
Rajasthan hai ab Global Hub for Destination Wedding: राजस्थान इन दिनों सिर्फ पर्यटन का नहीं बल्कि भारत का सबसे बड़ा रॉयल डेस्टिनेशन वेडिंग हब बन चुका है। यहां की हवेलियां, महल, झीलें और रेगिस्तानी मनमोहक दृश्य हर कपल को अपनी ओर खींचते हैं। यही कारण है कि देश -विदेश के कपल्स, एनआरआई परिवार, उद्योगपति और सेलिब्रिटीज अपने बच्चों की शादी राजस्थान में करवाना प्रतिष्ठा और परंपरा का अनूठा संगम मानते हैं। जयपुर, उदयपुर, जोधपुर, जैसलमेर, पुष्कर और रणथंभौर अब विवाह समारोहों के लिए दुनिया की पसंदीदा लोकेशन बन गई हैं।
हाल ही में ‘पुष्पा’ फेम रश्मिका मंधाना और विजय देवरकोंडा ने अपनी शादी के लिए उदयपुर को चुना, जबकि इससे पहले परिणीति, राघव चड्ढा, प्रियंका चोपड़ा, निक जोनस, हार्दिक, नताशा जैसे कई हाई-प्रोफाइल जोड़े यहां अपनी ड्रीम वेडिंग कर चुके हैं। राजस्थान में एक शादी पर 50 लाख से 10 करोड़ रुपए तक खर्च होना आम हो गया है और कई समारोह इससे भी कई गुना बड़े पैमाने पर आयोजित किए जाते हैं।
उदयपुर – झीलों की नगरी और शाही वेडिंग्स का केंद्र
उदयपुर को देश में डेस्टिनेशन वेडिंग की राजधानी कहा जाता है। आने वाले दो महीनों में यहां करीब 50 बड़ी शादियां होने जा रही हैं। झीलों की पृष्ठभूमि, राजसी महल और एविएशन से लेकर हॉस्पिटैलिटी तक की मजबूत सुविधाएं इसे दुनिया की सबसे खूबसूरत वेडिंग लोकेशन बनाती हैं। ताज लेक पैलेस, द ओबेरॉय उदयविलास, द लीला पैलेस, जग मंदिर पैलेस, राफेल्स और ललित लक्ष्मी विलास जैसे प्रतिष्ठित वेन्यू कपल्स को फिल्मों जैसा अनुभव देते हैं। परिणीति और राघव चड्ढा से लेकर ईशा अंबानी के प्री-वेडिंग तक, कई ग्लैमर से भरे समारोह यहां हो चुके हैं।
होटल मालिक समीर बाबेल कहते हैं, ‘पिछले पांच साल में डेस्टिनेशन वेडिंग में 40-50 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। एनआरआई और सेलिब्रिटी ग्राहक खासतौर पर शाही महलों और झीलों के पास बुकिंग करते हैं। इस अवधि में केवल उदयपुर में हम लगभग 150-200 करोड़ रुपये का कारोबार कर रहे हैं। छोटे होटल और रिसॉर्ट्स भी इस बढ़ती मांग से लाभ उठा रहे हैं।’
जोधपुर – रॉयल शादियों का केंद्र
जोधपुर अपने नीले रंग के पुराने शहर, विशाल किलों और राजपूती संस्कृति के कारण कपल्स के बीच बेहद लोकप्रिय है। इस सीजन में यहां 50 से 60 रॉयल वेडिंग होने का अनुमान है, जिससे लगभग 25 करोड़ रुपए का व्यापार होने की उम्मीद है। मेहरानगढ़ किला, उम्मेद भवन पैलेस और बालसमंद लेक पैलेस जैसे स्थान यहां आने वालों को शाही युग का एहसास कराते हैं। प्रियंका चोपड़ा और निक जोनस की भव्य शादी ने उम्मेद भवन पैलेस को विश्व स्तर पर चर्चित वेडिंग वेन्यू बना दिया।
वेडिंग ऑर्गनाइज़र रीटा शर्मा बताती हैं, ‘हमारी टीम मेहरानगढ़ और उम्मेद भवन जैसी लोकेशन में बारात, फोटोग्राफी, डेकोरेशन और एंटरटेनमेंट का संपूर्ण इंतजाम करती है। राजस्थान में हर शादी में लोक कलाकार, संगीत और स्थानीय कलाएं जोड़कर इसे अविस्मरणीय बनाया जाता है। यहां हर कपल चाहता है कि उनकी शादी केवल एक रस्म नहीं, बल्कि एक यादगार अनुभव बने।’
जयपुर – सबसे बड़ा लग्जरी वेडिंग सर्किट
