Lalbaugcha Raja (Pic Credit-Social Media)
Lalbaugcha Raja Attraction: जैसे-जैसे गणपति बप्पा का त्योहार नजदीक आता है, सभी की निगाहें मुंबई के प्रसिद्ध लालबागचा राजा पर टिक जाती हैं। यहां की विशाल गणपति प्रतिमा 1934 से भक्तों की श्रद्धा से जुड़ी हुई है। पुतलाबाई चॉल में स्थित और लालबाग सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल में मनाया जाने वाला यह प्रतिष्ठित पंडाल अपनी भव्यता और अपने आगंतुकों की अटूट आस्था के लिए प्रसिद्ध है। हर साल मशहूर हस्तियों, व्यापारिक नेताओं और यहां तक कि अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों सहित हजारों भक्त आशीर्वाद लेने और अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए आते हैं।
7 से शुरू हो रही गणेश चतुर्थी
गणेश चतुर्थी 2024 इस साल 7 सितंबर से 17 सितंबर तक मनाई जाएगी। यह भव्य उत्सव, जिसे विनायक चतुर्थी के रूप में भी जाना जाता है, ज्ञान और समृद्धि के देवता भगवान गणेश के जन्म का प्रतीक है।
लालबागचा राजा के पूजा स्थल पर कब हो शामिल
गणेश चतुर्थी के दौरान भक्त सुबह से लेकर देर रात तक लालबागचा राजा के दर्शन कर सकते हैं।�
दर्शन का समय इस प्रकार है:(Timing For Darshan)
दर्शन: सुबह 5:00 बजे से रात 11:00 बजे तक
प्रातः पूजा: 6:00 बजे – 7:00 बजे
दोपहर की पूजा: दोपहर 1:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक
सायंकालीन पूजा: सायं 7:00 बजे – 8:00 बजे
प्रातः आरती: 7:00 बजे – 7:15 बजे
दोपहर की आरती: 1:00 बजे – 1:15 बजे
�दो कतारों में लगकर कर सकते है दर्शन
चमकदार सोने के आभूषणों से सजे लालबागचा राजा 11 दिनों तक खुशियों का केंद्र रहते है, जिसमें श्रद्धालु इस विस्मयकारी मूर्ति की एक झलक पाने के लिए उमड़ पड़ते हैं। आगंतुक दो कतारों में से चुन सकते हैं: एक मुख दर्शन (चेहरा देखना) और दूसरी नवसाची (जो लोग श्रद्धा के प्रतीक के रूप में मूर्ति के पैर छूना चाहते हैं) के लिए। हालांकि, भक्तों को लंबे समय तक प्रतीक्षा करने के लिए तैयार रहना चाहिए, खासकर नवसाची लाइन में।
आकर्षण का केंद्र भव्य मुकुट�
गणेश चतुर्थी के नज़दीक आते ही मुंबई के लालबागचा राजा ने अपने 2024 के अद्भुत अवतार को भक्तों के सामने पेश किया है। जिसमे उनके 20 किलो के भव्य सोने का मुकुट आकर्षण का एक प्रमुख केंद्र है। इसके साथ सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है, जिसकी कीमत 15 करोड़ रुपये है। लोकमत टाइम्स के अनुसार अनंत अंबानी और रिलायंस फाउंडेशन द्वारा प्रस्तुत इस उपहार ने इस प्रतिष्ठित उत्सव के उत्सव में एक उल्लेखनीय स्पर्श जोड़ा है। अनंत अंबानी का लालबागचा राजा से जुड़ाव 15 सालों से है। उनकी भागीदारी सिर्फ़ दिखावे तक सीमित नहीं है; वे विभिन्न पहलों के माध्यम से समिति का सक्रिय रूप से समर्थन भी करते रहे है।