Shri Krishna Janmashtami (Pic Credit-Social Media)
Janmashtami Celebrations In Varanasi: भारत रंग-बिरंगे त्योहारों और जीवंत समारोहों का देश है। यहां पर हर अवसर को बहुत जोश और उत्साह के साथ मनाया जाता हैं। वैसा ही कुछ रंग कृष्ण जन्माष्टमी पर भी देखने को मिलता है। वास्तव में, यह भारत में सबसे अधिक मनाए जाने वाले त्योहारों में से एक है क्योंकि यह सबसे प्रिय हिंदू भगवान श्री कृष्ण के जन्म का प्रतीक है। वाराणसी में पर्यटन यह सुनिश्चित करता है कि शहर में कृष्ण जन्माष्टमी समारोह भव्य से भव्य रूप में आयोजित किया जाए।�
क्या होता है जन्माष्टमी पर?
भगवान शिव की भूमि काशी में धार्मिक उत्साह के साथ श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है। जन्माष्टमी के दिन, पूरा समय भगवान कृष्ण को समर्पित किया जाता है, पूरे दिन भजन (भक्ति गीत) और कीर्तन (धार्मिक मंत्र) की मधुर धुनों से शहर का हर एक कोना गूंजता सुनाई पड़ता है। लोग अपने घर में जन्माष्टमी की पूजा तो करते ही है साथ ही कई बड़े मंदिर जैसे, इस्कॉन मंदिर, स्वामी नारायण मंदिर, पुलिस लाइन, पुलिस स्टेशनों, बीएचयू और जिले के अन्य शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों सहित विभिन्न स्थानों पर भी जन्माष्टमी के अवसर पर भव्य समारोह आयोजित किए जाते है।
चलिए जानते है कहां कहां भव्य श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाया जाता है,
कैसे होता है BHU में सेलिब्रेशन
बी एच यू में कुलपति व विश्वविद्यालय परिवार के अन्य सदस्यों द्वारा भी श्री कृष्ण जन्मोत्सव में हिस्सा लिया जाता है। मालवीय भवन में एक समारोह का आयोजन किया जाता है। समारोह में वैदिक मंगलाचरण, भगवान श्रीकृष्ण पूजन व श्रीकृष्ण कथा का आयोजन किया जाता है। कुलपति भगवान श्रीकृष्ण की आरती करते है। इसके अलावा बी एच यू के विश्वनाथ मंदिर, विश्वविद्यालय के विभिन्न छात्रावासों समेत अन्य स्थानों पर भी उत्सव मनाया जाता है। छात्रावासों में भगवान कृष्ण के जीवन पर आधारित आकर्षक व सजीव झांकियां सजाई जाती है। जिनमें श्री कृष्ण के जीवन से जुड़ी विभिन्न घटनाओं को प्रदर्शित किया जाता है। कुलपति झांकियों का अवलोकन करते है और छात्रों से बातचीत कर उनका उत्साहवर्धन करते है।
इस्कॉन मंदिर(Iskcon Temple)
दुर्गाकुंड क्षेत्र स्थित इस्कॉन मंदिर में भव्य उत्सव मनाया जाता है। जहां पर झांकियां सजाई जाती है, नए थीम और रंग रूप के साथ हर बार तैयारी की जाती है। जिससे यह बहुत आकर्षण हो जाता है। भजन कीर्तन में भी बड़ी संख्या में लोग यहां इकठ्ठा होते है। यहां पर सभी श्रद्धालुओं का स्वागत किया जाता है।
त्रिदेव मंदिर और तुलसी मानस मंदिर (Tridev Mandir, Tulsi Manas Mandir)
दुर्गाकुंड के पास ही लंका पर त्रिदेव मंदिर और तुलसी मानस मंदिर भी स्थित है। इन दोनों मंदिरों में काफी हद तक सजावट एक जैसी ही की जाती है। यहां पर पानी लाइट का प्रयोग करके रात में एक शो का भी आयोजन किया जाता है। यहां पर बहुत ही खूबसूरत झांकी सजाई जाती है। जिसे देखने के लिए आपको एक छोटी सी कीमत चुकानी पड़ती है। ऐसा ही भव्य सजावट मछोदरी विशेषरगंज स्थित स्वामी नारायण मंदिर Swami Narayan Mandir) में भी किया जाता है।