Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Trending
    • सोशल मीडिया पर वायरल हुआ IRCTC का lucknow to Andaman Tour- लग्ज़री ट्रिप पॉकेट-फ्रेंडली दाम में!
    • जहां मां बगुलामुखी के आशीर्वाद से मिली थी युद्ध में जीत, उसी शक्तिपीठ पर झुकता है नेताओं का सिर
    • Bihar Assembly Election: महागठबंधन की प्रेस कॉन्फ्रेंस जारी, आज होगा बिहार के सीएम फेस का ऐलान!
    • सस्पेंस खत्म! तेजस्वी यादव होंगे मुख्यमंत्री उम्मीदवार…? महागठबंधन का आज होगा बड़ा दांव
    • बिहार की लाल रंग की खुनिया नदी और तुतला भवानी जलप्रपात-रोहतास का रहस्यमयी पर्यटन स्थल
    • Upendra Kushwaha Profile: अग्नि परीक्षा के दौर में उपेंद्र कुशवाहा
    • गुजरात की राजनीति में बड़ा ‘छक्का’! जडेजा की पत्नी रिवाबा मंत्रिमंडल में शामिल
    • हरिओम मॉब लिंचिंग: क्या दलित होना अब भी जानलेवा गुनाह है? राहुल गांधी से मिलते मां के छलके आंसू
    • About Us
    • Get In Touch
    Facebook X (Twitter) LinkedIn VKontakte
    Janta YojanaJanta Yojana
    Banner
    • HOME
    • ताज़ा खबरें
    • दुनिया
    • ग्राउंड रिपोर्ट
    • अंतराष्ट्रीय
    • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • क्रिकेट
    • पेरिस ओलंपिक 2024
    Home » Gauri Kund Kedarnath Yatra: बर्फ में भी गर्म रहता है गौरी कुंड का पवित्र जल
    Tourism

    Gauri Kund Kedarnath Yatra: बर्फ में भी गर्म रहता है गौरी कुंड का पवित्र जल

    Janta YojanaBy Janta YojanaSeptember 21, 2025No Comments6 Mins Read
    Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email

    Gauri Kund Kedarnath Yatra Guide (Image Credit-Social Media)

    Gauri Kund Kedarnath Yatra

    Gauri Kund Kedarnath Yatra Guide: अनगिनत ऐतिहासिक धार्मिक स्थलों का गढ़ उत्तराखंड जिसे देवभूमि कहा जाता है, क्योंकि यहां हर घाटी, हर नदी और हर पत्थर किसी न किसी धार्मिक आस्था के साथ पौराणिक कथा से नाता रखता है। इन्हीं कथाओं और धार्मिक स्थलों की लंबी कतार में सबसे ज्यादा महत्व रखती है केदारनाथ की यात्रा। इस स्थल को वैसे तो शिव की महिमा से जोड़ कर देखा जाता है लेकिन शिव की अर्धांगिनी पार्वती का भी इस पवित्र स्थल से गहरा नाता है। जिसका जिक्र कैलाश यात्रा से जुड़ी कथाओं में किया गया है। यही वजह है कि इस यात्रा की शुरुआत होती है एक ऐसे स्थान से जो जितना छोटा दिखता है, उसका महत्व उतना ही विशाल है, यह स्थल गौरी कुंड के नाम से विख्यात है। गौरी कुंड सिर्फ एक जलस्रोत नहीं, बल्कि आस्था, इतिहास और रहस्य का संगम है। यही वह जगह है जहां से केदारनाथ की कठिन यात्रा की शुरुआत होती है। जहां एक साधारण स्नान को पवित्र अनुष्ठान मानकर हर यात्री अपनी यात्रा का आरंभ करता है।

    बेहद अद्भुत है हिमालय की गोद में बसे कुंड का चमत्कार

    कैलाश धाम की यात्रा के दौरान रुद्रप्रयाग जिले की ऊंचाई पर बसा गौरी कुंड देखने में तो एक साधारण गर्म पानी का तालाब लगता है, लेकिन इसका रहस्य हर किसी को चकित कर देता है। वह है इसका पानी। बाहर बर्फ गिर रही हो, तापमान शून्य के नीचे चला जाए। यानी शरीर के भीतर खून भी जमने लग जाए। फिर भी इस कुंड का पानी हमेशा गर्म ही रहता है। यह किसी चमत्कार से कम नहीं है हालांकि वैज्ञानिक कहते हैं कि इसमें सल्फर की मात्रा अधिक है, जो पानी को गर्म बनाए रखती है और उसे औषधीय गुण भी देती है।

    कड़कड़ाती ठंड में जब यात्री इस पवित्र कुंड तक पहुंचते हैं और इस पानी में डुबकी लगाते हैं, तो वे तन-मन दोनों है एक असीम शांति और ऊर्जा को महसूस करते हैं। यहां स्नान करते ही शरीर की सारी थकान छूमंतर हो जाती है। मांसपेशियों में शक्ति का ऐसा संचार होता है जिससे आगे की कठिन चढ़ाई के लिए एक नई ऊर्जा मिलती है।

