
Kokan Travel Guide Best Monsoon Destinations Places
Kokan Travel Guide Best Monsoon Destinations Places
Monsoon Destinations Of Kokan: मानसून के आते ही कोकण एक जादुई स्वर्ग जैसा लगने लगता है। हरियाली से ढके नारियल के पेड़, बादलों से घिरे पहाड़, बहते झरने और शांत बैकवाटर मिलकर इस जगह को और भी खूबसूरत बना देते हैं। बारिश की हल्की फुहार, ठंडी हवा और सुनसान समुद्र तट यहाँ आने वालों को एक अनोखा अनुभव देते हैं। अगर आप भी बारिश में घूमने का मज़ा लेना चाहते हैं, तो कोकण आपके लिए बेहतरीन जगह है।
गणपतीपुळे (Ganpatipule)

गणपतीपुळे कोकण का एक बहुत ही खूबसूरत और शांत समुद्र तट है, जो अपनी सुनहरी रेत और साफ़ पानी के लिए जाना जाता है। यहाँ समुद्र किनारे बना लगभग 400 साल पुराना गणेश मंदिर भी लोगों के आकर्षण का केंद्र है, जहाँ स्वयंभू गणपति जी पश्चिम दिशा की ओर विराजमान हैं। मानसून के मौसम में यह जगह और भी मनमोहक लगती है – समुंदर पर छाए बादल, हरी-भरी पहाड़ियाँ और मिट्टी में घुली खारे पानी की खुशबू यहाँ का अनुभव जादुई बना देती है। यहाँ आने पर आप समुद्र किनारे लंबी सैर कर सकते हैं, आसपास के जंगलों और पहाड़ियों में घूम सकते हैं और भीड़ – भाड़ से दूर सुकून पा सकते हैं। गणपतीपुळे के रेस्टोरेंट्स और शैक्स में मालवणी और कोकणी खाने का स्वाद लेना न भूलें । खासकर मालवणी फिश करी, सोलकढी, घावन और उकडीचे मोदक।
तारकर्ली और मालवन (Tarkarli & Malvan)

तारकर्ली बीच कोकण का एक खूबसूरत समुद्र तट है जो अपने साफ़ पानी, शांत बैकवाटर और कोरल रीफ के लिए मशहूर है। यह जगह स्कूबा डाइविंग और स्नॉर्कलिंग के लिए महाराष्ट्र में सबसे लोकप्रिय है जहाँ रंग-बिरंगी मछलियाँ, कोरल और कभी-कभी डॉल्फिन भी देखने को मिलती हैं। हालांकि जून से सितंबर तक मानसून के समय समुद्र काफी उग्र हो जाता है और पानी के खेल, डाइविंग व तैराकी बंद रहती है। इन रोमांचक गतिविधियों के लिए अक्टूबर से मार्च का समय सबसे अच्छा माना जाता है। किसी भी एडवेंचर स्पोर्ट के लिए हमेशा स्थानीय गाइड और सुरक्षा नियमों का पालन करना जरूरी है। तारकर्ली से कुछ दूरी पर स्थित मालवन भी घूमने लायक जगह है। यहाँ का सिंधुदुर्ग किला समुद्र के बीच बना है और नाव से पहुँचा जा सकता है। मालवन अपने स्वादिष्ट समुद्री खाने के लिए भी प्रसिद्ध है – मालवणी करी, बोंबिल फ्राई और सोलकढी यहाँ के खास व्यंजन हैं। बारिश के बाद का शांत और हरा-भरा माहौल यहाँ आने वालों को फोटोग्राफी और नेचर वॉक का बेहतरीन मौका देता है।
अंबोली (Amboli)

अंबोली को ‘महाराष्ट्र का चेरापूंजी’ कहा जाता है क्योंकि यहाँ हर साल बहुत ज्यादा बारिश होती है। मानसून के दौरान यह जगह बादलों, धुंध, हरी-भरी पहाड़ियों और खूबसूरत झरनों से ढक जाती है जिससे यह और भी सुंदर लगने लगती है। यहाँ के व्यू-पॉइंट, पेड़ों से घिरी सड़कें और छोटे-बड़े झरने इस मौसम में सैलानियों को बेहद आकर्षित करते हैं। सीमसार मैदान और आसपास के पहाड़ बरसात में खासतौर पर हरे-भरे और जीवंत दिखाई देते हैं। हालांकि, मानसून में यहाँ यात्रा करते समय सावधानी जरूरी है क्योंकि सड़कें गीली और फिसलन भरी हो सकती हैं और कभी-कभी भूस्खलन का खतरा भी रहता है। लगातार बारिश और धुंध की वजह से विज़िबिलिटी कम हो सकती है इसलिए गाड़ी की सही कंडीशन और मौसम की जानकारी लेकर ही यात्रा करें।
दापोली और गुहागर (Dapoli & Guhagar)

