
Odisha Bandh
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Odisha Bandh 17 July, 2025: ओडिशा में आज यानी 17 जुलाई को कांग्रेस और आठ विपक्षी दलों के आह्वान पर ‘ओडिशा बंद’ का जबरदस्त असर देखा गया। यह बंद फकीर मोहन ऑटोनॉमस कॉलेज की 20 वर्षीय छात्रा द्वारा आत्मदाह के प्रयास के बाद मौत हो जाने के खिलाफ बुलाया गया है। छात्रा ने यौन शोषण के बाद प्रशासनिक चुप्पी से टूटकर आत्मदाह किया था। जिसके बाद छात्रा तीन दिनों तक अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही थी, लेकिन आखिर में पीड़िता ने दम तोड़ दिया। इसी के विरोध में आज ओडिशा बंद है और इसके तहत दुकानें बंद हैं, सड़कें सुनसान हैं और प्रदर्शनकारी झंडे-बैनर लेकर न्याय की मांग करते दिखे।
ओडिशा बंद के तहत क्या बंद है और क्या खुला?
ओडिशा बंद के तहत आज कई जिलों में प्राइवेट और सरकारी बस सेवा प्रभावित है, बाजार बंद हैं। वहीं अस्पताल और स्वास्थ्य सेवा, जरूरी सेवा और दूध-सब्जी की दुकानें बंद नहीं हैं। इसी के साथ राज्य में कड़ी सुरक्षा है। पुलिस भी जगह-जगह पर तैनात है ताकि अगर स्थिति बिगड़े तो उसे तुरंत संभाला जा सके। सड़कों पर प्रदर्शनकारी न्याय की गुहार लगा रहे हैं।
‘ओडिशा बंद राजनीति नहीं, बेटियों की लड़ाई है’- भक्ता चरण दास
ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (OPCC) के अध्यक्ष भक्ता चरण दास ने कहा, “यह बंद किसी पार्टी के लिए नहीं, हर बेटी की सुरक्षा के लिए है। अगर आज नहीं जागे, तो कल हर कॉलेज खतरे में होगा।” वहीं कांग्रेस ने राज्य के शिक्षा मंत्री, स्थानीय विधायक, और सांसद के इस्तीफे की भी मांग की है। उन पर आरोप है कि उन्होंने छात्रा की शिकायतों को नजरअंदाज कर उसकी सुरक्षा की अनदेखी की।
विपक्ष की मांग, हो न्यायिक जांच
इस मामले में सीपीआई (एम) नेता सुरेश पाणिग्रही ने कहा कि पीड़िता ने हर जिम्मेदार व्यक्ति जैसे प्रिंसिपल, एसपी, कलेक्टर, शिक्षा मंत्री और सांसद, से मदद की गुहार लगाई, लेकिन सबने आंख मूंद ली। उन्होंने आगे मांग की कि मामले की न्यायिक जांच हो और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
राहुल गांधी ने पीड़िता के पिता से की बात
लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने छात्रा के पिता से फोन पर बात की और संवेदना जताई। उन्होंने सोशल मीडिया पर भी लिखा कि बेटी के संघर्ष और दर्द की आवाज उनके पिता की जुबान से महसूस की। यह केवल एक लड़की की मौत नहीं, पूरे समाज पर गहरा घाव है। साथ ही राहुल गांधी ने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाया कि इस मासूम की मौत कोई हादसा नहीं, बल्कि बीजेपी की व्यवस्था द्वारा किया गया सुनियोजित मर्डर है।