    गौरी कुंड देवी पार्वती की तपस्या की धरती

    गौरी कुंड की असली पहचान उसकी पौराणिक कथाओं से जुड़ी है। कहते हैं कि यहीं पर देवी पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की थी। वर्षों तक उन्होंने इस जगह पर साधना की। अंततः उनकी भक्ति से प्रसन्न होकर महादेव प्रकट हुए और उनसे विवाह किया। यही कारण है कि यह स्थान ‘गौरी’ यानी पार्वती के नाम से प्रसिद्ध हुआ।

    यही कारण है कि श्रद्धालु मानते हैं कि यहां स्नान करने से देवी गौरी का आशीर्वाद मिलता है और जीवन के सारे दुख दूर हो जाते हैं।

    बेहद रोचक हैं स्नान से जुड़ी मान्यताएं और आस्था

    गौरी कुंड में स्नान करना केवल शरीर को शुद्ध करने की क्रिया नहीं है। यह आत्मा को भी शांति और पवित्रता प्रदान करने का साधन माना जाता है। यात्री यहां आकर जब जल में डुबकी लगाते हैं, तो ऐसा लगता है जैसे वे अपने भीतर के सारे बोझ, सारी नकारात्मकता को वहीं छोड़कर आगे बढ़ रहे हों।कहा जाता है कि इस पवित्र जल में डुबकी लगाने से पिछले जन्मों तक के पाप मिट जाते हैं। साथ ही अविवाहित कन्याएं यहां स्नान करके अपने लिए उत्तम जीवनसाथी की कामना करती हैं, जबकि विवाहित स्त्रियां अपने सुहाग, परिवार और सुखी वैवाहिक जीवन की खुशहाली के लिए प्रार्थना करती हैं। यही वजह है कि हर भक्त अपनी यात्रा की शुरुआत इस स्नान से करना शुभ मानता है।

    यात्रा से पहले मां गौरी का आशीर्वाद स्वरूप महत्व रखता है गौरी कुंड

    केदारनाथ मार्ग की चढ़ाई आसान नहीं है। ऊबड़ खाबड़ पथरीले रास्तों से भरे ऊंचे – ऊंचे पहाड़, बर्फ से ढकी पगडंडियां और ठंडी हवाएं यहां हर यात्री की आस्था और धैर्य की परीक्षा लेती हैं। लेकिन गौरी कुंड का स्नान इस कठिनाई से पहले एक आशीर्वाद की तरह अपनी भूमिका निभाता है। गर्म पानी की डुबकी से मिली ऊर्जा शरीर को थकने नहीं देती। मन को प्रफुल्लित और सकारात्मक रखती है। जब यात्री गौरी कुंड से आगे बढ़ते हैं, तो उन्हें लगता है कि वे सिर्फ पहाड़ पर नहीं चढ़ रहे, बल्कि किसी दिव्य शक्ति की ओर बढ़ रहे हैं। आध्यात्मिक दृष्टि से भी यह स्नान आत्मा को शुद्ध करता है और भगवान शिव के दर्शन के लिए व्यक्ति को योग्य बनाता है। मान्यता है कि जो यहां स्नान करता है, उसकी यात्रा निर्विघ्न और सफल होती है।

    गौरी कुंड से जुड़ी है गणेश जी की कथा

    गौरी कुंड को लेकर एक और प्रसिद्ध कथा है, जो भगवान गणेश से जुड़ी है। कहा जाता है कि जब देवी पार्वती स्नान कर रही थीं, तब उन्होंने अपने शरीर के मैल से एक बालक की रचना की और उसे द्वार पर पहरा देने को कहा। वही बालक गणेश थे। जब भगवान शिव आए और गणेश ने उन्हें रोक दिया तो क्रोधित होकर उन्होंने उनका सिर काट दिया। बाद में जब सच्चाई सामने आई तो भगवान शिव ने हाथी का सिर लगाकर गणेश को पुनः जीवन दिया।

    इस कथा के कारण भी गौरी कुंड को अत्यंत पवित्र माना जाता है। यहां न केवल देवी पार्वती की तपस्या की स्मृति जुड़ी है, बल्कि गणेश जी की उत्पत्ति की कथा भी इस स्थान को विशेष बनाती है।

