ऑपरेशन सिंदूर के बाद 200 से अधिक उड़ानें रद्द, 18 हवाई अड्डे बंद
पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा किए गए मिसाइल हमलों के बाद बुधवार को 200 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी गईं और श्रीनगर, लेह, अमृतसर और चंडीगढ़ सहित कम से कम 18 हवाईअड्डे अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए। हवाई यातायात पर इसका असर तत्काल और व्यापक रूप से पड़ा। जम्मू, पठानकोट, जोधपुर, जैसलमेर, शिमला, धर्मशाला और जामनगर सहित उत्तरी और पश्चिमी क्षेत्रों के प्रमुख हवाई अड्डों पर सुरक्षा प्रतिबंधों के बीच उड़ान संचालन स्थगित कर दिया गया।
एयर इंडिया, इंडिगो, स्पाइसजेट, एयर इंडिया एक्सप्रेस, अकासा एयर और कई विदेशी एयरलाइन्स ने प्रभावित क्षेत्रों के लिए अपनी सेवाएँ बंद कर दी हैं। इंडिगो ने अकेले ही लगभग 165 उड़ानें रद्द कर दीं, जबकि एक सूत्र ने बताया कि भारत के सबसे व्यस्त हवाई अड्डे दिल्ली से आने-जाने वाली 35 उड़ानें आधी रात से सुबह के बीच रद्द कर दी गईं, जिनमें 23 घरेलू प्रस्थान, आठ आगमन और चार अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शामिल हैं। अमेरिकन एयरलाइंस और अन्य वैश्विक एयरलाइन्स ने भी अपनी सेवाएँ वापस ले ली हैं। एयर इंडिया ने एक बयान में कहा कि उसने विमानन अधिकारियों के निर्देशों के बाद 10 मई को सुबह 5.29 बजे तक श्रीनगर, जम्मू, लेह, जोधपुर, अमृतसर, भुज, जामनगर, चंडीगढ़ और राजकोट से आने-जाने वाली उड़ानें निलंबित कर दी हैं। प्रभावित यात्रियों को एक बार के लिए टिकट बदलने से छूट या पूरा पैसा वापस करने की पेशकश की जा रही है।
ब्रिटेन मध्यस्थता को तैयार
ब्रिटेन भारत-पाक को बातचीत की दिशा में आगे बढ़ने में मदद करने के लिए तैयार है। ब्रिटेन ने कहा है कि वह भारत और पाकिस्तान दोनों को बातचीत और तनाव कम करने की दिशा में आगे बढ़ने में मदद करने के लिए तैयार है। ऐसी ही पेशकश कतर, ईरान और अमेरिका कर चुके हैं। यूएन ने दोनों देशों से संयम की अपील की है।
पीएम मोदी ने की कैबिनेट बैठक
प्रधानमंत्री मोदी ने पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए सीमा पार नौ आतंकी शिविरों पर सफल सैन्य हमले ऑपरेशन सिंदूर की तारीफ की। कैबिनेट ने सीमा पार आतंकवाद के प्रति भारत की नपी-तुली प्रतिक्रिया को रेखांकित करते हुए इस कार्रवाई का समर्थन किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कैबिनेट की बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए सीमा पार नौ आतंकी शिविरों पर लक्षित सैन्य हमले – ऑपरेशन ‘सिंदूर’ को “गर्व का क्षण” बताया। प्रधानमंत्री ने कैबिनेट को बताया कि ऑपरेशन बिल्कुल योजना के अनुसार ही किया गया, “किसी भी तरह की कोई गलती नहीं हुई” और जवाबी हमला “सफलतापूर्वक पूरा” हुआ। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि सेना ने पहले से की गई विस्तृत तैयारियों का सख्ती से पालन करते हुए मिशन को अंजाम दिया।
अमित शाह ने बैठक की
ऑपरेशन सिंदूर के कुछ घंटों बाद, जिसमें भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान में नौ प्रमुख आतंकवादी शिविरों पर लक्षित हमले किए, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सभी सीमावर्ती राज्यों के मुख्यमंत्रियों, डीजीपी और मुख्य सचिवों के साथ बैठक की। गृह मंत्रालय के अधिकारी अलग से सीमा वाले राज्यों के अधिकारियों से लगातार संपर्क में हैं। बुधवार शाम को होने वाली मॉक ड्रिल की लगातार समीक्षा हो रही है।
उमर अब्दुल्ला ने भी बैठक की
जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को ऑपरेशन सिंदूर के बाद सीमावर्ती क्षेत्रों की मौजूदा स्थिति पर सुरक्षा अधिकारियों के साथ एक आपातकालीन बैठक की। मुख्यमंत्री ने लोगों से अफवाहों से बचने और अफवाहें न फैलाने का आग्रह किया है। सीएम ने निर्देश दिया कि सभी अधिकारी भ्रामक सूचनाओं पर नज़र रखें और फौरन सही जानकारी दें।