Maharashtra Election :�महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटों पर कल होने वाले मतदान से पहले हुए कैश कांड ने राज्य का सियासी तापमान बढ़ा दिया है। भाजपा के कद्दावर नेता और राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े पर चुनाव को प्रभावित करने के लिए पैसे बांटने का गंभीर आरोप लगा है। बहुजन विकास अघाड़ी के कार्यकर्ताओं ने इसे लेकर मुंबई के एक होटल में तावड़े का घेराव करने के साथ जमकर हंगामा भी किया। हंगामे के बाद विवांता होटल को सील कर दिया गया है।
अब इस पूरे प्रकरण को लेकर सियासी घमासान शुरू हो गया है। विनोद तावड़े और भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने पैसे बांटने के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। तावड़े ने इस मामले में चुनाव आयोग और मुंबई पुलिस से सीसीटीवी फुटेज की जांच कराने की भी मांग की है। भाजपा के सभी नेता सफाई पेश करके सियासी नुकसान बचाने की कोशिश में जुट गए हैं। दूसरी ओर विपक्ष इस मुद्दे पर काफी हमलावर है। इस मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद विपक्ष के नेताओं ने कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
उद्धव बोले-भ्रष्ट सरकार का खात्मा जरूरी
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना यूबीटी के मुखिया उद्धव ठाकरे ने कहा कि मेरे बैग की तलाशी में चुनाव आयोग के अफसरों को कुछ भी नहीं मिला था मगर पता चला है कि भाजपा नेता विनोद तावड़े के बैग से पैसे मिले हैं। उन्होंने एनसीपी नेता अनिल देशमुख पर किए गए हमले को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इसलिए मैंने मां तुलजा भवानी से प्रार्थना की है कि इस भ्रष्ट और दहशत फैलाने वाली सरकार का राज्य से खत्मा होना चाहिए।
भाजपा वाले पैसा बांटने पर ही जीतेंगे
शिवसेना के उद्धव गुट के वरिष्ठ नेता और सांसद संजय राउत ने भी भाजपा पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कैश बांटने के प्रकरण से साबित हो गया है कि भाजपा वाले पैसा बांटने पर ही चुनाव जीतेंगे। उन्होंने कहा के विनोद तावड़े भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव हैं और पिछले काफी समय से इस तरह का काम करते रहे हैं। उनके पास चुनाव के मौके पर पैसे बांटने का लंबा अनुभव है।
संजय राउत ने कहा कि पैसा बांटने के चक्कर में वे जिस तरह घिर गए,उससे साफ है कि भाजपा में सबकुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। यह समझना काफी मुश्किल है कि इतने सालों से इस तरह का काम करने वाला नेता किस तरह फंस गया। अगर भाजपा में तनिक भी नैतिकता बची है तो पार्टी को विनोद तावड़े के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
डायरी में पैसा बांटने का ब्योरा दर्ज
बहुजन विकास अघाड़ी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के घेराव के बाद ही कैश कांड के इस हंगामे की शुरुआत हुई। अघाड़ी के नेता हितेंद्र ठाकुर ने कहा कि यहां चुनाव आयुक्त ने पैसों से भरा एक बैग और डायरियां बरामद की हैं। इस डायरी में नाम की सूची के साथ ही यह भी बताया गया है कि किसे कितना पैसा दिया गया है।
उन्होंने दावा किया कि एक भाजपा नेता ने ही मुझे बताया कि बांटने के लिए 5 करोड़ रुपए लाए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कलेक्टर ने भारी दबाव होने की बात कही है। उन्होंने यहां तक कहा कि उन्हें प्रेस कांफ्रेंस करने तक की अनुमति नहीं है। उन्होंने चुनाव आयोग से तावड़े और भाजपा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की भी मांग की।
भाजपा ने आरोपों को निराधार बताया
इस प्रकरण को लेकर भाजपा नेता सफाई देने में जुट गए हैं। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि एमवीए की ओर से अंतिम प्रयास के रूप में एक वरिष्ठ नेता पर निराधार आरोप लगाया गया है। विनोद तावड़े हमारे राष्ट्रीय महासचिव हैं और वे नालासोपारा में पार्टी के उम्मीदवार के अनुरोध पर बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे थे।
उन्होंने कहा कि मतदान प्रक्रिया के संबंध में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ इस तरह की बैठकें की जाती हैं। पांच करोड़ रुपए कोई जेब में नहीं ला सकता। इसलिए हमारा अनुरोध है कि होटल और आसपास के सीसीटीवी कैमरे से पूरे मामले की जांच पड़ताल की जाए।
सबूत है तो चुनाव आयोग के पास जाएं
भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने इस पूरे प्रकरण को साजिश करार दिया है। उन्होंने कहा कि यदि विपक्ष के नेताओं के पास पैसा बांटने का कोई पुख्ता सबूत है तो उन्हें चुनाव आयोग के पास जाना चाहिए।
उनके सबूत के आधार पर चुनाव आयोग कार्रवाई कर सकता है। उन्होंने कहा कि मतदान से पहले वरिष्ठ नेता बूथ मैनेजमेंट की जानकारी देते हैं और विनोद तावडे कार्यकर्ताओं को इसी बाबत निर्देश दे रहे थे।
हार तय देख कर रची गई साजिश
महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि इस तरह के हथकंडों से विपक्ष को जीत नहीं हासिल होगी। उन्होंने कहा कि तावड़े कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने पहुंचे थे मगर उन पर झूठे आरोप लगाकर उन्हें बदनाम करने की साजिश रची गई। विपक्ष को अपनी हार सामने दिखने लगी है। इसलिए इस तरह की गंदी साजिश रची जा रही है।