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Mumbai-Goa RoPAX Ferry Service: सड़क यातायात व्यवस्था को चाक चौबंद करने की तमाम योजनाओं के साथ अब भारत में जल परिवहन को बढ़ावा देने और पर्यटन को मजबूत करने के उद्देश्य से मुंबई और गोवा के बीच जल्द ही नई रोपैक्स फेरी सेवा शुरू होने जा रही है। यह सेवा यात्रियों के साथ-साथ वाहनों के परिवहन की सुविधा भी प्रदान करेगी। इस सेवा के शुरू होने से सड़क मार्ग की तुलना में यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा और यात्रियों को एक आरामदायक सफर का अनुभव मिलेगा।
मुंबई-गोवा के बीच शुरू होने वाली रोपैक्स फेरी सेवा यात्रियों, व्यापारियों और पर्यटकों के लिए एक वरदान साबित होगी। इससे न केवल यात्रा का समय कम होगा, बल्कि पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिलेगा। इस पहल से पर्यटन के साथ ही साथ व्यापारिक गतिविधियों में भी तेजी आने की संभावना है। यह सेवा भारत सरकार की सागरमाला परियोजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इस परियोजना के कुशल संचालन से यह देश के जल परिवहन क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है। आइए जानते हैं इस परियोजना से जुड़ी खास जानकारी के बारे में –
रोपैक्स फेरी सेवा क्या है (RoPAX Ferry Seva Kya Hai)?

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)
रोपैक्स फेरी (RoPax Ferry) एक ऐसी जल यातायात सेवा (Water Transport Service) होती है जिसमें यात्री और वाहन दोनों को एक साथ परिवहन किया जाता है। यह परंपरागत फेरी सेवा की तुलना में अधिक सुविधाजनक होती है क्योंकि इसमें यात्रियों के साथ कार, बाइक, ट्रक और अन्य वाहनों को भी एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सकता है। भारत में रोपैक्स फेरी सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए सागरमाला परियोजना के तहत विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।
मुंबई-गोवा रोपैक्स फेरी सेवा का महत्व
मुंबई और गोवा के बीच सड़क मार्ग से यात्रा करने में 10 से 12 घंटे का समय लगता है, जबकि ट्रेन से यह सफर 8 से 9 घंटे में पूरा होता है। लेकिन रोपैक्स फेरी सेवा शुरू होने से यह यात्रा केवल 6.5 घंटे में पूरी हो सकेगी। इससे न केवल समय की बचत होगी, बल्कि यातायात का दबाव भी कम होगा और ईंधन की खपत में भी कमी आएगी।
सेवा की प्रमुख विशेषताएं

