Kanpur To Mumbai Green Highway (Image Credit-Social Media)
Kanpur To Mumbai Green Highway: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार यूपी की तस्वीर बदलने के लिए पूरी तरह से तैयार है। वहीँ इस ओर कदम भी तेज़ी से बढ़ा रही है। कुछ सालों में इसका रूपांतरण काफी तेजी से हुआ भी है। वहीँ इस समय कानपुर-सागर नेशनल हाईवे के समानांतरण एक ग्रीन हाईवे जल्द बनने को है। जिससे 96 गांवों की तस्वीर बदलेगी वहीँ कानपुर से सीधे मुंबई तक का रास्ता भी खुल जायेगा।
कानपुर से सीधे मुंबई पहुंचाएगा ये हाईवे
केंद्रीय परिवहन सड़क एवं राजमार्ग मंत्री ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को अवसरों को डीपीआर बनाने के लिए निर्देश दे दिए हैं। आपको बता दें कि ये ग्रीन हाईवे काफी कुछ बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की तरह ही बनने वाला है इतना ही नहीं इससे 96 गांव की तस्वीर भी बदल जाएगी। आइये जानते हैं कि किस तरह दिखेगा यह कानपुर सागर नेशनल हाईवे और किन-किन गांव से होते हुए गुजरेगा।
आपको बता दें कि भारत सरकार द्वारा साल 2021 में उत्तर प्रदेश के कानपुर सागर नेशनल हाईवे के समानांतरित रमईपुर के रिंग रोड से महोबा जिले के कबरई तक ग्रीन हाईवे बनने का निर्देश दिया गया था। वहीँ लोग कई सालों से इसके बनने के लिए आस लगाए हुए हैं। जिसके लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण में सर्वे भी कराया गया था। ग्रीन हाईवे कानपुर नगर फतेहपुर हमीरपुर और महोबा के लगभग 96 गांव के समीप से होकर गुजरेगा ऐसा भी कहा जा रहा है कि इससे गांव की तस्वीर बेहद बदल जाएगी।
वहीँ आपको बता दे कि केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राज्य मंत्री नितिन गडकरी जब कानपुर और लखनऊ आए थे तभी उन्होंने इस ग्रीन हाईवे का जिक्र करते हुए कहा था कि इसका काम जल्दी शुरू होगा। वहीँ हाल ही में लखनऊ के कार्यक्रम में पहुंचने पर भी उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में इस ग्रीन हाईवे पर चर्चा करी और हाईवे डीपीआर को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों को दिए। जिससे अब लोगों को यह उम्मीद है कि अब इस ग्रीन हाईवे का निर्माण जल्दी ही शुरू हो जाएगा।
आपको बता दें कि जब यह मार्ग पूरी तरह से तैयार हो जाएगा तो कानपुर से सीधे मुंबई पहुंचने का एक आसान रास्ता मिल जाएगा कानपुर सागर मार्ग से यातायात पर लोड भी काम पड़ेगा। इसके साथ ही साथ कानपुर सागर मार्ग में भारी वाहनों की आवाजाही और दुर्घटनाओं के कम होने की भी आशंका है। फिलहाल इस समय यह मार्ग कबरई से कानपुर तक खूनी हाईवे के रूप में जाना जाता है इसमें प्रतिदिन कई दुर्घटनाएं होती रहती हैं।
इसके साथ ही साथ ग्रीन हाईवे बनने से मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ गुजरात मध्य प्रदेश महाराष्ट्र तेलंगाना तमिलनाडु से आने जाने वाले भारी वाहन चालकों को सीधा और सुलभ मार्ग भी मिल पाएगा। आपको बता दें कि ग्रीन हाईवे बनने से 4 जिलों के लगभग 96 गांव की तस्वीर बदल जाएगी। कानपुर सागर नेशनल हाईवे के समानांतरण कानपुर से कबरई के मध्य बनने वाला ये ग्रीन हाईवे 112 किलोमीटर लंबा है।