
Mankameshwar Mahadev Temple Kanpur (Image Credit-Social Media)
Mankameshwar Mahadev Temple Kanpur
Kanpur Mankameshwar Mahadev Temple: कानपुर शहर एक ऐसा शहर है जो न सिर्फ अपनी ऐतिहासिकता के लिए जाना जाता है बल्कि यहां का सांस्कृतिक और धार्मिक महत्त्व भी काफी हैं। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कानपुर के ऐसे शिव मंदिर के बारे में जो बेहद चमत्कारी है और इतना ही नहीं यह अपने अनोखे आर्किटेक्चर के लिए भी जाना जाता है।
कानपुर का सबसे चमत्कारिक शिव मंदिर
लखनऊ से सटा कानपुर शहर कई चीजों के लिए प्रसिद्ध है ऐसे में यहां पर एक ऐसा शिव मंदिर भी है जहां को लेकर मान्यता है कि यहां भोलेनाथ के दर्शन मात्र से ही सभी की मनोकामनाएं पूरी हो जाती है। इस मंदिर का नाम है मनकामेश्वर महादेव मंदिर। हर दिन यहां पर सैकड़ो श्रद्धालु आते हैं और महादेव की आराधना करते हैं। इस मंदिर की सबसे ज्यादा खासियत यह है कि यहां पर 151 शिवलिंग स्थापित किए गए हैं। इसके साथ ही इस मंदिर को लेकर लोगों की मान्यता ये है कि इन शिवलिंग की पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है।
यह मंदिर कानपुर के मैनावती मार्ग पर स्थित है जिसकी स्थापना बलिया के सुरेशानंद महाराज जी ने की थी। ऐसा भी कहा जाता है कि यह मंदिर पहले जंगल में हुआ करता था। जंगल साफ करने के दौरान यहां पर एक विशाल शिवलिंग मिला जिसे देखकर ग्रामीणों ने इसे वहीं पर स्थापित कर इसकी पूजा करनी शुरू कर दी। लोगों को जब इस मंदिर के बारे में धीरे-धीरे पता चला तो यहां पर लोगों की भीड़ इकट्ठा होने लगी और श्रद्धालु प्रतिदिन शिवजी की पूजा करने के लिए यहां आने लगे।
क्या है 151 शिवलिंगों का चमत्कार
इस मंदिर में आपको काले और सफेद रंग के 151 शिवलिंग मिलेंगे इन सभी शिवलिंगों का पूजन अलग-अलग नाम से किया जाता है। श्रद्धालुओं की मान्यता है कि इन सभी शिवलिंगों की पूजा करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती है। इतना ही नहीं यहां पर 12 फीट ऊंचा एक विशाल शिवलिंग भी स्थापित किया गया है जिसकी पूजा करने के लिए भक्तों को पहली मंजिल पर जाना होता है।
इस मंदिर में शिवलिंग के अलावा भी कई देवी देवताओं की मूर्तियां स्थापित की गईं हैं। इसमें मां गंगा और शेषनाग पर आराम करते हुए भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी जी, ब्रह्मा जी, माता दुर्गा के नौ स्वरूप, सप्त ऋषि मंडल, देवराज इंद्र, मां अन्नपूर्णा, महर्षि वाल्मीकि, लव कुश, राम दरबार और हनुमान जी की प्रतिमाएं आपको दिखेंगीं।
भोलेनाथ का दिन सोमवार होता है ऐसे में भक्तों की भीड़ सोमवार के दिन यहां पर खास रूप से आती है श्रद्धालु गंगा नदी से गंगाजल लाकर शिवलिंग पर चढ़ते हैं उनका रुद्राभिषेक करते हैं जिससे ऐसी मान्यता है कि भोलेनाथ अति प्रसन्न होते हैं


