PM Modi Speech in Parliament : संसद के शीतकालीन सत्र का शनिवार को 15वां दिन है। लोकसभा में भारत के संविधान की 75वीं वर्षगांठ पर संविधान पर चर्चा के दूसरे यानि अंतिम दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विपक्ष के आरोपों का जवाब दे रहे हैं।��
पीएम के भाषण की 10 की मुख्य बातें
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि संविधान के 75 वर्ष की यात्रा यादगार है। यह एक उत्सव मनाने का पल है। मेरे लिए गर्व की बात है, ये संसद भी इस उत्सव में भाग लेकर भावनाओं को व्यक्त कर रही है। उन्होंने कहा कि 75 वर्ष की उपलब्धि साधारण नहीं है। भारत का नागरिक हर कसौटी पर खरा उतरा है, जो अभिनंदन का अधिकारी है। भारत का लोकतंत्र बहुत ही समृद्ध रहा है। विश्व के लिए प्रेरक रहा है। इसीलिए भारत आज मदर ऑफ डेमोक्रेसी के लिए जाना जाता है। उन्होंने कहा कि हम लोकतंत्र की जननी हैं।�
– उन्होंने कहा कि राजर्षि पुरुषोत्तमदास टंडन ने कहा था कि� सदियों के बाद हमारे देश में एक बार फिर ऐसी बैठक बुलाई गई है, जो हमारे मन में अपने गौरवशाली इतिहास की याद दिलाती है। जब हम स्वतंत्र हुआ करते थे, सभाएं आयोजित की जाती थीं, विद्धान लोग चर्चाएं की जाती थीं।
– उन्होंने कहा कि भारत का लोकतंत्र बहुत समृद्ध रहा है। यह हमारी संस्कृति और परंपरा में गहराई से निहित है। भारत के लोकतंत्र ने पूरी दुनिया को प्रेरित किया है। लोकतंत्र ने हमें हर चुनौती को पार करने और आगे बढ़ने की ताकत दी है।
– पीएम मोदी ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम का जिक्र किया और कहा कि यह अधिनियम महिलाओं के लिए मील का पत्थर साबित होगा। भारत में शुरुआत से ही महिलाओं को वोट देने का अधिकार है। संसद में भी महिलाओं की लगातार वृद्धि हो रही है।�
लोकसभा में 13 दिसंबर से दो दिवसीय संविधान पर चर्चा का आयोजन किया गया है। चर्चा के पहले दिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी सहित कई नेताओं ने अपने-अपने भाषण दिए। वहीं, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शनिवार को अपना भाषण दिया है। उन्होंने सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी पर करारा प्रहार किया है। उन्होंने बीजेपी और मोदी सरकार पर संविधान को बदलने का आरोप लगाया है।