जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल इलाके के नादिर गांव में गुरुवार सुबह सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकवादी मारे गए। ऑपरेशन अभी खत्म नहीं हुआ है, लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि तीन से ज़्यादा आतंकवादी हो सकते हैं।
केंद्र शासित प्रदेश में 48 घंटे पहले भी एनकाउंटर हुए थे। दो दिन पहले सुरक्षा बलों ने शोपियां जिले के केल्लार इलाके में एक ऑपरेशन चलाकर लश्कर-ए-तैयबा के तीन ठिकानों पर हमला किया था। मंगलवार को मारे गए तीन आतंकियों में से दो की पहचान शाहिद और अदनान शफी के रूप में हुई है, जो दोनों शोपियां के रहने वाले हैं। 2023 में लश्कर में शामिल होने वाला शाहिद पिछले साल 8 अप्रैल को डेनिश रिसॉर्ट में हुई गोलीबारी की घटना में शामिल था, जिसमें दो जर्मन पर्यटक और एक ड्राइवर घायल हो गए थे। सूत्रों के मुताबिक, वह पिछले साल मई में शोपियां के हीरपोरा में भाजपा सरपंच की हत्या में भी शामिल था।
पाकिस्तान के परमाणु शस्त्रागार अंतरराष्ट्रीय निगरानी में होंः राजनाथ
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के बादामी बाग छावनी के दौरे के दौरान जवानों से बातचीत की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पाकिस्तान से किए गए आह्वान को दोहराया। सिंह ने पाकिस्तान के परमाणु शस्त्रागार को अंतरराष्ट्रीय निगरानी में रखे जाने की आवश्यकता पर जोर दिया। इससे पहले मंगलवार को पीएम मोदी ने एक कड़ा संकेत देते हुए कहा, “जब हमारे सशस्त्र बल परमाणु ब्लैकमेल को बेअसर करते हैं, तो हमारे दुश्मनों को ‘भारत माता की जय’ का मतलब समझ में आता है।”
पाकिस्तान ने कहा- सिंधु जल समझौते स्थगित करने पर फिर से विचार हो
पाकिस्तान ने कथित तौर पर भारत को एक पत्र लिखा है, जिसमें सिंधु जल संधि को स्थगित करने के फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया गया है। रिपोर्टों में दावा किया गया है कि पाकिस्तान के जल संसाधन मंत्रालय ने सिंधु जल संधि के तहत अपने क्षेत्र में नदियों के प्रवाह को फिर से शुरू करने के लिए नई दिल्ली को एक पत्र लिखा है। सिंधु जल संधि एक महत्वपूर्ण जल-बंटवारा समझौता है जो छह दशकों से अधिक समय से कायम है। यह अनुरोध भारत द्वारा 1960 के समझौते को एक और पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी हमले के मद्देनजर रोक दिए जाने के बाद आया है, इस बार 22 अप्रैल को जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे, जिनमें से ज़्यादातर पर्यटक थे।
जम्मू कश्मीर में स्कूल फिर खुले
भारत-पाक तनाव बढ़ने के बाद आठ दिनों तक बंद रहने के बाद जम्मू क्षेत्र के पांच सीमावर्ती जिलों में स्कूल गुरुवार को फिर से खुल गए। स्कूल खुलने से पूरे क्षेत्र के छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को राहत मिली। शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “सामान्य स्थिति बहाल होने के बाद जम्मू, सांबा, कठुआ, राजौरी और पुंछ के पांच सीमावर्ती जिलों में स्कूल गुरुवार को फिर से खुल गए। हालांकि, भारत-पाक सीमा के नजदीक स्थित स्कूल बंद रहेंगे।” नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा के नजदीक स्थित 30 स्थानों पर एहतियात के तौर पर स्कूल बंद रहेंगे। जिन जिलों में स्कूल फिर से खुले, वहां छात्रों का स्वागत शांति और सुरक्षा पर केंद्रित विशेष सुबह की सभाओं के साथ किया गया।
कनाडा में कारोबारी की हत्या
अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि कनाडा के मिसिसॉगा में एक 50 वर्षीय पंजाबी व्यवसायी की उसके कार्यालय के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई। सूत्रों के अनुसार, हरजीत सिंह ढड्डा की हत्या टेलफोर्ड वे और डेरी रोड के चौराहे के पास की गई। इस घटना ने स्थानीय समुदाय में सनसनी फैला दी है, जो साल की शुरुआत से शहर में छठी हत्या है। पील क्षेत्रीय पुलिस ने अभी तक पीड़ित की पहचान की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
यूएन. में पहलगाम आतंकी हमले का सबूत पेश करेगा भारत
भारत ने 22 अप्रैल के हमले के लिए द रेजिस्टेंस फ्रंट पर आरोप लगाया है और मॉनिटरिंग टीम के साथ बैठक टीआरएफ पर प्रतिबंध लगाने की दिशा में पहला कदम होगा। भारतीय टीम इस संबंध में सारे सबूतों से लैस होकर यूएन पहुंची है। पाकिस्तान लगातार मांग करता रहा है कि भारत अभी तक हमले का सबूत पेश नहीं कर पाया है। पाकिस्तान ने यह भी मांग की थी कि पहलगाम आतंकी हमले की जांच किसी अंतरराष्ट्रीय एजेंसी से कराई जाए। भारत ने पाकिस्तान के इस प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया है।
मुजफ्फरनगर मामले में सुप्रीम कोर्ट का कड़ा निर्देश
सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को उत्तर प्रदेश सरकार को मुजफ्फरनगर के एक मुस्लिम बच्चे की शिक्षा का खर्च उठाने का निर्देश दिया, जिसे उसके शिक्षक के कहने पर उसके सहपाठियों ने कई बार थप्पड़ मारे थे। जस्टिस अभय एस ओका और जस्टिस उज्जल भुइयां की पीठ ने कहा कि राज्य सरकार स्कूल को खर्च वहन करने के लिए राजी कर सकती है, लेकिन पहली जिम्मेदारी सरकार की है।
तुर्की के खिलाफ बढ़ रहा है गुस्सा
शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) ने मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें मांग की गई कि हवाई अड्डा अधिकारी तुर्की की कंपनी सेलेबी एनएएस एयरपोर्ट सर्विसेज के साथ अपने संबंध खत्म कर दें। मंगलवार को शिवसेना विधायक मुरजी पटेल ने विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया, जिन्होंने भारत के साथ हाल के तनाव के दौरान पाकिस्तान को अपना समर्थन देने के लिए तुर्की की आलोचना की।
पटेल ने कहा- “एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में, हम मुंबई में संचालित सभी (तुर्की) कंपनियों को बंद करने के लिए काम करेंगे। भारत से पैसा कमाना और उसका इस्तेमाल पाकिस्तान की मदद के लिए करना महाराष्ट्र में काम नहीं करेगा।” पटेल ने कहा कि अगर हवाई अड्डा अधिकारी तुर्की की कंपनी के साथ अपने संबंध खत्म नहीं करते हैं तो शिवसेना ‘उग्र आंदोलन’ शुरू करेगी।