
Mysterious Forts of South India (Image Credit-Social Media)
Mysterious Forts of South India (Image Credit-Social Media)
Mysterious Forts of South India: दक्षिण भारत न सिर्फ अपनी प्राकृतिक सुंदरता, समुद्र तटों, नारियल के पेड़ों, बैकवाटर और प्रसिद्ध मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। इसी के साथ यहां स्थित ऐतिहासिक किले भी उतने ही आकर्षक और रहस्यमयी हैं। ये किले न केवल स्थापत्य कला का अद्भुत उदाहरण हैं, बल्कि इनके साथ जुड़ी कहानियां, दंतकथाएं और रहस्य इन्हें और भी रोमांचक बना देते हैं। गोलकोंडा से लेकर कोंडावीडू तक, इन किलों में छिपे रहस्य, खजाने की कहानियां और भूतिया अनुभव पर्यटकों को अपनी ओर खींचते चले हैं। आइए जानें दक्षिण भारत के कुछ ऐसे रहस्यमयी किलों के बारे में, जो इतिहास और रहस्य दोनों में डूबे हुए हैं।
गोलकोंडा फोर्ट, तेलंगाना-आधी रात को यहां से आती हैं अजीबोगरीब आवाज़ें

गोलकोंडा फोर्ट हैदराबाद से लगभग 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक विश्व प्रसिद्ध किला है। इस किले का निर्माण 13वीं शताब्दी में काकतिया राजवंश द्वारा शुरू किया गया था और यह 16वीं शताब्दी में बहमनी सुल्तानों और फिर कुतुब शाही वंश के शासनकाल में अपने पूर्ण स्वरूप में आया।
विशेषताएं और रहस्य
फोर्ट के अंदर कई सीक्रेट टनल्स मौजूद होने की बात कही जाती है। माना जाता है कि इनमें भारी मात्रा में खजाना छिपा था हुआ है, लेकिन अब तक इनका पता नहीं चल पाया है। आधी रात को यहां से अजीबोगरीब आवाज़ें सुनाई देने की भी घटनाएं रिपोर्ट की गई हैं।
इस किले की एक अनोखी ध्वनि प्रणाली है। यदि मुख्य द्वार पर ताली बजाई जाए तब भी तो उसकी आवाज़ किले के ऊपर तक सुनाई देती है। जो उस युग की अद्भुत इंजीनियरिंग को दर्शाता है।
जिंजी फोर्ट, तमिलनाडु

तमिलनाडु के विल्लुपुरम जिले में स्थित जिंजी फोर्ट, पुडुचेरी से करीब 37 किलोमीटर की दूरी पर है। इसे ‘पूर्व का ट्रॉय’ भी कहा जाता है और यह दक्षिण भारत का सबसे अभेद्य दुर्ग माना जाता था।
जिंजी फोर्ट का इतिहास
इसका निर्माण 9वीं शताब्दी में पल्लव राजाओं द्वारा किया गया था। बाद में इस पर चोल, विजयनगर, मराठा, मुगल और फ्रांसीसी शासकों का अधिकार रहा।
जिंजी फोर्ट से जुड़ा रहस्य और मान्यताएं
दक्षिण भारत में मौजूद जिंजी फोर्ट में कई सुरंगों और तहखानों की बात कही जाती है जिनमें चोल और फ्रांसीसी काल के खजाने छिपे होने की मान्यता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सूर्यास्त के बाद इस किले के पास जाना खतरे से खाली नहीं है। कई लोगों ने वहां असामान्य घटनाओं का अनुभव किया है।
बेकल किला, केरल

केरल के कासरगोड जिले में अरब सागर के किनारे स्थित बेकल किला राज्य का सबसे बड़ा किला है। यह एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, लेकिन इसके साथ कई रहस्यमयी कहानियां भी जुड़ी हैं।
इतिहास
इस किले का निर्माण 16वीं शताब्दी में केलाडी राजवंश के शिवप्पा नायक ने करवाया था।
रहस्य और मान्यताएं
यह स्थान कभी एक प्रमुख व्यापारिक केंद्र था। स्थानीय लोगों का मानना है कि यहां पर मृतकों को दफनाया जाता था और उनकी आत्माएं अभी भी यहां भटकती हैं। सूर्यास्त के बाद यहां की शांति एक डरावनी चुप्पी में बदल जाती है।
कोंडावीडू किला, आंध्र प्रदेश

कोंडावीडू किला गुंटूर जिले से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक प्राचीन दुर्ग है। इसका निर्माण 13वीं शताब्दी में रेड्डी राजवंश के शासक अनापोथा रेड्डी ने करवाया था।
विशेषताएं
यह किला कई गुफाओं और सीक्रेट चैंबर्स के लिए प्रसिद्ध है। लोगों का कहना है कि यहां की गुफाओं से रहस्यमयी आवाजें आती रहती हैं।पर्यटक अक्सर यहां आने से डरते हैं, खासकर सूर्यास्त के बाद।
वेल्लोर फोर्ट, तमिलनाडु

वेल्लोर किला एक बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था वाला किला है, जिसे विजयनगर साम्राज्य ने 16वीं शताब्दी में बनवाया था।
रहस्य
यह किला अपनी पानी से भरी खाई और गुप्त सुरंगों के लिए प्रसिद्ध है।यह किला ब्रिटिश शासन के दौरान एक जेल के रूप में भी प्रयुक्त हुआ था।यहां कई लोगों ने असामान्य गतिविधियां अनुभव की हैं, जिससे यह रहस्यमयी बन जाता है।
टीपू का किला और पलक्कड़ फोर्ट, केरल

टीपू सुल्तान द्वारा बनवाए गए इन किलों की स्थापत्य कला भव्य है। लेकिन इनके भीतर के गलियारे और तहखाने इन्हें रहस्यपूर्ण बनाते हैं।
कथाएं
स्थानीय लोगों का मानना है कि इन किलों में भी प्रेतात्माएं वास करती हैं।
पुरातन समय में यहां युद्धबंदियों को रखा जाता था और कई लोग मानते हैं कि उनकी आत्माएं अभी भी इन किलों में भटकती हैं।
अरन्थांगी किला, तमिलनाडु

यह किला पुदुकोट्टई जिले में स्थित है और इसका इतिहास कई राजवंशों से जुड़ा है।
रहस्य
यह किला आज खंडहर में बदल चुका है, लेकिन इसकी बनावट और अंदर की दीवारों पर उकेरी गई चित्रकला आज भी लोगों को हैरान करती है। स्थानीय कहानियों के अनुसार, यहां कई सैनिकों की आत्माएं आज भी मौजूद हैं।
विजयनगर किला-हंपी, कर्नाटक

हंपी के विजयनगर साम्राज्य के अवशेषों में स्थित यह किला भारत के सबसे रहस्यमयी स्थानों में से एक है।
विशेषताएं
यहां की पत्थर की नक्काशी, मंदिर और स्तंभ मधुर धुन उत्पन्न करते हैं।
यह स्थान विश्व धरोहर स्थल है, लेकिन इसके आसपास कई घटनाएं ऐसी होती हैं जो इसे रहस्य का केंद्र बनाती हैं।
दक्षिण भारत के ये रहस्यमयी किले इतिहास, रहस्य और रोमांच का अद्भुत संगम हैं। इन किलों में छिपे खजाने, सीक्रेट टनल्स, गुफाएं और भूत-प्रेत की कहानियां आज भी लोगों की जिज्ञासा को जिंदा रखती हैं। यदि आप भी रहस्यों के प्रेमी हैं तो एक बार इन किलों की यात्रा अवश्य करें।