
Kaas Plateau Valley (Image Credit-Social Media)
Kaas Plateau Valley (Image Credit-Social Media)
Maharashtra Kaas Plateau Valley: फूल एक ऐसी चीज होती है जो हर किसी को पसंद आती है और ये रंग बिरंगे खूबसूरत फूल सबका मनमोह लेते हैं। भले ही अपने घर के बालकनी में खिला एक फूल ही क्यों न हो इसकी शान और खूबसूरती अलग होती है। कुछ शौकीन लोग दुनिया में फूलों के मौसम आने पर वहां का लुत्फ लेना नहीं भूलते। पहाड़ों की घाटियों में तो रंग बिरंगे अद्भुत फूल आप देख ही सकते हैं। दुनिया में कहीं लोग ट्यूलिप का सीजन देखने जाते हैं तो वहीं हर साल यूरोप और इंग्लैंड के हर देशों में गर्मियों में फूलों की बहार देखना भी नहीं भूलते।
हमारे देश भारत में भी कुछ ऐसी जगह हैं जहां किसी खास मौसम में फूलों की बहार देखने को मिलती है। कश्मीर में भी मार्च अप्रैल के मौसम में लोग घाटी में खिलने वाली ट्यूलिप की बहार देखने जाते हैं। ज्यादातर हमारे देश के लोगों को उत्तराखंड और हिमाचल की वैली ऑफ फ्लॉवर्स के बारे में पता है। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि महाराष्ट्र में भी एक फूलों की घाटी है जो कास पठार के नाम से मशहूर है। महाराष्ट्र के सतारा जिले में स्थित यह कास पठार नामक जगह वैली ऑफ फ्लावर्स के नाम से भी जाना जाता है। कास पठार में करीब 10 वर्ग किमी में फैला हुआ यह फ्लावर्स वैली सन् 2012 में यूनेस्को के वर्ल्ड हेरीटेज लिस्ट में शामिल किया गया है। यह फूलों की घाटी अगस्त और सितंबर में ही खुली रहती है जहां आप फूलों की लगभग 150 प्रजातियों को एक जगह पर देख सकते हैं। यह जगह इतना मनमोहक लगता है मानो यहां से जाने का मन ही नहीं करेगा।

कब जाएं?
- कास की फूलों की वैली देखने का सबसे अच्छा समय अगस्त और सितंबर है। इन दो महीने में ही आप यहां फूलों को देख पाएंगे।
- महाराष्ट्र का यह कास पठार अगस्त-सितंबर में पर्यटकों के लिए खास आकर्षण का केंद्र रहता है।
कैसे पहुंचें ?

कास पठार जाने के लिए पर्यटकों को हवाई, रेलवे या सड़क मार्ग से महाराष्ट्र के निकटतम शहर मुंबई या पुणे पहुंचना पड़ेगा। यहां से आप महाराष्ट्र के सतारा जिले तक ट्रेन या सड़क मार्ग से आसानी से पहुंच सकते हैं। सतारा से कास पठार के लिए बस या टैक्सी लेकर जा सकते हैं। तो फूलों के इस घाटी का आनंद लेना न भूलें। अभी यह मौसम भी है और त्योहारों के साथ छुट्टियों का मज़ा भी ले सकते हैं।
( लेखिका वरिष्ठ पत्रकार हैं।)