Meerut Metro Details: मेट्रो दिल्ली की लाइफ लाइन मानी जाती है अगर एक दिन मेट्रो सेवा ठप हो जाए तो न जाने लाखों लोगों की जिंदगी अचानक से थम जाएगी। मेट्रो सेवा दिन प्रतिदिन हर शहर में बढ़ रही है इस पर रोजाना हजारों की संख्या में लोग सफर करते हैं और अपना समय बचाते हैं। इसी बीच खबर सामने आ रही है कि बहुत ही जल्द यूपी के मेरठ में भी मेट्रो सेवा शुरू होने वाली है। हालांकि इसके लिए किसी तारीख की घोषणा नहीं की गई है लेकिन इस पर कौन सी ट्रेन चलाई जाएगी इसका खुलासा हो चुका है।
होंगे 13 स्टेशन
नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन के एचडी गोयल ने 7 सितंबर को मेरठ मेट्रो पर से पर्दा हटाते हुए बताया कि अभी तक दिल्ली मेट्रो स्टेशन की ट्रेन सबसे ज्यादा आधुनिक माने जाते हैं। लेकिन मेरठ मेट्रो का यह दावा है कि उनकी ट्रेन सबसे ज्यादा अच्छी है। उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार की मदद से मेरठ में 23 किलोमीटर लंबा मेट्रो कॉरिडोर बनाया जा रहा है। जिसमें 13 स्टेशन होंगे उसके अलावा जमीन से ऊपर और 5 किलोमीटर अंडरग्राउंड ट्रैक बिछाया जा रहा है।
�ट्रेन के मेंटेनेंस के लिए एक डिपो भी बनाया जा रहा है। जो मेरठ के दक्षिणी छोर से उतरी छोड़ की दूरी महेश आधे घंटे में पूरी कर लेगा। हालांकि अभी यह खुलासा नहीं हुआ है कि मेरठ मेट्रो में सिविल कंस्ट्रक्शन का काम कब तक खत्म हो पाएगा। हालांकि, इसका काम तेजी से चल रहा है अंडरग्राउंड स्टेशन भी बनाए जा चुके हैं और उसकी फिनिशिंग भी की जा चुकी है। उम्मीद है कि अगले साल से मेट्रो का संचालन शुरू हो जाएगा।
दिल्ली मेट्रो और मेरठ मेट्रो में अंतर
बात करें दिल्ली मेट्रो और मेरठ मेट्रो के बीच अंतर की तो बता दें कि दिल्ली मेट्रो काफी पुराना रेल नेटवर्क है। जबकि मेरठ में बनाने वाले कंपनी लेटेस्ट टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रही है इसलिए रोलिंग स्टॉक में भी है दिल्ली मेट्रो के डब्बे के टेक्नोलॉजी दो से तीन दशक पुरानी है। जबकि मेरठ मेट्रो की टेक्नोलॉजी लेटेस्ट है। इस मेट्रो में बैठने की क्षमता भी अधिक है क्योंकि दिल्ली मेट्रो में सीटों की संख्या कम है। जबकि इसमें ज्यादा होगी मेरठ मेट्रो का ये दावा है कि एक ट्रेन में करीब 700 से अधिक यात्री ट्रेवल कर सकते हैं।
क्या है खासियत मेरठ मेट्रो की
मेक इन इंडिया दिशानिर्देशों के तहत, मेरठ मेट्रो के लिए 100 प्रतिशत ट्रेनसेट भारत में निर्मित किए जा रहे हैं। मेरठ मेट्रो ट्रेन की डिज़ाइन गति 135 किमी प्रति घंटे और अधिकतम परिचालन गति 120 किमी प्रति घंटे होगी। इसमें आरामदायक गद्देदार सीटों के साथ एर्गोनॉमिक रूप से डिजाइन किए गए 2×2 अनुप्रस्थ और अनुदैर्ध्य बैठने की व्यवस्था के साथ तीन-कार ट्रेनसेट हैं।