दापोली को अक्सर ‘मिनी महाबलेश्वर बाय द सी’ कहा जाता है, क्योंकि यहाँ के समुद्र तट मानसून में भी हरे-भरे और शांत रहते हैं। लाडघर और मुरुड बीच बारिश के मौसम में भीड़ से दूर होकर सुकून भरा माहौल देते हैं। यहाँ के फार्महाउस में ठहरना, ताज़ा समुद्री खाने का स्वाद लेना और सुनसान तटों पर टहलना मानसून में रोमांटिक और यादगार अनुभव बन जाता है। पास के गाँवों में जाकर स्थानीय मछुआरों की जीवनशैली को करीब से देखना और उनके द्वारा पकड़ी गई ताज़ा मछली का आनंद लेना भी खास रहता है। दापोली से ज्यादा दूर नहीं, गुहागर एक और खूबसूरत जगह है जो अपने सफेद रेतीले तट और नारियल-सुपारी के बागानों के लिए प्रसिद्ध है। मानसून में यहाँ का मौसम और भी ताज़गी भरा हो जाता है और भीड़ कम होने के कारण यह तटीय सैर, लोकल मंदिर घूमने और प्रकृति का आनंद लेने के लिए बेहतरीन जगह बन जाता है।
रत्नागिरी (Ratnagiri)

रत्नागिरी कोकण का एक ऐसा जिला है जो इतिहास, प्राकृतिक सुंदरता और स्वादिष्ट अल्फांसो आम के लिए मशहूर है। मानसून के मौसम में यहाँ की हरी-भरी घाटियाँ और साफ-सुथरे समुद्र तट जैसे गणपतिपुळे बीच और भी मनमोहक लगते हैं। रत्नागिरी का किला जिसे रत्नदुर्ग या भगवती किला भी कहा जाता है, छत्रपति शिवाजी महाराज से जुड़ा हुआ है और इतिहास प्रेमियों के लिए खास आकर्षण है। थिबा पैलेस, जो ब्रिटिशकाल और म्यांमार के राजा थिबा से जुड़ा है भी घूमने लायक जगह है। इसके अलावा यहाँ कई मंदिर, झरने और प्राकृतिक स्थल हैं, जहाँ घूमकर संस्कृति और इतिहास का अनुभव किया जा सकता है। रत्नागिरी के लोकल बाजारों में जाकर मालवानी थाली का स्वाद लेना और यहाँ के विश्वप्रसिद्ध अल्फांसो आम चखना यात्रा का सबसे खास हिस्सा बन जाता है।
हरिहरेश्वर और मरलेश्वर (Harihareshwar & Marleshwar)
हरिहरेश्वर को महाराष्ट्र का ‘दक्षिण काशी’ कहा जाता है क्योंकि यहाँ समुद्र किनारे बना प्राचीन हरिहरेश्वर मंदिर शिव और विष्णु के संयुक्त रूप हरिहरेश्वर को समर्पित है। मानसून के मौसम में यहाँ की हरियाली, बादलों से घिरी पहाड़ियाँ और शांत समुद्र तट एक अद्भुत भक्तिमय माहौल बना देते हैं। कालभैरव मंदिर और गणेश गली जैसे धार्मिक स्थल यहाँ की आध्यात्मिक यात्रा को और खास बना देते हैं। हरिहरेश्वर का ग्रामीण और शांत वातावरण मन को सुकून देता है। इसके पास स्थित मरलेश्वर भी घूमने लायक जगह है। यहाँ के प्राचीन शिव मंदिर के पास बहता झरना और हरी-भरी घाटियाँ मानसून में बेहद खूबसूरत लगती हैं। यह जगह धार्मिक पर्यटन और नेचर ट्रेल्स दोनों के लिए बेहतरीन है जहाँ लोग झरनों और प्राकृतिक दृश्यों का आनंद लेते हुए मंदिर में दर्शन कर सकते हैं।
कोकण का लोकल स्वाद
मानसून के दिनों में कोकण का सबसे बड़ा आनंद यहाँ के स्वादिष्ट समुद्री खाने में है। इस मौसम में गरमा-गरम मलवनी फिश करी, मसालेदार फिश फ्राई (ठेपा), मीठा आमलीस और ताज़ी मछली का स्वाद लेना एक खास अनुभव होता है। बरसात के दौरान यहाँ के रेस्टोरेंट्स और घरों में ताज़ा समुद्री भोजन खूब मिलता है और मसालेदार व्यंजन खाने का मज़ा दोगुना हो जाता है। बारिश में बैठकर गरमागरम कोकणी खाना खाने का अनुभव सैलानियों के लिए यात्रा को और भी यादगार बना देता है।
सुझाव और यात्रा
मुंबई या पुणे से कोकण के लिए रोड ट्रिप करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप 5 से 7 दिन का समय निकालें। इतने दिनों में आप आराम से छोटे-छोटे गाँव, खूबसूरत झरने, शांत बीच और प्राकृतिक जगहों का मज़ा ले सकते हैं। मानसून के मौसम में यहाँ की हरियाली और झरने देखने लायक होते हैं, लेकिन इस समय पानी से जुड़ी गतिविधियाँ जैसे स्कूबा डाइविंग या नाइट डाइविंग तभी करें जब मौसम साफ हो और कोई प्रमाणित गाइड या ऑपरेटर साथ हो। इससे आपकी यात्रा न केवल मजेदार बल्कि सुरक्षित भी बनी रहेगी।