Goa Tour and Travel Update: गोवा में पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट आई है । खासकर कोरोना महामारी के बाद राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की भीड़ से भरे रहने वाले गोवा के किनारे आज विरान पड़े हैं।जिसका गोवा की अर्थव्यवस्था पर गहरा असर हुआ है।
गोवा भारत का एक छोटा लेकिन बेहद खूबसूरत राज्य है, जो अपने समुद्र तटों, समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और ऐतिहासिक महत्व की वजह से विश्व भर में प्रसिद्ध है।अरब सागर किनारों से घिरा, और लगभग 3702 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैला हुआ गोवा प्राकृतिक सुंदरता का धनी है।जिसकी वजस से पर्यटकों ने घूमने के लिए इसे अपनी लिस्ट में हमेश अव्वल स्थान ही दिया है।लेकिन अब ऐसा लगता है, पर्यटकों को गोवा खासा रास नहीं आ रहा है।
कोरोना महामारी के बाद गोवा में पर्यटकों की संख्या साल – दर-साल घटती ही जा रही है, खासकर विदेशी पर्यटक। स्थानीय अखबार ‘दैनिक ओहेराल्डो’ के अनुसार, 2019 में महामारी से पहले गोवा में लगभग 9.4 लाख विदेशी पर्यटक घूमने आए थे। लेकिन 2023 में गोवा में पर्यटकों की संख्या लगभग 4.03 लाख पर सिमट गई, जो 2019 की तुलना में लगभग आधी है।
गोवा में पर्यटकों की संख्या में गिरावट के कारण
कोरोना महामारी का असर
कोरोना महामारी का पूरी दुनिया पर बुरा असर पड़ा था। महामारी की वजह से कई देशों की अर्थव्यवस्था डगमगा गई थी।,आज भी कुछ देश इससे उबरने की कोशिश कर रहे हैं। महामारी के दौरान संक्रमण के डर से कई महीनों तक राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय उड़ानें बंद रहीं, जिसकी वजह से आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई थी। हालांकि स्थिति सामान्य होने के बावजूद, स्वास्थ्य के प्रति बढ़ती सतर्कता ने भी पर्यटकों को यात्रा से दूर रखा।
इसके अलावा, महामारी का लोगों की जेब पर भी बहुत बुरा असर हुआ था, जिसकी वजह से महामारी के बाद भी आर्थिक चुनौतियों के कारण पर्यटक लंबी यात्राओं पर कम खर्च कर रहे हैं। इसके अलावा, कई पर्यटक अन्य सस्ते या पास के गंतव्यों को प्राथमिकता दे रहे हैं।
गोवा में बढ़ती महंगाई
दशकों से गोवा पर्यटकों के लिए छुट्टियाँ मनाने का अव्वल गंतव्य रहा है। खासकर क्रिसमस और न्यू ईयर के दौरान यहाँ का माहौल देखने लायक होता था, जब देश-विदेश से भारी संख्या में लोग गोवा आते थे। लेकिन पिछले चार सालों में पर्यटकों की संख्या में लगभग 80 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। इसका मुख्य कारण गोवा में बढ़ती महंगाई और यहाँ के व्यापारियों द्वारा की गई कीमतों में अत्यधिक वृद्धि मानी जा रही है।
एक समय था जब गोवा के समुद्र तटों और बाज़ारों में पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ती थी। इसी अवसर का लाभ उठाते हुए स्थानीय कारोबारियों ने अपने उत्पादों और सेवाओं के दाम बढ़ा दिए थे। होटल किराए, खाने-पीने की चीज़ों और परिवहन पर बढ़ती लागत ने गोवा को पहले से अधिक महंगा बना दिया है। उच्च दरों और बढ़ती लागत के कारण अब पर्यटक यहाँ आने से बचने लगे हैं।
पहले जहाँ सस्ती दरों पर यहाँ के खूबसूरत बीच, होटल्स, और रेस्तरां पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होते थे, अब महंगी कीमतें और उच्च दरें गोवा के पर्यटन को प्रभावित कर रही हैं।
टैक्सी चालकों की मनमानी और पर्यटकों का आर्थिक उत्पीड़न
टैक्सी चालकों की मनमानी और पर्यटकों का आर्थिक उत्पीड़न, गोवा में पर्यटकों की संख्या में गिरावट का मुख्य और महत्वपूर्ण कारण माना जा रहा है। गोवा में पर्यटकों से अक्सर टैक्सी सेवाओं के लिए अत्यधिक शुल्क लिया जाता है, खासकर विदेशी पर्यटकों से। इन चालकों द्वारा मनमानी दरें और अधिकतर समय मीटर न चलाने की वजह से पर्यटक असहज महसूस करते हैं।
