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    Home » Politician Praful Patel Biography: भारतीय फुटबॉल की प्रगति, विमानन क्षेत्र में सुधार और संगठन की मजबूती में शानदार भूमिका के लिए जाने जाते हैं प्रफुल्ल पटेल
    राजनीति

    Politician Praful Patel Biography: भारतीय फुटबॉल की प्रगति, विमानन क्षेत्र में सुधार और संगठन की मजबूती में शानदार भूमिका के लिए जाने जाते हैं प्रफुल्ल पटेल

    By February 14, 2025No Comments6 Mins Read
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    Politician Praful Patel Biography In Hindi (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

    Politician Praful Patel Biography In Hindi: प्रफुल्ल पटेल की छवि एक कुशल प्रशासक और राजनेता के रूप में उभरी है, उन्होंने नागरिक उड्डयन मंत्रालय में रहते हुए विमानन क्षेत्र के विकास में अहम कदम उठाए। उनके कार्यकाल में प्रशासनिक सुधारों और नीतिगत फैसलों के लिए खास तौर से इन्हें जाना जाता है। प्रफुल्ल पटेल की सबसे महत्वपूर्ण पहचान फुटबॉल प्रशासन के क्षेत्र में है। एआईएफएफ के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने भारतीय फुटबॉल को अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत किया और देश में फुटबॉल की स्थिति को बेहतर करने के लिए कई प्रयास किए। वे फीफा काउंसिल के सदस्य भी रहे। उनके नेतृत्व में भारत में फुटबॉल के प्रति जागरूकता और खेल में विकास हुआ।

    प्रफुल्ल पटेल भारतीय राजनीति में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) से जुड़े रहे हैं। वह इस पार्टी के वरिष्ठ नेता रहें हैं। लंबे समय तक पार्टी के अहम पदों पर कार्य कर चुके हैं। वे पूर्व नागरिक उड्डयन मंत्री भी रह चुके हैं। भारतीय फुटबॉल संघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष के रूप में उनकी पहचान बन चुकी है। पटेल ने वर्ष 2023 में अजित पवार, छग्गन भुजबल समेत पार्टी के छह अन्य नेताओं के साथ शरद पवार का साथ छोड़ दिया। अजित पवार के नेतृत्व में एनडीए गठबंधन में शामिल हो गए थे।

    33 वर्ष की कम उम्र में प्रफुल्ल पटेल लगातार तीन बार यानी 10वीं, 11वीं और 12वीं लोकसभा के लिए चुने गए। 2009 में वे चौथी बार 15वीं लोकसभा के लिए चुने गए। इस बीच, प्रफुल्ल पटेल 2000 और 2006 में दो बार राज्यसभा के लिए चुने गए।

    प्रारंभिक जीवन और शिक्षा (Praful Patel Biography In Hindi)

    (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

    प्रफुल्ल पटेल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के मनोहरभाई पटेल के पुत्र हैं, जिन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा में गोंदिया का प्रतिनिधित्व किया था । इनका जन्म 17 फरवरी, 1957 को हुआ था। इन्होंने वर्षा पटेल, एक गुजराती व्यापारी की बेटी से शादी की। उनका परिवार गुजराती है और तम्बाकू समूह सीजे ग्रुप चलाता है।

    पटेल ने मुंबई के कैंपियन स्कूल और सिडेनहैम कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स से शिक्षा प्राप्त की। पटेल परिवार महाराष्ट्र के गोंदिया जिले में ’गोंदिया एजुकेशन सोसाइटी’ चलाता है, जो कला, वाणिज्य, इंजीनियरिंग, कानून, फार्मेसी, सूचना प्रौद्योगिकी, कंप्यूटर विज्ञान आदि सभी विषयों में 1,10,000 छात्रों को शिक्षा प्रदान करके युवाओं को आत्मनिर्भर बनने का मार्ग प्रशस्त करता है।

    मिला सम्मान (Praful Patel Awards)

    (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

    प्रफुल पटेल को वर्ष 2005 में (सेंटर फॉर एशिया पैसिफिक एविएशन) एविएशन मिनिस्टर ऑफ द ईयर से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार एशिया प्रशांत क्षेत्र के राष्ट्रीय मंत्री को दिया जाता है, जिन्होंने इस क्षेत्र में विमानन की प्रगति में सबसे अधिक योगदान दिया है। प्रमुख समाचार पत्रिका इंडिया टुडे ने 2006 में प्रफुल पटेल को नंबर 1 मंत्री का दर्जा दिया। उन्हें 2007 में इकोनॉमिक टाइम्स रिफॉर्मर ऑफ द ईयर अवार्ड से सम्मानित किया गया।

    राजनीतिक सफर (Praful Patel Political Career)

    (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

    प्रफुल्ल पटेल अपने राजनैतिक सफर में 2009 से 2022 तक भारत के एसोसिएशन फुटबॉल शासी निकाय अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष थे, जब प्रशासकों की समिति (सीओए) ने सर्वोच्च न्यायालय द्वारा नियुक्ति के बाद अंतरिम प्रशासन को संभाला। वह 2015 में बहरीन में आयोजित एएफसी कांग्रेस में एशियाई फुटबॉल परिसंघ के सैफ क्षेत्र के उपाध्यक्ष बने।

