Myanmar Travel Guide (Photos – Social Media)
Myanmar Travel Guide : भारत में घूमना हर किसी को पसंद है लेकिन एक समय ऐसा आता है जब लगता है कि इन राजनैतिक सीमाओं को ताक पर रखकर पूरी दुनिया देखी जाए। रंग, वेश-भूषा अलग हो सकती है लेकिन लोग तो वैसे ही होंगे ना, जैसे यहाँ हैं। अगर आप भी भारत से बाहर की दुनिया देखना चाहते हैं, तो शुरूआत ऐसी जगह से की जानी चाहिए जहाँ कम लोग जाते हों, जिसको लोग घूमने की लिस्ट में रखते ही ना हो। जब आप ऐसी जगह की खोज में होगे तो म्यांमार का नाम सबसे आगे आएगा। म्यांमार भारत का पड़ोसी देश है। इससे भारत के राज्य अपनी सीमाएँ शेयर करते हैं। अगर आप मेरी तरह एक बजट ट्रैवलर हैं जो फेमस से ज्यादा उन जगहों पर जाना पसंद करता है, जिनको कम एक्सप्लोर किया है तो म्यांमार आपके लिए एक बेहतरीन इंटरनेशनल डेस्टिनेशन है।
म्यांमार के लिए वीज़ा और टिकट (Visa And Ticket To Myanmar)
अगर आप पूर्वी इलाके में कहीं रहते हैं तो म्यांमार जाने का सबसे अच्छा रूट सड़क मार्ग है। इसके लिए आपको पहले इम्फाल पहुँचना होगा। जहाँ से मोरेह-तमु बाॅर्डर सिर्फ तीन घंटे की ड्राइव से पहुँच सकते हैं। यहाँ आपको म्यांमार में प्रवेश करने से पहले इमिग्रेशन प्रक्रिया पूरी करनी होती है। इंफाल के लिए आप कोलकाता, गुवाहाटी और दिल्ली से सस्ते में फ्लाइट मिल जाती है। अगर आप दक्षिण या पश्चिम भारत में कहीं भी रहते हैं, तो इंफाल की जगह आपको यंगून की फ्लाइट करनी चाहिए। यहाँ की टिकट इंफाल से सस्ती पड़ेगी। अगर आप मोरेह-तमू बाॅर्डर से म्यांमार जाते हैं तो आपको ई-वीजा लेना होगा। ई-वीजा 24 घंटे के भीतर जारी किया जाता है। अगर आप यंगून के लिए फ्लाइट ले रहे हैं तो आपको पहले से कोई वीज़ा लेना नहीं पड़ता। यहाँ एयरपोर्ट पर ही वीजा ऑन अराइवल उपलब्ध है। वीजा की लागत लगभग ₹3,500 है।
म्यांमार सुरक्षा (Myanmar Security)
आम तौर पर, म्यांमार में यात्रा करना काफी सुरक्षित है , विदेशियों के प्रति हिंसा या छोटे-मोटे अपराध बहुत कम या बिलकुल नहीं होते। सुरक्षा से जुड़ी एक चिंता यह है कि सार्वजनिक परिवहन के कारण अक्सर सड़क का बुनियादी ढांचा काफी खराब होता है। ऐसा होने पर, अतिरिक्त $5 खर्च करें और वीआईपी टिकट के लिए भुगतान करें। जब आप प्रत्येक स्थान पर पहुंचेंगे तो आप बहुत अधिक आरामदायक और शांत महसूस करेंगे।
म्यांमार के त्यौहार और उत्सव (Myanmar Festivals And Celebrations)
अधिकांश एशियाई देशों की तरह, त्यौहार और उत्सव मुख्य रूप से धार्मिक आयोजनों और तिथियों से जुड़े होते हैं। त्यौहारों को अक्सर नृत्य, परेड और धार्मिक कार्यक्रमों के साथ मनाया जाता है, इन त्यौहारों के दिनों में आना एक वास्तविक आनंद है, जिससे आपको उनकी संस्कृति की वास्तविक झलक मिलती है। इस देश का सबसे लोकप्रिय त्यौहार थिंगयान त्यौहार है जो बौद्ध त्यौहार है जिसे आमतौर पर 13-16 अप्रैल तक मनाया जाता है। इस त्यौहार के दौरान, सभी लोग पापों की सफाई के प्रतीक के रूप में एक बड़ी जल लड़ाई में शामिल होते हैं।
म्यांमार की भाषा (Myanmar Language)
म्यांमार में मुख्य भाषा बर्मी है, फिर भी लगभग 100 या उससे ज़्यादा अन्य बोलियाँ हैं जो आम तौर पर बोली जाती हैं। इस तथ्य को देखते हुए कि देश ने पिछले कुछ वर्षों में ही अन्य देशों के लिए अपने दरवाज़े खोले हैं, स्थानीय लोगों के बीच अंग्रेज़ी का स्तर अन्य दक्षिण-पूर्वी एशियाई देशों की यात्रा के समान नहीं है। हालाँकि, जो लोग पर्यटन उद्योग में काम करते हैं, उन्होंने तेज़ी से अनुकूलन किया है और आमतौर पर आसानी से संवाद करने में सक्षम हैं। ऐसा कहने के बाद, आप कुछ बुनियादी बर्मी वाक्यांश सीखना चाह सकते हैं !
