Priyanka Gandhi Loksabha Speech :�कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने लोकसभा में अपना पहला भाषण दिया है। उन्होंने भारतीय संविधान की 75वीं वर्षगांठ पर चर्चा करते हुए मोदी सरकार को जमकर घेरा और संविधान बदलने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि यदि लोकसभा में ये परिणाम नहीं आया होता तो संविधान बदलने का भी काम शुरू कर दिया गया होता। जानिए वो दस मुख्य बातें, जो प्रियंका गांधी ने अपने भाषण में कहीं।
ये हैं 10 मुख्य बातें
– प्रियंका गांधी ने कहा कि हमारा संविधान इंसाफ और अभिव्यक्ति की वह ज्योति है, जो हर हिंदुस्तानी के दिल में जलती है। संविधान ने ही हर किसी को अधिकार दिया कि वह सरकार बना भी सकता है और बदल भी सकता है।
– हमारा संविधान एक सुरक्षा कवच है, लेकिन सत्ता पक्ष ने बीते दस सालों में इसे तोड़ने का प्रयास किया है। ये सुरक्षा कवच आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक न्याय का है। सत्तापक्ष ने लेटरल एंट्री और निजीकरण के माध्यम से आरक्षण को कमजोर किया है। लोकसभा में यदि ये नतीजे नहीं आए होते तो संविधान बदलने का काम भी शुरू हो गया होता।
– – उन्होंने कहा कि संसद से जनता को उम्मीदें होती थीं कि सरकार महंगाई और बेरोजगारी पर बात करेगी। किसान, आदिवासी और महिलाओें पर बात होगी और उनकी भलाई के लिए कुछ होगा। उन्होंने सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि आज जो इतनी बात हो रही है, वह चुनाव की वजह से हो पा रही है। उन्होंने कि नारी शक्ति का अधिनियम लाया गया है, लेकिन उसे लागू क्यों नहीं किया जा रहा है। क्या नारी को 10 साल उसका इंतजार करना पड़ेगा।
– प्रियंका गांधी ने कहा कि आज जातिगत जनगणना की बात हो रही है, जिसे विपक्ष ने चुनाव के दौरान जोरदार तरीके से उठाया था। हालांकि सरकार में बैठे लोग चुनाव के दौरान मंगलसूत्र और भैंस चुराने की बात करते थे, इससे इनकी गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
– उन्होंने कहा कि देश की आजादी के लिए और देश के निर्माण में जिन महापुरुषों की भूमिका रही है, उनके योगदान को कभी मिटाया नहीं जा सकता है। सरकार के लोग भाषणों और पुस्तकों से भले ही उनका नाम हटा दें।
– प्रियंका गांधी ने कहा कि सत्ता पक्ष के लोग अतीत की बातें करते हैं। उन्होंने कहा कि सभी जिम्मेदारी जवाहरलाल नेहरू की है तो आपकी जिम्मेदारी क्या है। आपने क्या किया है, देश को बताईये। वर्तमान की बात करिए।
– उन्होंने कहा कि वायनाड से लेकर ललितपुर तक किसान परेशान है, जनता महंगाई से जूझ रही है। सरकार ने उनके लिए क्या किया है। आज देश में जो भी कानून बन रहे हैं, वह उद्योगपतियों के लिए बन रहे हैं। सरकार ने आर्थिक न्याय का सुरक्षा कवच तोड़ दिया है।�
– उन्होंने मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि पहले राजा भेष बदलकर जनता के बीच जाते थे और आलोचनाएं सुनते थे। था, लेकिन, आज के राजा को भेष बदलने का शौक है, लेकिन जनता के बीच जाने की हिम्मत नहीं है और न ही आलोचना सुनने की।
-� प्रियंका गांधी ने कहा कि देश भय से नहीं चलता है और जब भय सीमा को पार कर जाता है, तो उसमें एक शक्ति पैदा होती है। उस शक्ति के सामने कोई कायर नहीं टिक सकता है। उन्होंने कि देश कभी भी ज्यादा दिनों तक कायरों के हाथ में नहीं रहा है। ये देश उठेगा और लड़ेगा।
उन्होंने कहा कि देश की 142 करोड़ जनता देख रही है कि कैसे उसे नकार कर एक व्यक्ति को सभी संसाधान और अवसर दिए जा रहे हैं। सरकार ने देश के सभी कोल्ड स्टोरेज अडानी जी को दे दिए हैं। बंदरगाह, रेलवे, एयरपोर्ट, खदानें और सरकारी कंपनियां सिर्फ एक ही व्यक्ति को दी जा रही हैं।