    दिसंबर 2016 में, उन्हें एशियाई फुटबॉल परिसंघ का वरिष्ठ उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया। 2017 में, वह चार साल की अवधि के लिए फीफा वित्त समिति के सदस्य बने। वह महाराष्ट्र के राज्य फुटबॉल शासी निकाय, वेस्टर्न इंडिया फुटबॉल एसोसिएशन के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य करते हैं ।

    राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की 25वीं वर्षगांठ पर पार्टी प्रमुख शरद पवार ने प्रफुल्ल पटेल और सुप्रिया सुले को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया।

    भारतीय महिला लीग के उद्घाटन संस्करण का किया शुभारंभ

    (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

    पटेल मनोहरभाई पटेल चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं, जो मनोहरभाई पटेल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, गोंदिया एजुकेशन सोसाइटी के अध्यक्ष, गोंडवाना क्लब, नागपुर लायंस इंटरनेशनल क्लब और मुंबई क्रिकेट क्लब को फंड देता है। प्रफुल्ल पटेल की योजना के अनुरूप एक महिला लीग का भी आरंभ किया गया।

    17 अक्टूबर , 2016 को भारत के कटक शहर में पहली बार महिला फुटबॉल लीग का ट्रायल शुरू हुआ। 24 जनवरी, 2017 को एआईएफएफ के अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने नई दिल्ली में भारतीय महिला लीग के उद्घाटन संस्करण का शुभारंभ किया। इसमें छह टीमों ने भाग लिया।

    1 दिसंबर, 2016 को पटेल को एशियाई फुटबॉल परिसंघ का वरिष्ठ उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया। इसके बाद भारत ने फीफा अंडर-17 विश्व कप भारत 2017 की मेज़बानी के अधिकार जीते और सितंबर 2016 में एएफसी अंडर-16 चैम्पियनशिप की मेज़बानी की। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ ने संयुक्त अरब अमीरात के अबू धाबी में आयोजित एएफसी के वार्षिक पुरस्कार 2016 में एएफसी डेवलपिंग मेंबर एसोसिएशन ऑफ द ईयर अवार्ड भी जीता है ।

    21 जनवरी, 2016 को प्रफुल्ल पटेल को लगातार तीसरी बार एआईएफएफ अध्यक्ष के रूप में निर्विरोध चुना गया। दिसंबर 2020 में अपना तीसरा कार्यकाल समाप्त होने के बावजूद अध्यक्ष चुनाव आयोजित करने में विफल रहने के बाद पटेल को सुप्रीम कोर्ट ने एआईएफएफ के अध्यक्ष पद से हटा दिया और उनकी जगह प्रशासकों की समिति (सीओए) को नियुक्त किया।

    लगे कई आरोप

    (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

    भारत से अक्टूबर 2022 में होने वाले 2022 फीफा यू-17 महिला विश्व कप सहित अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल टूर्नामेंटों की मेजबानी के अधिकार छीन लिए गए थे। अगस्त 2022 में, फीफा ने तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप पर अपने नियमों का उल्लंघन करने के लिए अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ को निलंबित कर दिया था। पटेल, जो दिसंबर 2020 में अपने तीसरे कार्यकाल की समाप्ति के बावजूद एआईएफएफ के अध्यक्ष के रूप में पद पर बने रहे थे, को सर्वोच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति द्वारा प्रतिस्थापित किया गया था।

    पटेल पर फीफा और एशियाई फुटबॉल परिसंघ से एक पत्र की व्यवस्था करके एआईएफएफ के निलंबन की साजिश रचने का आरोप लगाया गया था, जिसमें उन्हें अध्यक्ष पद पर बहाल नहीं किए जाने पर एआईएफएफ को निलंबित करने की धमकी दी गई थी। सर्वोच्च न्यायालय ने नियुक्त प्रशासकों की समिति को भंग कर दिया और 22 अगस्त को एआईएफएफ को दिन-प्रतिदिन का प्रबंधन का अधिकार हैंडओवर कर दिया। नागरिक उड्डयन मंत्री के रूप में कुछ आलोचनाएं थीं, जिसमें विमानन क्षेत्र के सुधार और एयरलाइन कंपनियों से जुड़ी कई समस्याएं शामिल थीं।

    उनके कार्यकाल में भारतीय फुटबॉल में सुधार की दिशा में प्रयास किए गए। लेकिन कुछ आलोचक उनकी नीतियों को लेकर आश्वस्त नहीं हैं। हालांकि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष के रूप में प्रफुल्ल पटेल ने भारतीय फुटबॉल को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत कर एक मजबूत पहचान कायम की।

    इसके अलावा उन्होंने फीफा अंडर-17 विश्व कप 2017 के सफल आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जो भारत में आयोजित पहला फीफा टूर्नामेंट था। प्रफुल्ल पटेल की उपलब्धियां भारतीय फुटबॉल, नागरिक उड्डयन, और भारतीय राजनीति के विभिन्न पहलुओं में महत्वपूर्ण रही हैं। उनका योगदान भारतीय फुटबॉल की प्रगति, विमानन क्षेत्र में सुधार, और उनके राजनीतिक जीवन में उनकी स्थिरता के रूप में याद किया जाएगा।

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