म्यांमार में घूमने के स्थान (Places To Visit In Myanmar)
यांगोन शहर (Yangon City)
यांगोन भारत में मुम्बई जैसी चहल-पहल से भरपूर शहर है। इस शहर का सबसे बड़ा आकर्षण श्वेदागोन पगोडा है जो म्यांमार एक 99 मीटर ऊँचा सोने से ढका हुआ पगोडा और स्तूप है। यह कन्डोजी झील से पश्चिम में सिन्गुटरा पहाड़ी पर स्थित है और पूरे यांगोन शहर से ऊँचाई पर है। ये इस देश के सर्वाधिक पवित्र बौद्ध स्मारकों में से एक है। इस भव्य स्मारक के सोने के स्तूप पर हीरे तथा कई तरह के माणिक्य जड़े हुए हैं। यह बर्मा का सब से महत्वपूर्ण और शुभ पगोडा माना जाता है और इसमें पिछले पाँच बुद्धों की कुछ यादगारें मौजूद हैं जैसे काकूसंध की छड़ी, कोणगमन की पानी की छन्नी, कश्यप के वस्त्र का एक अंश और गौतम बुद्ध के बालों के आठ रेशे। इस शहर में कई बड़े-बड़े बाग-बगीचे होने के कारण इसे गार्डन सिटी ऑफ ईस्ट भी कहा जाता है। यंगून में ही विश्व प्रसिद्ध गोल्डन पगोडा है।
बहादुर शाह जफर की मजार (Tomb of Bahadur Shah Zafar)
प्रधानमंत्री मोदी अपने म्यांमार दौरे के दौरान भारत के अंतिम मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर की मजार पर भी जाएंगे। ये मजार म्यांमार के यंगून में है। बहादुर शाह जफर की मौत साल 1862 में 89 साल की उम्र में हुई थी और उन्हें ब्रिटिश हुकूमत ने म्यांमार के सबसे बड़े शहर यंगून में ही दफना दिया था।
बागान शहर
बागान म्यांमार में स्थित एक प्राचीन शहर है। यहीं पर है प्रसिद्ध बौद्ध धार्मिक स्थल आनंद मंदिर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आये। भारतीय पुरातत्व सर्वे ने आनंद मंदिर की मरम्मत के लिए सरहानीय काम किया है। ये अनेक शानदार मंदिरों का घर है। कुछ शानदार प्राचीन मंदिरों का नजारा बागान में सभी आकर्षणों को पीछे छोड़ देता है। यहां पर घास के विशाल मैदान हैं जहां बौद्धों के शानदार मठ हैं। यहां के भव्य स्मारक म्यांमार के शासकों की धर्मनिष्ठता का प्रमाण हैं। यहां अनेक पगोडे यानि बौद्ध स्तूप हैं। आनंद मंदिर के अलावा थाबिन्यू मंदिर भी देखने लायक है।
इनले झील (Inle Lake)
म्यांमार में इनले झील भी एक प्रमुख आकर्षण है। खूबसूरत पहाड़ियों के बीच यह विशाल ताजे पानी की झील चावल के खेतों से घिरी है। इस झील की एक खासियत पैरों से नौकाएं खेने वाले मछुआरे हैं। इसके लिए वे एक विशेष चप्पू का प्रयोग करते हैं जिसे अपनी एक टांग से धक्का देकर वे नावों को आगे बढ़ाते हैं। इनले झील अपने तैरते द्वीपों पर बाग-बगीचों और तैरते गांवों के लिए जानी जाती है। यहां के रंगबिरंगे तैरते बाजार आकर्षण का केन्द्र हैं।