Diomede Island Mystery: डायोमेड द्वीप(Diomede Island) समूह :“एक ऐसा द्वीप जहां समय सीमा पार कर आप कर सकते हैं एक दिन का सफर”। डायोमेड द्वीप समूह, रूस और अमेरिका के बॉर्डर पर स्थित, धरती पर एक ऐसा अनोखा स्थान है, जहां से आप सचमुच ‘टाइम ट्रैवल’ कर सकते हैं।
दुनिया में कुछ ऐसी अद्भुत जगहें हैं, जो हमारी समझ से परे और वैज्ञानिक दृष्टि से भी रहस्यमयी लगती हैं। इन्हीं में से एक है रूस और अमेरिका के बीच स्थित डायोमेड द्वीप समूह, जहां आप सचमुच ‘समय यात्रा’ का अनुभव कर सकते हैं। महज 3.8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह द्वीप 21 घंटे के समय अंतर से अलग हैं। यानी एक द्वीप ‘भविष्य’ में है, तो दूसरा ‘अतीत’ में। डायोमेड द्वीप न केवल भूगोल का चमत्कार है, बल्कि यह समय और स्थान के बीच अदृश्य संबंधों का जीता-जागता प्रमाण भी है।
बिग डायोमेड (Big Diomede) और लिटिल डायोमेड (Little Diomede) : समय का अद्भुत खेल
डायोमीड द्वीप, जिन्हें रूसी भाषा में ग्वोज़देव द्वीप के नाम से भी जाना जाता है, उत्तरी प्रशांत महासागर में स्थित दो चट्टानी द्वीपों का समूह है। ये द्वीप रूस और अमेरिका के बीच बेरिंग जलसंधि में स्थित हैं, जो उन्हें भूगोल के लिहाज से महत्वपूर्ण बनाते हैं, क्योकि ये समय और स्थान के बिच अद्वितीय संबंध दर्शाते है ।
इस द्वीप समूह में दो प्रमुख द्वीप हैं।जिन्हे बिग डायोमेड (Big Diomede) और लिटिल डायोमेड (Little Diomede) नाम से जाना जाता है।
बिग डायोमेड जिसे इसे रूसी इनुइट भाषा में ‘इमाक़लिक़’ (Imaqliq), ‘इनालिक़’ (Inaliq), और ‘रातमानोव द्वीप’ (Ratmanov Island) भी कहा जाता है । रूस का हिस्सा, जो अंतरराष्ट्रीय समय रेखा (International Date Line) के पश्चिम में स्थित है। तो वही लिटिल डायोमेड जिसे इसे ‘इग्नालुक’ (Ignaluk) नाम से जाना जाता है, अमेरिकी राज्य अलास्का Alaska का हिस्सा है। यह द्वीप अमेरिका का हिस्सा है , जो अंतरराष्ट्रीय समय रेखा के पूर्व में स्थित है।
इन दोनों द्वीपों के बीच की दूरी मात्र 3.8 किलोमीटर है। लेकिन इनका समय एक-दूसरे से 21 घंटे अलग है। जब आप बिग डायोमेड पर खड़े होते हैं, तो आप लिटिल डायोमेड को ‘भविष्य’ में देख रहे होते हैं। इसी तरह, लिटिल डायोमेड से बिग डायोमेड देखने पर आप ‘अतीत’ में झांकते हैं।
मौसमी बर्फ का पुल :- सर्दियों के दौरान बेरिंग जलसंधि का पानी जम जाता है, जिससे दोनों द्वीपों के बीच का फासला बर्फ के पुल के जरिए तय किया जा सकता है।
डायोमीड द्वीप समूह न केवल दो महाशक्तियों रूस और अमेरिका के भूगोल को जोड़ता है, बल्कि समय और तिथि के चमत्कार को भी प्रस्तुत करता है, जहां कुछ ही दूरी पर ‘आज’ और ‘कल’ का अनुभव किया जा सकता है।
डायोमीड द्वीप समूह : बंटा समाज और खोई हुई विरासत
डायोमीड द्वीप समूह कभी इनुइत जाति के युपिक समुदाय का एक संगठित और सजीव समाज था। दोनों द्वीपों के बीच सांस्कृतिक, पारिवारिक और सामाजिक संबंध इतने घने थे कि लोग इन टापुओं को एक साझा घर मानते थे। यहाँ आपसी शादियाँ आम थीं और दोनों द्वीपों का जीवन एक-दूसरे पर निर्भर था।
बड़े डायोमीड का वीरान होना :- बड़े डायोमीड पर स्थित ‘कुंगा’ गाँव कभी युपिक समाज का प्रमुख केंद्र था। लेकिन इतिहासकार मानते हैं कि शायद अकाल और कठोर परिस्थितियों के कारण यह गाँव वीरान हो गया। फिर भी, कुछ इनुइत परिवार यहाँ पीढ़ियों तक बसे रहे।
शीत युद्ध का प्रभाव :- 1948 में सोवियत संघ ने बिग डायोमेड से सभी इनुइत लोगों को ज़बरदस्ती हटा दिया। यह निर्णय शीत युद्ध के दौरान लिया गया, क्योंकि सोवियत सरकार नहीं चाहती थी कि उनके द्वीप के निवासियों का छोटे डायोमीड पर बसे अपने अमेरिकी इनुइत भाइयों से कोई संपर्क हो। इन परिवारों को साइबेरिया के चुकोत्का क्षेत्र में स्थानांतरित किया गया। लेकिन नई परिस्थितियों और अलगाव ने इन परिवारों को समाप्त कर दिया।
आज का परिदृश्य :- बड़ा डायोमीड अब पूरी तरह वीरान है और वहाँ केवल रूस का सैन्य उपयोग होता है। छोटा डायोमीड अब भी आबाद है, जहाँ केवल 135 लोग (2011 की जनगणना) एक गाँव में रहते हैं। यह गाँव टापू के पश्चिमी तट पर स्थित है।
डायोमेड द्वीप समूह भूगोल और समय का एक अद्भुत चमत्कार है। बिग डायोमेड, जो अब रूस के सैन्य उपयोग तक सीमित है और लिटिल डायोमेड, जो कुछ दर्जन निवासियों के साथ अमेरिकी सीमा का हिस्सा है, दोनों ही अपने बीच 21 घंटे का समय अंतर रखते हैं। ये द्वीप आज भी समय, स्थान और मानव इतिहास के अद्वितीय संबंध को दर्शाते हैं। डायोमेड द्वीप समूह एक अलौकिक स्थान है, जो यह दर्शाता है कि कैसे प्रकृति के नियम हमारी सोच और समझ से परे हो सकते हैं।��