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)
1. जहाज की क्षमता:
– इस फेरी में 620 यात्री एक साथ यात्रा कर सकते हैं।
– यह 60 कारों को ले जाने में सक्षम होगी।
2. यात्रा मार्ग:
– यह सेवा मुंबई के मझगांव फेरी घाट से गोवा के मोरमुगाओ पोर्ट के बीच संचालित होगी।
– पणजी में एक स्टॉपेज की योजना भी बनाई जा रही है।
3. यात्रा का समय:
– सड़क मार्ग की तुलना में आधे से भी कम समय (सिर्फ 6.5 घंटे) में यह यात्रा पूरी होगी।
4. पर्यावरणीय लाभ:
– फेरी सेवा से ईंधन की खपत कम होगी, जिससे कार्बन उत्सर्जन भी कम होगा।
5. टिकट दर और सब्सिडी:
– किराए की घोषणा अभी नहीं की गई है, लेकिन सरकार से के ईंधन सब्सिडी मिलने की संभावना है, जिससे यात्रा सस्ती होगी।
भारत में रोपैक्स सेवाओं का विस्तार
भारत सरकार देश के विभिन्न हिस्सों में जल परिवहन को बढ़ावा देने के लिए कई रोपैक्स फेरी सेवाओं की शुरुआत कर रही है। इनमें शामिल हैं:
– गुजरात में हजीरा-घोघा रोपैक्स सेवा
– महाराष्ट्र में रायगढ़ जिले में नई जेटी का निर्माण
– दिघी में नए औद्योगिक शहर को जोड़ने की योजना
यह सभी परियोजनाएं जल परिवहन को सुलभ और किफायती बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।
मुंबई-गोवा फेरी सेवा का पर्यटन पर प्रभाव
गोवा भारत का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है और हर साल लाखों पर्यटक यहां घूमने आते हैं। हवाई और सड़क मार्ग से आने के अलावा, यदि एक सीधी और आरामदायक जल यात्रा का विकल्प मिलता है, तो इससे पर्यटकों की संख्या में और वृद्धि होगी।
– पर्यटकों के लिए अधिक आरामदायक यात्रा:
– सड़क मार्ग की तुलना में कम समय में और बिना ट्रैफिक की परेशानी के यात्रा पूरी होगी।
– समुद्री यात्रा का अनुभव मिलेगा, जो पर्यटकों के लिए एक नया आकर्षण होगा।
– स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा:
– अधिक पर्यटकों के आने से स्थानीय होटल, रेस्तरां और पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।
– रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे।
व्यापार और माल परिवहन में सुधार
मुंबई और गोवा के बीच व्यापारिक गतिविधियां काफी अधिक हैं, खासकर मत्स्य पालन, कृषि उत्पाद और उद्योगों से जुड़ी वस्तुओं का आयात-निर्यात इस क्षेत्र में प्रमुख है।
– तेजी से माल परिवहन:
– इस रोपैक्स सेवा से व्यवसायों को अपने उत्पादों को तेजी से भेजने और मंगाने का अवसर मिलेगा।
– मछली उद्योग से जुड़े व्यापारियों के लिए यह सेवा बहुत फायदेमंद होगी क्योंकि ताजे समुद्री खाद्य उत्पादों को जल्दी से बाजार में पहुंचाया जा सकेगा।
– सस्ता और किफायती विकल्प:
– सड़क परिवहन की तुलना में यह सेवा कम ईंधन लागत और कम परिचालन खर्च वाली होगी, जिससे व्यापारियों को फायदा होगा।
तकनीकी और सुरक्षा सुविधाएं
इस फेरी सेवा को पूरी तरह से सुरक्षित और आधुनिक तकनीक से लैस बनाया गया है। कुछ प्रमुख सुरक्षा उपाय निम्नलिखित हैं:

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)
1. आधुनिक नेविगेशन सिस्टम:
– जहाज में जीपीएस आधारित ट्रैकिंग सिस्टम और रेडार होगा, जिससे खराब मौसम या आपातकालीन स्थिति में भी यात्रा सुरक्षित बनी रहेगी।
2. आपातकालीन सुविधाएं:
– जहाज में लाइफ जैकेट, लाइफ बोट और फायर फाइटिंग इक्विपमेंट की पूरी व्यवस्था होगी।
3. प्रशिक्षित क्रू मेंबर:
– सभी चालक दल के सदस्य आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए प्रशिक्षित होंगे।
भविष्य की योजनाएं
भारत में जल परिवहन को अधिक सुलभ बनाने के लिए कई योजनाएं बनाई जा रही हैं। यदि यह सेवा सफल होती है, तो भविष्य में अन्य मार्गों पर भी रोपैक्स फेरी सेवाओं की शुरुआत की जा सकती है। कुछ संभावित मार्ग इस प्रकार हैं:
– मुंबई-अलीबाग रोपैक्स सेवा
– कोच्चि-लक्षद्वीप फेरी सेवा
– चेन्नई-अंडमान निकोबार फेरी सेवा
इस योजना से प्रमुख लाभ
रोपैक्स फेरी सेवाओं से मिलने वाले लाभ की चर्चा करें तो इस योजना के संचालित होने से निम्न लाभ होने की उम्मीद की जा रही है-
समय की बचत (सिर्फ 6.5 घंटे में यात्रा)
यातायात और ट्रैफिक से बचाव
ईंधन और परिवहन लागत में कमी
पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा
पर्यावरण अनुकूल विकल्प
इस नई सेवा के शुरू होने से मुंबई और गोवा के बीच यात्रा करने वालों को एक नया, तेज और आरामदायक विकल्प मिलेगा, जिससे भारत के जल परिवहन क्षेत्र को एक नई दिशा मिलेगी।