
Malaiyarasan D: तमिलनाडु की समृद्ध धरती पर जन्मे और पले-बढ़े मलैयारासन डी का जीवन तमिल समाज की जड़ों, उसकी समस्याओं और उसकी आकांक्षाओं से गहराई से जुड़ा रहा है। एक किसान के रूप में जीवन की शुरुआत करने वाले मलैयारासन डी आज देश की सर्वोच्च लोकतांत्रिक संस्था लोकसभा के सदस्य हैं। कल्लाकुरिची लोकसभा क्षेत्र से द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) पार्टी के उम्मीदवार के रूप में उन्होंने 2024 के आम चुनाव में भारी बहुमत से जीत दर्ज की और जनता की आवाज को संसद में पहुंचाने का बीड़ा उठाया।
मलैयारासन डी वर्तमान में 18वीं लोकसभा में तमिलनाडु के कल्लाकुरिची संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। वे द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) पार्टी के सदस्य हैं और 9 जून 2024 से संसद सदस्य के रूप में कार्यरत हैं।
इसके अलावा वे लोकसभा की ऊर्जा संबंधी स्थायी समिति के सदस्य भी हैं। जहां वे ऊर्जा क्षेत्र से जुड़े मुद्दों पर विचार-विमर्श और सिफारिशों में भाग लेते हैं।
प्रारंभिक जीवन और पारिवारिक पृष्ठभूमि
मलैयारासन डी का जन्म 30 मई 1975 को तमिलनाडु के सिरुनागलुर गांव में एक सामान्य किसान परिवार में हुआ। जिससे उन्हें ग्रामीण जीवन, कृषि की समस्याएं और समाज की जमीनी सच्चाइयों से गहरा सरोकार मिला। उनके पिता का नाम देवरासु और माता का नाम धनकोडी है।

साधारण पृष्ठभूमि से आने के बावजूद मलैयारासन डी ने शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियों के बल पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।
शिक्षा
मलैयारासन डी ने अन्नामलाई विश्वविद्यालय से एम. कॉम की डिग्री प्राप्त की। जिसमें उनका विशेष रुझान बैंकिंग और बीमा प्रबंधन में रहा। यह शिक्षा न केवल उन्हें वित्तीय और आर्थिक मामलों की बेहतर समझ रखने में मददगार साबित हुई बल्कि संसद में नीति निर्माण और सार्वजनिक संसाधनों के प्रबंधन में भी उन्हें एक सशक्त आवाज बनाने में सहायक रही।
पारिवारिक जीवन
मलैयारासन डी ने 19 जून 1994 को शांति से विवाह किया। वे तीन बेटियों के पिता हैं। उनका पारिवारिक जीवन संतुलित और सामाजिक मूल्यों से परिपूर्ण है, जो उनके राजनीतिक दृष्टिकोण में भी ये बात जाहिर होती है।
पेशा और सामाजिक जुड़ाव
राजनीति में प्रवेश से पहले मलैयारासन डी एक पूर्णकालिक किसान थे। कृषि से उनका जुड़ाव आज भी बना हुआ है और यही उन्हें ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं का सजीव अनुभव देता है। वे किसानों की समस्याओं, कृषि सुधार, जल संकट, और ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती जैसे विषयों पर संसद में मुखर रूप से बोलते हैं।
राजनीतिक सफर पंचायत से संसद तक
2006 से 2016 तक उन्होंने पंचायत सदस्य के रूप में कार्य किया। दस वर्षों तक उन्होंने स्थानीय स्तर पर जनता की समस्याओं को समझा और समाधान के प्रयास किए। उनके कार्यों में पारदर्शिता, जवाबदेही और लोकहित की भावना प्रमुख रही। पंचायत स्तर की राजनीति से उन्होंने धीरे-धीरे जिला और राज्यस्तर पर अपनी पहचान बनाई। जनता के साथ उनके सीधे संवाद, जमीन से जुड़ी राजनीति और सामाजिक सरोकारों ने उन्हें पार्टी के भीतर एक जनप्रिय चेहरा बना दिया।
लोकसभा सदस्य
जून 2024 में मलैयारासन डी ने द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के उम्मीदवार के रूप में कल्लाकुरिची लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और ऐतिहासिक जीत हासिल की। उनकी जीत सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं बल्कि तमिलनाडु की जनता की आवाज थी, जो परिवर्तन, प्रगति और प्रतिनिधित्व की मांग कर रही थी। उनकी जीत की खास बात यह रही कि उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी को न केवल भारी मतों से हराया बल्कि युवाओं, किसानों, महिलाओं और श्रमिक वर्गों में व्यापक समर्थन हासिल किया।
संसद में भूमिका
26 सितंबर 2024 को उन्हें ऊर्जा संबंधी समिति का सदस्य नियुक्त किया गया। ऊर्जा क्षेत्र में सुधार, सतत विकास और हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने में उनकी विशेष रुचि है। संसद में उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों में प्रमुखता से जल संकट, किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP), ग्रामीण शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाएं और युवाओं के लिए स्वरोजगार की योजनाएं शामिल हैं।
उनकी भाषा शैली सधी हुई और प्रभावशाली होती है जिसमें तमिल संस्कृति की गरिमा और आधुनिक सोच का मेल देखने को मिलता है।
सामाजिक सरोकार
मलैयारासन डी सामाजिक कार्यों में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं। उन्होंने सिरुनागलुर और आसपास के गांवों में शिक्षा और स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम चलाए हैं। विशेषकर बालिकाओं की शिक्षा को लेकर उन्होंने कई पहल की हैं।
वे पर्यावरण संरक्षण, महिला सशक्तिकरण और सामाजिक न्याय के प्रबल समर्थक हैं। उनके प्रयासों से कई गांवों में पीने के पानी की व्यवस्था बेहतर हुई है। किसानों को सिंचाई के संसाधन मिले हैं और स्कूली बच्चों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
उपलब्धियां
पंचायत सदस्य के रूप में दस वर्षों की सेवा में उन्होंने 12 गांवों में सड़क निर्माण, जल निकासी, स्कूल मरम्मत और सामुदायिक भवनों का निर्माण कराया। सांसद बनने के बाद उन्होंने कल्लाकुरिची क्षेत्र में रेलवे सुविधाओं के विस्तार, नई स्वास्थ्य केंद्रों की स्थापना और डिजिटल शिक्षा के लिए स्मार्ट क्लासरूम की योजना का आरंभ किया।
उन्होंने युवाओं के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु निःशुल्क कोचिंग केंद्र की शुरुआत करवाई।
मलैयारासन डी की राजनीति किसी प्रचार या दिखावे की राजनीति नहीं है, बल्कि यह एक ऐसी राजनीति है जो जमीन से जुड़ी है। जो आम जनता के लिए है और आम जनता के बीच से आई है। मलैयारासन डी का राजनैतिक सफर यह प्रेरणा देता है कि, एक साधारण किसान भी अपने विचार, समर्पण और जनसेवा के भाव से देश की सर्वोच्च संस्था में प्रतिनिधित्व पा सकता है। आज वे न केवल कल्लाकुरिची की जनता के लिए उम्मीद की किरण हैं, बल्कि पूरे तमिलनाडु के युवाओं और किसानों के लिए प्रेरणा बन चुके हैं। उनके नेतृत्व में कल्लाकुरिची एक नए विकास पथ पर अग्रसर है, जहां परंपरा और प्रगति का संतुलन देखने को मिलता है।