    गौरी कुंड से जुड़े हैं कई रहस्य

    गौरी कुंड की सबसे रहस्यमय बात यह है कि इसका पानी कभी सूखता नहीं और मौसम चाहे कैसा भी हो, यह हमेशा गर्म ही रहता है। स्थानीय लोग मानते हैं कि यह केवल प्राकृतिक स्रोत नहीं, बल्कि देवी पार्वती की तपस्या का आशीर्वाद है। श्रद्धालु कहते हैं कि इस पानी में स्नान करने से न सिर्फ शरीर शुद्ध और पवित्र होता है, बल्कि मन के बुरे विचार और नकारात्मकता भी धुल जाती है। यही कारण है कि इस जगह पहुंचकर हर कोई अपने आप को हल्का और सकारात्मक महसूस करता है। आधुनिक समय में भी गौरी कुंड अपनी आस्था और महिमा के कारण उतना ही महत्वपूर्ण है जितना सदियों पहले था। हर साल लाखों यात्री यहां पहुंचते हैं, स्नान करते हैं और फिर केदारनाथ की ओर निकल पड़ते हैं। आसपास धर्मशालाएं और छोटे-बड़े आश्रम बने हैं, जहां यात्री ठहरते हैं। 2013 की आपदा में यह क्षेत्र भारी तबाही से गुज़रा, लेकिन आस्था की शक्ति इतनी गहरी थी कि कुछ ही वर्षों में इस स्थान ने फिर से अपनी पहचान को पुनर्जीवित कर लिया। गौरी कुंड कोई साधारण जलकुंड नहीं, बल्कि यह श्रद्धा, इतिहास और अध्यात्म का संगम है। देवी पार्वती की तपस्या, भगवान गणेश की उत्पत्ति, जल के औषधीय गुण और आध्यात्मिक परंपराएं ये सब मिलकर इस स्थान को एक दिव्यता प्रदान करते हैं।

    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous ArticleShamali News: मोदी-ट्रंप दोस्ती पर शिवपाल यादव ने कसा तंज, वोट चोरी पर बड़ा बयान
    Next Article लखनऊ में राहुल गांधी समेत सात के खिलाफ शिकायक दर्ज, कोर्ट में एक अक्टूबर को सुनवाई, जानें मामला
    Janta Yojana

    Janta Yojana is a Leading News Website Reporting All The Central Government & State Government New & Old Schemes.

    Related Posts

    सोशल मीडिया पर वायरल हुआ IRCTC का lucknow to Andaman Tour- लग्ज़री ट्रिप पॉकेट-फ्रेंडली दाम में!

    October 23, 2025

    जहां मां बगुलामुखी के आशीर्वाद से मिली थी युद्ध में जीत, उसी शक्तिपीठ पर झुकता है नेताओं का सिर

    October 23, 2025

    बिहार की लाल रंग की खुनिया नदी और तुतला भवानी जलप्रपात-रोहतास का रहस्यमयी पर्यटन स्थल

    October 21, 2025
    Leave A Reply Cancel Reply

    ग्रामीण भारत

    गांवों तक आधारभूत संरचनाओं को मज़बूत करने की जरूरत

    December 26, 2024

    बिहार में “हर घर शौचालय’ का लक्ष्य अभी नहीं हुआ है पूरा

    November 19, 2024

    क्यों किसानों के लिए पशुपालन बोझ बनता जा रहा है?

    August 2, 2024

    स्वच्छ भारत के नक़्शे में क्यों नज़र नहीं आती स्लम बस्तियां?

    July 20, 2024

    शहर भी तरस रहा है पानी के लिए

    June 25, 2024
    • Facebook
    • Twitter
    • Instagram
    • Pinterest
    ग्राउंड रिपोर्ट

    मूंग की फसल पर लगा रसायनिक होने का दाग एमपी के किसानों के लिए बनेगा मुसीबत?

    June 22, 2025

    केरल की जमींदार बेटी से छिंदवाड़ा की मदर टेरेसा तक: दयाबाई की कहानी

    June 12, 2025

    जाल में उलझा जीवन: बदहाली, बेरोज़गारी और पहचान के संकट से जूझता फाका

    June 2, 2025

    धूल में दबी जिंदगियां: पन्ना की सिलिकोसिस त्रासदी और जूझते मज़दूर

    May 31, 2025

    मध्य प्रदेश में वनग्रामों को कब मिलेगी कागज़ों की कै़द से आज़ादी?

    May 25, 2025
    About
    About

    Janta Yojana is a Leading News Website Reporting All The Central Government & State Government New & Old Schemes.

    We're social, connect with us:

    Facebook X (Twitter) Pinterest LinkedIn VKontakte
    अंतराष्ट्रीय

    पाकिस्तान में भीख मांगना बना व्यवसाय, भिखारियों के पास हवेली, स्वीमिंग पुल और SUV, जानें कैसे चलता है ये कारोबार

    May 20, 2025

    गाजा में इजरायल का सबसे बड़ा ऑपरेशन, 1 दिन में 151 की मौत, अस्पतालों में फंसे कई

    May 19, 2025

    गाजा पट्टी में तत्काल और स्थायी युद्धविराम का किया आग्रह, फिलिस्तीन और मिस्र की इजरायल से अपील

    May 18, 2025
    एजुकेशन

    Doon Defence Dreamers ने मचाया धमाल, NDA-II 2025 में 710+ छात्रों की ऐतिहासिक सफलता से बनाया नया रिकॉर्ड

    October 6, 2025

    बिहार नहीं, ये है देश का सबसे कम साक्षर राज्य – जानकर रह जाएंगे हैरान

    September 20, 2025

    दिल्ली विश्वविद्यालय में 9500 सीटें खाली, मॉप-अप राउंड से प्रवेश की अंतिम कोशिश

    September 11, 2025
    Copyright © 2017. Janta Yojana
    • Home
    • Privacy Policy
    • About Us
    • Disclaimer
    • Feedback & Complaint
    • Terms & Conditions

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.