इसके अलावा, पर्यटकों से अतिरिक्त पैसे वसूलने के लिए टैक्सी चालकों द्वारा उनसे मारपीट के भी मामले सामने आए हैं। इसके अलावा, ओला और उबर जैसी सुविधाजनक सेवाओं की उपलब्धता न होने की वजह से भी पर्यटकों को भारी असहजता का सामना करना पड़ता है। और इसी आर्थिक उत्पीड़न के कारण अब पर्यटक गोवा में आने से हिचकिचाते हैं। सस्ते विकल्पों की तलाश में अन्य गंतव्यों की ओर रुख कर रहे हैं।
अन्य विकल्पों की उपलब्धता
गोवा में सिर्फ विदेशी पर्यटक ही नहीं, बल्कि भारतीय पर्यटक भी परेशान हैं, जिसका मुख्य कारण है महंगे होटल्स, महंगा खाना, टैक्सी ड्रायवरों की मनमानी, आवाजाही के लिए पर्याप्त विकल्पों का न होना, यहाँ तक कि पर्यटकों का आर्थिक उत्पीड़न। और यही कारण है कि आज, विदेशी पर्यटकों के साथ-साथ भारतीय पर्यटक घूमने के लिए दूसरे विकल्प ढूंढ़ रहे हैं, और जो उन्हें आसानी से मिल भी रहे हैं। क्योंकि दक्षिण-पूर्व एशिया और अन्य पर्यटन स्थल जैसे थाईलैंड, जहाँ भारतीय पर्यटकों को वीजा की जरूरत नहीं होती, तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। इसके अलावा, पर्यटकों के पास वियतनाम, मलेशिया और थाईलैंड जैसे सस्ते गंतव्य स्थल उपलब्ध हैं, जहाँ उन्हें ज्यादा पैसे खर्च नहीं करने पड़ते। यही कारण है कि पर्यटक अब इन स्थलों को गोवा से ज्यादा प्राथमिकता दे रहे हैं।
इन्हीं सब कारणों की वजह से आज गोवा में पर्यटक कम हो गए हैं।सड़कें खाली हैं, जिसका गोवा के स्थानीय कारोबार और अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ा है। हालांकि, भारत में गोवा के अलावा भी कई ऐसे स्थल हैं जहाँ पर्यटक नए साल का जश्न मना सकते है। इन जगहों पर न केवल मनोरंजन के बेहतरीन विकल्प हैं, बल्कि सस्ती और सुविधाजनक यात्रा के साधन भी उपलब्ध हैं, जिससे पर्यटकों को एक अच्छा अनुभव मिल सकता है। तो आइये जानते है ऐसे ही भारत के कुछ पर्यटन स्थलों के बारे में।
अंडमान और निकोबार द्वीप
बंगाल की खाड़ी में स्थित अंडमान और निकोबार, भारत का एक अद्वितीय और रमणीय द्वीप समूह है।जो अपने सफेद और रेतीले समुद्र किनारे, शुद्ध जल,प्राकृतिक सुंदरता,और विविध जीव-जंतुओं के लिए जाना जाता है।
लक्षद्वीप
अरब सागर में स्थित, भारत का एक अद्भुत द्वीप समूह लक्षद्वीप, अद्वितीय है।यहाँ का नीला पानी, समुद्र तट, समुद्री जीव, और प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों को एक सुखद अनुभव प्रदान करता है।
कन्याकुमारी
भारत के तमिलनाडु राज्य के दक्षिणी सिरे पर स्थित कन्याकुमारी, संगम स्थल के नाम से जाना जाता है ।,क्योकि यहाँ बंगाल की खाड़ी, अरब सागर और हिंद महासागर का संगम होता है।यहाँ की ठंडी हवाएं और प्राकृतिक सौंदर्य पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता हैं। इसके अलावा कन्याकुमारी, कन्याकुमारी देवी मंदिर, विवेकानंद रॉक मेमोरियल, गांधी म्यूज़ियम और यहाँ के सूर्योदय और सूर्यास्त के लिए भी प्रसिद्ध है |
पुदुचेरी
तमिलनाडु राज्य से घिरा हुआ पुदुचेरी, भारत के दक्षिणी तट पर स्थित एक खूबसूरत शहर जिसे है, जिसे पहले ‘पॉंडिचेरीं’ के नाम से जाना जाता था।,यह शहर अपने – आप में एक इतिहास है । यहाँ की फ्रांसीसी विरासत, रंग-बिरंगे घर, अद्वितीय वास्तुकला, साफ समुद्र किनारे , और शांतिपूर्ण वातावरण इसे लोकप्रिय बनाते है।
अजंता एवं एलोरा की गुफाऐं
महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले के पास स्थित अजंता एवं एलोरा की गुफाऐं, महाराष्ट्र की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर में से एक है । ये गुफाएँ प्राचीन बौद्ध मठ और मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है । इन गुफाओ के अंदर खूबसूरत बौद्ध धर्म से संबंधित चित्रकारी और मूर्तियां है जिन्हे चट्टानों को काटकर बनाया गया है।,
मैक्लोडगंज
भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य के कांगड़ा जिले में प्रसिद्ध हिल स्टेशन मैक्लोडगंज अपने आप में प्राकृतिक सुंदरता का एक उदाहरण है । तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा निवासस्थान, प्राचीन हिंदू मंदिर भगसुनाथ, तिब्बती संस्कृति और कला, कांगड़ा घाटी और ट्रैकिंग, तिब्बती बौद्ध धर्म के मठ और गुम्बा, यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण यहाँ की प्राथमिक विशेषताओं में से एक है ।
तवांग
भारत के पूर्वोत्तर राज्य अरुणाचल प्रदेश का तवांग एक प्रमुख पर्यटक स्थल है । यहाँ की ऐतिहासिक धरोहर , बौद्ध संस्कृति, और प्राकृतिक सुंदरता इसे और भी सुंदर बनाती है।
केरल
भारत के दक्षिण-पश्चिम में स्थित केरल एक खूबसूरत राज्य है। यह अपने हाउसबोट्स, मसाला बागानों और शांत समुद्र तटों के लिए लोकप्रिय है। केरल की सांस्कृतिक विविधता और प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों को यहाँ आने के लिए मजबूर करती है।
असम
ब्रम्हपुत्रा नदी के किनारे स्थित और भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में से एक, असम भारत के खूबसूरत राज्यों में से एक है । यहाँ के चाय के बागान, प्राकृतिक सुंदरता, पुरातत्व स्थल, रेशम बाज़ार और बिहू नृत्य पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देते है । यह राज्य प्राकृतिक प्रेमियों, साहसिक गतिविधियों के शौकीन, और संस्कृति के खोजकर्ताओं के लिए एक अद्भुत गंतव्य है।
गुलाबी शहर ‘जयपुर’
राजस्थान की पिंक सिटी यानि जयपुर भारतीय पर्यटन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह गुलाबी शहर अपने किलों एवं प्राचीन इमारतों की वजह से हमेशा से ही आकर्षण का एक केंद्र बना हुआ है। यहाँ का हवा महल भी आकर्षण का केंद्र एक है।
दार्जिलिंग
पहाड़ियों की रानी नाम से प्रसिद्ध ‘दार्जिलिंग’ पश्चिम बंगाल में स्थित है । और भारत का एक प्रमुख हिलस्टेशन है जो चाय बागानों, शांतिपूर्ण वातावरण और प्राकृतिक सुंदरता के लिए लोकप्रिय है ।
टाइगर हिल, दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे,चाय बागान, पद्मजा नायडू हिमालयन जूलॉजिकल पार्क, जापानी शांति स्तूप,रॉक गार्डन, गंगा माया पार्क और भूटिया बस्टी मठ यहाँ के प्रमुख आकर्षक स्थल है ।
नैनीताल
उत्तराखंड में स्थित शहर नैनीताल, झीलों के शहर के नाम से भी जाना जाता है। यह हिमालय की गोद में बसा एक खूबसूरत शहर है।
यहाँ की नैनी झील, नैना देवी मंदिर, स्नो व्यू पॉइंट, टिफिन टॉप, नैनी चिड़ियाघर, मॉल रोड, भीमताल और सातताल, किलबरी पर्यटकों में लोकप्रिय है।
जंगल सफारी का भी उठा सकते है लुफ्त
भारत में वन्यजीवन प्रेमियों और रोमांचक अनुभव चाहने वालों के लिए कई राष्ट्रीय उद्यान हैं, जो भारतीय बाघों के दर्शन के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध हैं। जिनमे कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान, काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान, रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान, कान्हा राष्ट्रीय उद्यान, पेंच राष्ट्रीय उद्यान, सुंदरबन राष्ट्रीय उद्यान, ताड़ोबा राष्ट्रीय उद्यान, बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान,गिर राष्ट्रीय उद्यान, पेरियार राष्ट्रीय उद्यान शामिल हैं।जहाँ पर्यटक जंगल सफारी का लुफ्त उठा सकते है।