सांकेतिक तस्वीर (Pic – Social Media)
Exit Poll Results : महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव की वोटिंग खत्म होने के बाद अब हर किसी को चुनाव नतीजे का बेसब्री से इंतजार है। चुनाव नतीजे की घोषणा से पहले आए अधिकांश एग्जिट पोल में भाजपा के लिए खुश होने का पूर्वानुमान लगाया गया है। अधिकांश एग्जिट पोल में भाजपा की अगुवाई वाले गठबंधन की महाराष्ट्र में और झारखंड में जीत की बात कही गई है। हालांकि कुछ एग्जिट पोल में इंडिया गठबंधन के चुनावी बाजी जीतने का पूर्वानुमान भी लगाया गया है।
वैसे महाराष्ट्र और झारखंड से पहले हरियाणा में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान अधिकांश एग्जिट पोल गलत साबित हुए थे। ऐसे में महाराष्ट्र और झारखंड में एग्जिट पोल के नतीजे आने के बाद भी कोई नेता लड्डू और अन्य मिठाई का ऑर्डर देने के लिए तैयार नहीं दिख रहा है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस, शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे, कांग्रेस नेता नाना पटोले और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर से जीत का दावा भले ही किया जा रहा हो मगर चुनाव नतीजे को लेकर अभी भी कोई नेता निश्चित नहीं दिख रहा है।
हरियाणा में गलत साबित हुआ था एग्जिट पोल
यदि पिछले चुनाव में किए गए एग्जिट पोल के नतीजे को देखा जाए तो कई मौकों पर एग्जिट पोल पूरी तरह गलत साबित हुआ है। हाल फिलहाल में तो हरियाणा का उदाहरण सबके सामने है। हरियाणा के विधानसभा चुनाव के दौरान अधिकांश एग्जिट पोल कांग्रेस की सरकार बनवाते हुए दिख रहे थे।
एग्जिट पोल के नतीजे आने के बाद कांग्रेस नेताओं का हौसला बुलंद हो गया था। कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा को अगला मुख्यमंत्री बताए जाने लगा था। हालात यह थी कि कांग्रेस नेताओं ने जीत का जश्न मनाने के लिए बड़े पैमाने पर लड्डू बनवाने का ऑर्डर भी दे दिया था।
कांग्रेस की उम्मीदों पर फिर गया था पानी
मतगणना के दिन शुरुआती दौर में कांग्रेस ने बढ़त भी बनाई और कांग्रेस कार्यालय में कार्यकर्ता जीत की संभावना में डांस करने लगे मगर दोपहर होते-होते हरियाणा का सारा नजारा ही बदल गया। कांग्रेस नेताओं की ओर से बड़े पैमाने पर बनवाए गए लड्डू धरे के धरे रह गए।
पीएम मोदी को गोहाना की जलेबी भेजने की भी तैयारी थी मगर कांग्रेस नेताओं का यह अरमान भी पूरा नहीं हो सका। एग्जिट पोल के विपरीत नतीजे आने से कांग्रेस नेताओं की उम्मीद पर पूरी तरह पानी फिर गया। गोहाना में जहां कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जलेबी की फैक्ट्री लगाने की बात कही थी, वहां भी कांग्रेस को करारा झटका लगा।
महाराष्ट्र में दोनों खेमों के अपने-अपने दावे
हरियाणा के विधानसभा चुनाव के बाद ऑर्डर कैंसिल होने से राज्य के लड्डू दुकानदारों और हलवाइयों को बड़ा नुकसान झेलना पड़ा था। हरियाणा जैसी ही स्थिति महाराष्ट्र और झारखंड में भी दिख रही है। महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति और विपक्षी महाविकास अघाड़ी गठबंधन की ओर से अपनी-अपनी जीत के दावे किए जा रहे हैं।
भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस का कहना है कि राज्य में ज्यादा मतदान का फायदा भाजपा और दो अन्य सहयोगी दलों को ही मिलने वाला है।
दूसरी ओर महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले का दावा है कि राज्य के लोगों ने सत्ता में बदलाव के लिए वोट डाला है।
दोनों खेमों की ओर से भले ही जीत के दावे किए जा रहे हो मगर जानकारों का कहना है कि दोनों खेमों के नेता जीत को लेकर पूरी तरह निश्चिंत नहीं दिख रहे हैं। विभिन्न चुनाव क्षेत्रों में कड़ा मुकाबला होने के कारण प्रत्याशी भी चुनाव नतीजे को लेकर दुविधा की स्थिति में दिख रहे हैं।
झारखंड में भी दोनों खेमों को जीत का भरोसा
ऐसी ही स्थिति झारखंड में भी दिख रही है। झारखंड में वोटिंग के बाद आए चार प्रमुख एग्जिट पोल में एनडीए को जीत मिलने का पूर्वानुमान लगाया गया है जबकि तीन एग्जिट पोल में इंडिया गठबंधन को जीत मिलने की बात कही गई है। झारखंड के विधानसभा चुनाव में इस बार एनडीए और इंडिया गठबंधन दोनों ने पूरी ताकत लगाई है।
हालांकि वोटिंग खत्म होने के बाद एनडीए नेताओं को अपनी जीत का भरोसा है मगर हेमंत सोरेन का गठबंधन भी निराश नहीं दिख रहा है। सियासी जानकारों का मानना है कि झारखंड में काफी कड़ा मुकाबला होने के कारण असली तस्वीर मतगणना के दिन ही पता लग सकेगी।