
New Travel Trend: सर्दी के मौसम की शुरुआत के साथ पार्टी, मस्ती और डेस्टिनेशन ट्रिप का आलम भी छाने लगा है। लोग अपने अलग-अलग अंदाज में नए साल के स्वागत की तैयारियों का प्लान बना रहे हैं। अगर आप भी इस खास मौके पर भीड़-भाड़ और शोरगुल से दूर कुछ दिन बिल्कुल शांति में बिताना चाहते हैं तो इस बार होटल नहीं, आश्रम में रुकने का प्लान बनाइए। भारत में ऐसे कई आश्रम हैं जहां न सिर्फ शांत माहौल मिलता है बल्कि प्रकृति की गोद में योग, ध्यान और सात्विक जीवनशैली का अनुभव भी।
यहां कम खर्च में मन, शरीर और आत्मा को सुकून देने वाला अनुभव मिलता है, जो किसी भी होटल से कहीं अधिक यादगार होता है। आइए जानते हैं भारत में मौजूद उन सुख, शांति, सुकून और सुविधाओं से सम्पन्न आश्रमों के बारे में विस्तार से –
ईशा फाउंडेशन, कोयंबटूर
सद्गुरु द्वारा स्थापित ईशा योग केंद्र प्राकृतिक सुंदरता से घिरा एक विशाल आश्राम परिसर है। यहां मौजूद 112 फीट ऊंची आदियोगी की प्रतिमा सिर्फ देखने में ही भव्य नहीं है, बल्कि उसके आस-पास का माहौल मन को भीतर तक शांत कर देता है। यहां के ध्यान कार्यक्रम, ध्यालिंग में साधना, लिंग भैरवी दर्शन और प्रकृति के बीच ठहरने का अनुभव शरीर और मन दोनों के बीच गहरी शांति स्थापित करने का काम करता है। विशेषकर महाशिवरात्रि के समय यहां का वातावरण जीवंत और ऊर्जा से भरपूर होता है।
परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश
ऋषिकेश का परमार्थ निकेतन दुनिया भर के योग-प्रेमियों की पसंद है। गंगा के तट पर स्थित यह आश्रम भीतर तक शांति से भर देता है। सुबह की प्राणायाम सेशन, दिन में ध्यान का अभ्यास और शाम को होने वाली दिव्य गंगा आरती आपको एक अलग ही आध्यात्मिक अनुभव देती है। यहां की सात्विक भोजन व्यवस्था और शांत परिसर शरीर-मन को पूरी तरह रिलैक्स कर देते हैं। होटल की भीड़-भाग से दूर यहां बिताया गया समय अपने आप में एक आध्यात्मिक यात्रा जैसा होता है।
ओशो इंटरनेशनल मेडिटेशन रिज़ॉर्ट, पुणे
अगर आप आधुनिक जीवनशैली के साथ आध्यात्मिकता का मेल चाहते हैं, तो पुणे का ओशो इंटरनेशनल रिज़ॉर्ट आपके लिए बिल्कुल सही जगह है। यहां आपको मॉडर्न कम्फर्ट, हरियाली से भरा वातावरण और ओशो की विशेष एक्टिव मेडिटेशन तकनीकें सीखने का मौका मिलता है।
यहां का ज़ेन गार्डन, साइलेंस ज़ोन, बड़े खुले परिसर और शांतिपूर्ण रिदम आपकी ऊर्जा को नई दिशा देते हैं। अलग-अलग देशों से आए लोगों का एक साथ ध्यान करना अपने आप में एक अनोखा अनुभव होता है।
रामकृष्ण मिशन आश्रम, बेलूर मठ
स्वामी विवेकानंद द्वारा स्थापित यह आश्रम आध्यात्मिकता, सेवा और मानवीय मूल्यों का अद्भुत संगम है। गंगा किनारे स्थित विशाल बेलूर मठ का परिसर इतना शांत और दिव्य है कि यहां बस कुछ देर बैठना भी मन को हल्का कर देता है।
