने 1992-94 के दौरान मराठवाड़ा विश्वविद्यालय से नेत्र चिकित्सा एवं सर्जरी में स्नातक डिप्लोमा प्राप्त किया। एक चिकित्सा व्यवसायी के रूप में उन्होंने ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में हजारों रोगियों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की हैं। उनकी पहचान एक समर्पित और सेवा भावी डॉक्टर के रूप में रही है, जो बिना किसी भेदभाव के लोगों की सेवा करते हैं।
कृषि से जुड़ाव और ग्रामीण जीवन
चिकित्सा पेशे के साथ-साथ डॉ. कालगे एक कृषक भी हैं। उनकी कृषि से आत्मीयता केवल व्यवसाय तक सीमित नहीं, बल्कि वे ग्रामीण भारत की समस्याओं और ज़मीन से जुड़ी चुनौतियों को समझते हैं। यही जुड़ाव उन्हें ग्रामीण जनमानस से जोड़ता है और उनकी राजनीति को अधिक ज़मीनी और जनोन्मुख बनाता है।

राजनीतिक जीवन की शुरुआत और कांग्रेस से नाता
डॉ. कालगे ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत कांग्रेस पार्टी के माध्यम से की। एक चिकित्सा सेवा प्रदाता और किसान के रूप में उनकी पहचान पहले से स्थापित थी, जिसे जनता का भरपूर समर्थन मिला। कांग्रेस पार्टी ने उनकी सामाजिक सेवा, नेतृत्व क्षमता और ईमानदार छवि को देखते हुए उन्हें लातूर (एससी) लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया। 2024 के लोकसभा चुनावों में उन्होंने इस क्षेत्र से जीत हासिल की और सांसद चुने गए। यह जीत केवल एक राजनीतिक विजय नहीं थी, बल्कि यह आम जनता के भरोसे और विश्वास का प्रमाण थी, जो उन्होंने वर्षों की सेवा और सामाजिक सहभागिता से अर्जित किया था।
राजनीतिक दृष्टिकोण और कार्यशैली
डॉ. कालगे की राजनीति मूल्यों, सादगी और पारदर्शिता पर आधारित है। वे राजनीति को सेवा का माध्यम मानते हैं और जनता के मुद्दों को लेकर संसद से लेकर सड़क तक सक्रिय रहते हैं। उनकी कार्यशैली व्यवस्थित, सहभागी और संवाद-प्रधान है। वे अपने क्षेत्र में नियमित रूप से जनसंवाद कार्यक्रम करते हैं और लोगों की समस्याओं को प्राथमिकता देते हैं। वे विशेष रूप से अनुसूचित जातियों, ग्रामीण गरीबों, किसानों और युवाओं की शिक्षा-रोज़गार से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए प्रतिबद्ध हैं।

संपत्ति और पारदर्शिता
राजनीतिक क्षेत्र में पारदर्शिता का विशेष महत्व होता है। डॉ. कालगे ने अपनी संपत्ति और देनदारियों की जानकारी सार्वजनिक रूप से प्रस्तुत की है। उनके पास लगभग ₹32,26,19,499 (32 करोड़ रुपए से अधिक) की चल-अचल संपत्ति है। वहीं, उनके ऊपर ₹2,38,91,845 (लगभग 2.39 करोड़ रुपए) की देनदारियां भी हैं। पारदर्शिता और ईमानदारी के मामले में उनकी छवि साफ-सुथरी मानी जाती है।
जनकल्याण और सामाजिक सरोकार
डॉ. शिवाजी कालगे स्वास्थ्य, शिक्षा और ग्रामीण विकास को अपनी प्राथमिकताओं में रखते हैं। वे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच सुनिश्चित करने के लिए मोबाइल हेल्थ क्लीनिक, मुफ्त स्वास्थ्य शिविर, नेत्र जांच अभियान जैसे कई कार्यक्रम चला चुके हैं। उनकी कोशिश रहती है कि सरकारी योजनाओं का लाभ अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक पहुँचे। महिला सशक्तिकरण, बालिका शिक्षा, स्कॉलरशिप योजनाओं और कृषि सुधारों के लिए वे लगातार प्रयासरत हैं।
राजनैतिक छवि और लोकप्रियता
कांग्रेस पार्टी के भीतर डॉ. कालगे को एक विचारशील, नीतिपरक और जमीनी नेता के रूप में देखा जाता है। उनकी छवि न केवल क्षेत्रीय स्तर पर बल्कि राज्य और राष्ट्रीय राजनीति में भी सम्मानजनक है। जनता के बीच उनकी लोकप्रियता का कारण उनकी सहजता, संवादप्रियता और सेवा भाव है।

भविष्य की योजनाएं और दृष्टिकोण
उनका जीवन यह सिखाता है कि यदि इच्छाशक्ति, ईमानदारी और सेवा भाव हो, तो किसी भी पेशेवर पृष्ठभूमि से आकर भी राजनीति में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है। डॉ. कालगे का सपना है कि लातूर जिला महाराष्ट्र का एक आदर्श विकास मॉडल बने, जहाँ स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, महिला सशक्तिकरण और औद्योगिक विकास समान गति से आगे बढ़े। वे युवाओं को स्वरोजगार, कौशल विकास और उद्यमिता की ओर प्रेरित करने के लिए विशेष योजनाएं लाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। वे स्वास्थ्य क्षेत्र में डिजिटल टेक्नोलॉजी के समावेश की वकालत करते हैं और चाहते हैं कि हर पंचायत स्तर पर टेलीमेडिसिन सुविधाएं उपलब्ध हों। डॉ. कल्गे शिवाजी बंदप्पा एक ऐसे जनप्रतिनिधि हैं जिनकी जड़ें आमजन में गहराई से जुड़ी हैं। चिकित्सा सेवा, कृषक जीवन, और जनसंपर्क के अपने अनूठे अनुभवों के आधार पर वे राजनीति में सशक्त और सकारात्मक भूमिका निभा रहे हैं। वे उन चुनिंदा राजनेताओं में से हैं जो सत्ता को सेवा का माध्यम मानते हैं, न कि लक्ष्य।