आर्टिफिशल इंटेलीजेंस (एआई) की दुनिया से अफसोसनाक खबर है। एआई की दिग्गज कंपनी ओपन एआई के पूर्व कर्मचारी सुचिर बालाजी सैन फ्रांसिस्को में अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए। सैन फ्रांसिस्को पुलिस और चीफ मेडिकल एग्जामिनर दफ्तर के अनुसार, बालाजी का शव 26 नवंबर को बुकानन स्ट्रीट स्थित उनके आवास पर मिला था। बालाजी एक प्रमुख व्हिसलब्लोअर थे जिन्होंने ओपनएआई की व्यावसायिक प्रथाओं के बारे में तमाम चिंता को उजागर किया था। इस वजह से एआई दिग्गज पर कई मुकदमे हो गए थे।
— Elon Musk (@elonmusk) December 14, 2024
टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलोन मस्क ने एक्स पर बालाजी की मौत पर प्रतिक्रिया देते हुए “हम्म” यानी हां लिखा है। मस्क और ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन के बीच इस समय कानूनी लड़ाई भी चल रही है।
सुचिर ने तीन महीने पहले ओपन एआई कंपनी द्वारा कॉपीराइट डेटा के इस्तेमाल को लेकर चिंता जताई थी। उसके तीन महीने बाद उन्होंने खुदकुशी की। सुचिर ने उस समय कहा था कि ओपन एआई जिस तरह से कॉपीराइट डेटा का गलत इस्तेमाल कर रहा है, इससे समाज को नुकसान होगा। यह चिंता जताने से पहले उन्होंने लगभग चार वर्षों तक ओपनएआई में काम किया था। उसी दौरान उनको तमाम बातें पता चलीं थीं।
हाल ही में सुचिर बालाजी ने जो एक बड़ा आरोप लगाया था, उसमें उन्होंने कहा था कि OpenAI ने एक बेहद सफल जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रोग्राम ChatGPT को विकसित करते समय अमेरिकी कॉपीराइट कानून का उल्लंघन किया है।
अभी जो शुरुआती खबरें आईं हैं उनके मुताबिक, बालाजी की मौत में किसी गड़बड़ी का कोई सबूत जांच के दौरान नहीं मिला है। पुलिस अभी इसे खुदकुशी मान रही है।
ओपनएआई छोड़ने का उनका फैसला उनके इस विश्वास से प्रेरित था कि कंपनी की तकनीक अंततः समाज को फायदे से ज्यादा नुकसान पहुंचाएंगी। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, “अगर आप मेरी चिंताओं को समझते हैं, तो एकमात्र विकल्प कंपनी छोड़ना है।” बालाजी ने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि ओपनएआई का बिजनेस मॉडल समग्र रूप से इंटरनेट ईको सिस्टम के लिए टिकाऊ नहीं है। एक्स पर, उन्होंने एक ट्वीट के साथ जनता का ध्यान आकर्षित किया जिसमें लिखा था, “मुझे शुरू में कॉपीराइट, उचित इस्तेमाल आदि के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी, लेकिन जेनएआई कंपनियों के खिलाफ दायर सभी मुकदमों को देखने के बाद मेरी दिलचस्पी बढ़ी। जब मैंने इस मुद्दे को बेहतर ढंग से समझने की कोशिश की, तो अंततः मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा कि कई जेनेरिक एआई उत्पादों के लिए उचित इस्तेमाल एक बहुत ही असंभव है।”
ओपनएआई में, बालाजी ने कई प्रोजेक्ट में हिस्सा लिया था। उन्होंने वेबजीपीटी पर काम किया, जो वेब पर खोज करने के लिए डिज़ाइन किया गया जीपीटी-3 का एक हिस्सा है। वह कथित तौर पर GPT-4 के लिए प्रीट्रेनिंग टीम, o1 के लिए रीज़निंग टीम का हिस्सा थे, और ChatGPT के लिए पोस्ट-ट्रेनिंग में योगदान दिया था।
ओपनएआई से पहले, उन्होंने कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले में कंप्यूटर विज्ञान में अपने करियर की नींव रखी। अपने कॉलेज के वर्षों के दौरान, बालाजी ने ओपनएआई और स्केल एआई में इंटर्नशिप के जरिये कीमती अनुभव प्राप्त किया, जिसके नतीजे में उन्हें ओपनएआई में फुलटाइम पद मिला था।