HSSC Recruitment Scam : हरियाणा में 2008 में हुई पुलिस इंस्पेक्टर भर्ती को लेकर एक बार फिर विवाद गर्मा गया है। इस भर्ती में अनियमितताओं के आरोप लगाते हुए उम्मीदवार अमित कुमार ने हाईकोर्ट का रुख किया था। उन्होंने दावा किया कि अर्जुन राठी और दीपक नाम के दो उम्मीदवारों ने लिखित परीक्षा ही नहीं दी थी, फिर भी उन्हें भर्ती में चयनित कर लिया गया।
इस मामले पर सुनवाई के दौरान माननीय हाईकोर्ट ने कहा कि वह किसी जांच एजेंसी की भूमिका नहीं निभा सकता। हालांकि, याचिकाकर्ता को फैसले के खिलाफ अपील करने का अधिकार है। कोर्ट ने इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित करने के निर्देश दिए थे।
HSSC के पास परीक्षा की उपस्थिति शीट उपलब्ध नहीं थी
कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि 16 साल बाद हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) के पास परीक्षा की उपस्थिति शीट उपलब्ध नहीं थी। इस कारण यह सत्यापित करना मुश्किल हो गया कि आरोपित उम्मीदवारों ने वास्तव में परीक्षा दी थी या नहीं। कमेटी ने सुझाव दिया कि इन उम्मीदवारों की हैंडराइटिंग के नमूने लेकर किसी विशेष जांच एजेंसी से उनका परीक्षण कराया जाए।
सरकार कोर्ट के आदेशों का पालन करेगी- सीएम
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस मामले पर बयान देते हुए कहा कि सरकार कोर्ट के आदेशों का पूरी तरह पालन करेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार इस मामले में एडवोकेट जनरल (AG) से राय लेगी और यदि HSSC हैंडराइटिंग जांच के लिए किसी विशेष एजेंसी की सेवाएं लेना चाहता है, तो सरकार तुरंत सहयोग प्रदान करेगी।
वहीं अब इस पूरे मामले को लेकर सभी की नजरें HSSC की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं। हेडलाइनंस बनाएं
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