आश्रम में आयोजित ध्यान कार्यक्रम, सत्संग, भक्ति भाव और सादगीपूर्ण जीवनशैली आपको पूरी तरह से मेडिटेटिव अवस्था में ले जाते हैं। यहां परिवार के साथ स्टे करना एक शानदार आध्यात्मिक अनुभव साबित होता है।
आर्ट ऑफ़ लिविंग इंटरनेशनल सेंटर, बेंगलुरु
बेंगलुरु के बाहरी इलाके में स्थित आर्ट ऑफ लिविंग आश्रम हरियाली और प्राकृतिक शांति से घिरा है। यहां का विशाल 65 एकड़ का परिसर, झीलें, मेडिटेशन हॉल और योग केंद्र मन को शांत करते हैं। यहां आने वालों के लिए सुदर्शन क्रिया सबसे बड़ा आकर्षण है, जो हजारों लोगों को तनावमुक्त जीवन जीने में मदद करती है। आश्रम का वातावरण इतना सकारात्मक है कि यहां रुकते ही मन की उलझनें कम होने लगती हैं।
शिवानंद योग आश्रम, केरल
केरल के नेय्यर डैम के पास स्थित शिवानंद योग आश्रम योग साधना के लिए आदर्श स्थान है। यहां सदा हरा-भरा वातावरण, आयुर्वेद उपचार, सात्विक भोजन और योग अवकाश कार्यक्रम मुहैया कराए जाते हैं।
सुबह की योग कक्षाएं, दोपहर के ध्यान सत्र और शाम की शांत दिनचर्या मन को भीतर तक संतुलित करती है। यह उन लोगों के लिए खास है जो योग की लाइफस्टाइल अपनाना चाहते हैं।
औरोविल, पुदुचेरी
औरोविल सिर्फ आश्रम नहीं बल्कि एक आध्यात्मिक समुदाय है जहां दुनिया भर के लोग शांति, सदिच्छा और आत्म-विकास की खोज में आते हैं। यहां का मातृमंदिर मेडिटेशन का प्रमुख केंद्र है और इसका शांत वातावरण मन को गहरे ध्यान में ले जाता है। प्रकृति से घिरे गेस्ट हाउस, मिट्टी के घर, सामुदायिक भोजन और आत्मनिर्भरता की जीवनशैली इसे बेहद अनोखा अनुभव बनाते हैं।
फूल चट्टी आश्रम, ऋषिकेश
ऋषिकेश से थोड़ा आगे पहाड़ों की शांति में बसे फूल चट्टी आश्रम अपने 7-दिवसीय योग कार्यक्रम के लिए जाना जाता है। यहां सुबह नदी किनारे ध्यान, दिन में योग अभ्यास और शाम को शांत वातावरण में आध्यात्मिक चर्चा मन को भीतर तक रिलैक्स करती है।
यह उन लोगों के लिए परफेक्ट जगह है जो शहर के शोर से पूरी तरह दूर जाकर स्वयं से जुड़ना चाहते हैं।
अश्रम स्टे क्यों हैं आपकी छुट्टियों नया ज़ोन
आश्रम में रहना सिर्फ घूमने-फिरने जैसा अनुभव नहीं, बल्कि अंदरूनी शांति का एहसास देता है। यहां डिजिटल डिटॉक्स होता है, खाना सात्विक होता है, नींद बेहतर आती है और मन की उलझनें धीरे-धीरे शांत हो जाती हैं। होटलों की तुलना में यहां खर्च भी बहुत कम होता है और सबसे बड़ी बात है कि यहां मन की शांति का जो दिव्य अनुभव होता है वो आपके जीवन को नई दिशा प्रदान करता है। इसलिए अपने नए साल की शुरुआत इस बार इन आश्रम के आध्यात्मिक माहौल के बीच रहकर करें।
डिस्क्लेमर: दिए गए आश्रमों की जानकारी सामान्य अनुभवों और उपलब्ध स्रोतों पर आधारित है। यात्रा से पहले संबंधित आश्रम से ताज़ा विवरण और नियम ज़रूर चेक करें।


