Haryana Politics :�हरियाणा में भाजपा भले ही मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को एक बार फिर सीएम पद का चेहरा बता रही हो, मगर हरियाणा भाजपा में सीएम पद को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। अभी हाल में हरियाणा भाजपा के वरिष्ठ नेता अनिल विज ने सीएम पद को लेकर अपनी दावेदारी पेश की थी और अब केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह भी सीएम पद की दौड़ में शामिल हो गए हैं। उन्होंने खुद को सीएम पद के काबिल बताकर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के सामने नई मुश्किल पैदा कर दी है।
अनिल विज ने खुद को बताया था सीएम चेहरा
हरियाणा के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस में भले ही अपना सीएम चेहरा न घोषित किया हो मगर भाजपा नायब सिंह सैनी को अपना सीएम चेहरा बताती रही है। इसके बावजूद राज्य भाजपा के वरिष्ठ नेता अनिल विज ने हाल में खुद को सीएम पद का चेहरा बताया था। उनका कहना था कि यदि हरियाणा के विधानसभा चुनाव में भाजपा को जीत हासिल हुई तो वा सीएम पद के लिए निश्चित रूप से दावेदारी पेश करेंगे।
हरियाणा का चेहरा बदल देने की क्षमता
उन्होंने खुद के सबसे वरिष्ठ होने का दावा करते हुए कहा था कि मुझे काम का लंबा अनुभव है। उनका कहना था कि मेरे समर्थक अक्सर मुझसे सवाल पूछा करते हैं कि इतना वरिष्ठ होने के बावजूद अभी तक आपको मुख्यमंत्री क्यों नहीं बनाया गया। समर्थकों की भारी मांग को देखते हुए इस बार मैं पार्टी हाईकमान के सामने खुद को राज्य का मुख्यमंत्री बनाने की मांग रखूंगा।
उन्होंने यहां तक दावा कर डाला कि मुख्यमंत्री बनने पर मेरे पास हरियाणा का चेहरा बदल देने की क्षमता है। अनिल विज की ओर से किए गए इस दावे की भाजपा में खूब चर्चा हो रही है। पूछा जा रहा है कि आखिरकार उन्होंने यह दावा क्यों और किस आधार पर किया है।
अब राव इंद्रजीत सिंह ने भी ठोकी दावेदारी
इस बीच मुख्यमंत्री पद की दावेदारी में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह भी कूद पड़े हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक मैंने निजी तौर पर कभी मुख्यमंत्री पद की डिमांड नहीं की है मगर मैं इस पद के लिए पूरी तरह काबिल और सक्षम हूं। एक अंग्रेजी अखबार को दिए गए इंटरव्यू में राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि अपने कद, उपलब्धियां और राजनीतिक प्रदर्शन को देखते हुए मुझे लगता है कि मैं मुख्यमंत्री पद के लिए सही उम्मीदवार हूं।
उन्होंने कहा कि मैंने खुद कभी भी यह मांग नहीं उठाई है,लेकिन मेरे समर्थक लंबे समय से मुझे मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। केंद्रीय मंत्री ने यहां तक कहा कि भले ही मुझे अभी तक मुख्यमंत्री न बनाया गया हो मगर सच्चाई है कि मैं 2014 से ही इस पद का दावेदार हूं। उन्होंने कहा कि यदि पार्टी की ओर से मुझे मुख्यमंत्री पद का ऑफर किया जाता है तो मैं इसे खारिज नहीं करूंगा। मैं इस जिम्मेदारी को संभालने के लिए पूरी तरह तैयार हूं।
भाजपा नेतृत्व की मुश्किलें बढ़ीं
भाजपा नेतृत्व को यह स्थिति उलझन में डालने वाली है क्योंकि भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री पद का चेहरा बताया जाता रहा है। अनिल विज की ओर से मुख्यमंत्री पद पर दावेदारी जताई जाने के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता धर्मेंद्र प्रधान ने स्पष्ट रूप से सैनी को ही सीएम चेहरा बताया था।
उन्होंने इस बाबत पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों का भ्रम दूर करने की कोशिश की थी मगर अब राव इंद्रजीत सिंह भी सीएम पद की दौड़ में कूद पड़े हैं। पार्टी के दो नेताओं की ओर से सीएम पद पर दावेदारी जताए जाने के बाद माना जा रहा है कि इसे लेकर पार्टी में खींचतान आने वाले दिनों में और बढ़ सकती है।