राजधानी जयपुर अपने विशाल होटल नेटवर्क और आसानी से उपलब्ध वेडिंग सेवाओं के कारण सबसे व्यस्त वेडिंग डेस्टिनेशन बन चुका है। दिल्ली रोड पर 80 से अधिक, अजमेर रोड पर 15 से अधिक, सीकर रोड पर 25 से अधिक और जेएलएन मार्ग – टोंक रोड पर 10 से ज्यादा होटल व रिसोर्ट डेस्टिनेशन वेडिंग्स के लिए लगातार बुक रहते हैं। जयपुर में हर माह 150 से 200 करोड़ रुपए का कारोबार केवल शादी उद्योग से ही हो रहा है, जिससे हजारों स्थानीय लोगों को रोजगार मिल रहा है।
होटल मैनेजर विकास मेहता का कहना है, ‘वेडिंग सिज़न में हर होटल का ऑक्युपेंसी लगभग 90 प्रतिशत रहती है। हॉस्पिटैलिटी, डेकोरेशन, मनोरंजन और लॉजिस्टिक जैसे हाथी, घोड़े और ऊंट की सुविधाओं में निवेश करना आम है। छोटे होटल से लेकर फाइव स्टार तक सभी को इस उद्योग से निरंतर फायदा हो रहा है।’
राजस्थान के धार्मिक स्थल – नई वेडिंग पसंद
महलों और किलों के साथ अब वेडिंग इंडस्ट्री में धार्मिक स्थान भी काफी लोकप्रिय हो रहे हैं। खाटूश्यामजी, नाथद्वारा, पुष्कर, रणकपुर, सालासर, नाकोड़ा, ओसिया और सामोद जैसे धार्मिक स्थल परंपरा और अध्यात्म का ऐसा दिव्य माहौल देते हैं जिसे कई कपल अपनी शादी का हिस्सा बनाना चाहते हैं। फेरे लेने के बाद परिवार सहित प्रभु के दर्शन करने की परंपरा एक नई लाइफस्टाइल ट्रेंड बन रही है।
वेडिंग प्लानर रीटा शर्मा बताती हैं, ‘धार्मिक स्थल पर शादी में परिवार को आध्यात्मिक अनुभव के साथ राजसी उत्सव का अनुभव भी मिलता है। यह नया चलन तेजी से लोकप्रिय हो रहा है, खासकर एनआरआई और प्रवासी भारतीयों में।’
वेडिंग इंडस्ट्री को मिल रहा बड़ा आर्थिक फायदा
राजस्थान की अर्थव्यवस्था में डेस्टिनेशन वेडिंग इंडस्ट्री का योगदान हर महीने लगातार बढ़ रहा है। इवेंट, सजावट, कैटरिंग, मनोरंजन, लाइटिंग, फिल्मिंग और हॉस्पिटैलिटी पर 5 लाख से लेकर एक करोड़ रुपये तक खर्च होना सामान्य है। हाथी, घोड़े और ऊंट का शाही अंदाज वाली बारातें राजस्थान की पहचान बन चुकी हैं। होटल के रूम रेंट में भी बड़ा अंतर है। साधारण होटल में प्रति व्यक्ति 5 से 7 हजार, थ्री-स्टार में 10 से 15 हजार, फोर-स्टार में 25 से 40 हजार और लग्जरी फाइव-स्टार में 35 से 60 हजार रुपए तक का खर्च आता है। इन बड़े आयोजनों से इवेंट कंपनियों, फोटोग्राफर्स, लोक कलाकारों, फूड कैटरर्स, साउंड -लाइटिंग टीम, ट्रैवल एजेंसियों और लोकल मार्केट को निरंतर काम मिलता है। युवाओं के लिए यह उद्योग रोजगार का स्थायी माध्यम बन चुका है। हजारों युवा इवेंट मैनेजमेंट, होटल, कैटरिंग और लोकल आर्टिस्ट के रूप में इस उद्योग से जुड़े हैं।
होटल मालिक समीर बाबेल का कहना है, ‘राजस्थान में डेस्टिनेशन वेडिंग न केवल शाही अनुभव देता है, बल्कि हजारों लोगों के लिए स्थायी रोजगार का स्रोत भी बन चुका है। यह उद्योग छोटे शहरों के विकास में भी मदद कर रहा है।’
क्यों राजस्थान ही है कपल्स की पहली पसंद?
राजस्थान की खासियत इसकी अनूठी शाही वास्तुकला, ऐतिहासिक विरासत, सुरक्षित पर्यटन माहौल और बड़े पैमाने पर उपलब्ध लग्जरी होटल नेटवर्क है। यहां के लोकगीत, नृत्य और राजस्थानी व्यंजन हर शादी को खास बनाते हैं। राजस्थान में सूरज ढलते ही रेगिस्तान का बदलता रंग, झीलों का शांत और ठंडा वातावरण और आलीशान महलों की भव्यता जैसे मनमोहक दृश्य किसी भी शादी को यादगार बना देते हैं। राजस्थान आज वह स्थान बन गया है जहां शादी केवल रस्म नहीं बल्कि एक शाही अनुभव बन जाती है। जिसे परिवार पीढ़ियों तक संजोकर रखता है।


