
Raj Thackrey News (Social Media image).jpg
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India News: मुंबई में छिड़े भाषा विवाद को लेकर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के अध्यक्ष राज ठाकरे पर कड़ा प्रहार करते हुए, वरिष्ठ भाजपा नेता और हिंदू संघर्ष समिति के राष्ट्रीय महामंत्री अनूप पांडेय ने उन्हें ‘देश के अमन-चैन के लिए खतरा’ बताया है। पांडेय ने राज ठाकरे पर गुंडागर्दी करने और लगातार भाषा विवाद को हवा देने का आरोप लगाया है, जिससे मुंबई में रहने वाले उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, असम और बंगाल तक के करोड़ों लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
‘राज ठाकरे को रासुका के तहत जेल में डालना जरूरी’
अनूप पांडेय ने कहा कि राज ठाकरे के विघटनकारी और विखंडनकारी राजनीतिक षड्यंत्र के कारण मुंबई के साथ पूरे देश में माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा, “ऐसी स्थिति में राज ठाकरे को खुला छोड़ना देश के अमन-चैन के लिए खतरा है।” पांडेय ने मांग की कि मुंबई में बाहरी लोगों को सरेआम मारने-पीटने का ऐलान करने की गुंडागर्दी करने वाले राज ठाकरे को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत जेल में डालना जरूरी है।
बाल ठाकरे की विरासत और राजनीतिक महत्वाकांक्षा पर सवाल
अनूप पांडेय ने दुख व्यक्त किया कि जिस बाल ठाकरे ने हिंदू समाज की एकता और अखंडता को अपने खून-पसीने से सींचा, उन्हीं के परिवार के लोग आज हिंदुत्व को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं। उन्होंने उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे पर नफरत फैलाकर और क्षेत्रवाद को हवा देकर मुख्यमंत्री की कुर्सी पाने का ख्वाब देखने का आरोप लगाया। पांडेय ने कहा कि उन्हें यह मालूम होना चाहिए कि उनका यह सपना कभी पूरा नहीं होगा, क्योंकि मुंबई और पूरे देश की जनता राष्ट्र और समाज के विभाजन की मानसिकता रखने वाले किसी व्यक्ति को कभी सत्ता नहीं दे सकती।
मुंबई के विकास में ‘बाहरी लोगों’ का योगदान और 26/11 का जिक्र
अनूप पांडेय ने यह भी रेखांकित किया कि मुंबई के विकास में बाहरी लोगों का भी अमूल्य योगदान है। उन्होंने 26/11 मुंबई हमले का उदाहरण देते हुए कहा कि उस दौरान उत्तर प्रदेश, बिहार आदि प्रांत के लोगों ने ही अपनी जान की बाजी लगाकर मराठी लोगों के जीवन की भी रक्षा की थी। उस समय किसी ने क्षेत्र, जाति या धर्म नहीं देखा, सभी ने मानवता का परिचय दिया।
पांडेय ने राज ठाकरे से यूपी के मरीन कमांडो प्रवीण तेवतिया द्वारा पूछे गए उन सवालों का जवाब देने को कहा, जिसमें तेवतिया ने कहा था कि 26/11 के आतंकवादी हमले के दौरान राज ठाकरे के तथाकथित योद्धा छिप गए थे और खुद राज ठाकरे भी गायब रहे। तेवतिया ने गैर-मराठी होते हुए भी कई लोगों की जान बचाई थी, जिनमें कई मराठी भी शामिल थे।
‘सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाली राजनीति बर्दाश्त नहीं’
अनूप पांडेय ने 2008 में राज ठाकरे द्वारा यूपी-बिहार और अन्य राज्यों के लोगों के साथ की गई गुंडागर्दी की भी याद दिलाई, जब MNS कार्यकर्ताओं ने बाहरी लोगों को जगह-जगह मारा-पीटा था। उन्होंने चेतावनी दी कि हिंदू संघर्ष समिति भाषा और क्षेत्रवाद के नाम पर देश और हिंदू समाज को बांटने की राजनीति किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी।
पांडेय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से इस मामले में राज ठाकरे के खिलाफ तत्काल कठोर कार्रवाई करने की मांग की, ताकि मुंबई में रहने वाले बाहरी लोग भयमुक्त होकर रह सकें। उन्होंने कहा कि अगर राज ठाकरे पर तत्काल रासुका के तहत शिकंजा नहीं कसा गया, तो हिंदू संघर्ष समिति सड़क से सदन तक संघर्ष करेगी।