आदित्य चौटाला और अर्जुन चौटाला (Pic- Social Media)
Haryana Election Result :�हरियाणा विधानसभा चुनाव में पूर्व उप प्रधानमंत्री देवीलाल के परिवार के आठ सदस्यों ने विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ा था, लेकिन उनमें से सिर्फ दो ही विजयी हुए – इनेलो के अर्जुन चौटाला और आदित्य देवीलाल।
इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के वरिष्ठ नेता अभय सिंह चौटाला के छोटे बेटे 32 वर्षीय अर्जुन चौटाला ने रानिया सीट से कांग्रेस के सर्व मित्तर, भाजपा के शीशपाल कंबोज और मौजूदा विधायक और भाजपा के बागी रंजीत चौटाला को हराया। पूर्व बिजली मंत्री रंजीत चौटाला (79) अर्जुन के दादा ओम प्रकाश चौटाला के छोटे भाई हैं, जो स्वर्गीय देवी लाल के बेटे हैं। भाजपा द्वारा टिकट न दिए जाने के बाद रंजीत ने निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा था।
2019 के विधानसभा चुनाव में चौटाला परिवार के तीन सदस्य – जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के दुष्यंत चौटाला, उनकी मां नैना चौटाला और रंजीत – सफल रहे थे। शिमला के बिशप कॉटन स्कूल से पढ़ाई करने वाले अर्जुन ने 2019 का लोकसभा चुनाव कुरुक्षेत्र सीट से लड़ा था, लेकिन पांचवें स्थान पर रहे। इस बार इनेलो ने उन्हें सिरसा जिले की रानिया सीट से मैदान में उतारा। ये चौटाला परिवार का पारंपरिक गढ़ है।
अर्जुन के परदादा देवीलाल ने सिरसा से अपनी राजनीति शुरू की थी और वे उप प्रधानमंत्री पद तक पहुंचे, जबकि उनके के बेटे ओम प्रकाश चौटाला।पांच बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।।अर्जुन के पिता अभय, (61) ओम प्रकाश के छोटे बेटे हैं। अभय ने सिरसा जिले के ऐलनाबाद से चुनाव लड़ा था, लेकिन चुनाव हार गए। अन्य चौटालाओं को भी हार का सामना करना पड़ा। जेजेपी नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत (36) ने फिर से उचाना कलां से चुनाव लड़ा, लेकिन अपनी सीट नहीं बचा सके।
आदित्य चौटाला
देवी लाल के चौथे बेटे जगदीश चंद्र के बेटे (47) वर्षीय आदित्य देवी लाल ने डबवाली सीट से आईएनएलडी के टिकट पर जीत दर्ज की है। मौजूदा विधायक और कांग्रेस उम्मीदवार अमित सिहाग, जो चुनाव हार गए, देवी लाल के पोते भी हैं। दुष्यंत के छोटे भाई दिग्विजय चौटाला (33) इस सीट से जेजेपी के उम्मीदवार थे। आदित्य 2014 में आईएनएलडी से बीजेपी में चले गए थे। हालांकि, उन्हें उस साल विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी का टिकट नहीं मिल सका था।
2016 में आदित्य ने सिरसा में जिला परिषद सदस्य के चुनाव में अभय चौटाला की पत्नी और अपनी भाभी कांता सिंह चौटाला को हराया था। 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने आदित्य को डबवाली से मैदान में उतारा था, लेकिन वह सिहाग से हार गए थे। उसी साल बाद में भाजपा ने आदित्य को सिरसा जिला पार्टी अध्यक्ष नियुक्त किया। भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने उन्हें अप्रैल 2023 में हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड का अध्यक्ष भी नियुक्त किया। मौजूदा विधानसभा चुनाव से पहले सितंबर में आदित्य इनेलो में वापस आ गए, जिसने उन्हें डबवाली सीट से मैदान में उतारा।