
Red River Of Rohtas: बिहार इन दिनों चुनाव की वजह से काफी चर्चाओं में है। हालांकि बिहार सिर्फ चुनाव की वजह से ही चर्चा में नहीं बना हुआ है, बल्कि अधिकतर ही बिहार पर कुछ ना कुछ चर्चाएं होती रहतीं है। बिहार की बात होती है तो दिमाग में बहुत सी चीजें आती हैं, जैसे यहां का पसंदीदा भोजन, लोकगीत, पर्यटन स्थल आदि। बिहार से जुड़ी कई बातें आप जानते होंगे, लेकिन क्या आप यहां की खूनी नदी के बारे में जानते हैं? जी हां! खूनी नदी! अब तक आप सभी ने तरह-तरह की नदियां देखी होंगी, लेकिन क्या आपने खूनी नदी देखी है? यदि नहीं! तो चलिए हम आपको बिहार में मौजूद यहां की खूनी नदी के बारे में बताते हैं, जो बेहद डरावनी दिखती है।
बिहार के इस जगह मौजूद है खूनी नदी
बिहार में एक से बढ़कर एक अजूबे हैं, और उन्हीं में से एक खूनी नदी भी है। खूनी नदी जिसे देख लगता है कि खून की नदी बह रही है, जी हां! क्योंकि उस नदी का पानी बिल्कुल खून की तरह लाल है, लेकिन जब आप उसके पीछे का रहस्य जानेंगे तो आप चौंक जाएंगे। बता दें कि ये खूनी नदी बिहार के रोहतास के तिलौथू गांव में स्थित है। नदी का पानी खून की तरह लाल होने की वजह से यह नदी आकर्षण का केंद्र बनी रहती है। दूर दूर से लोग इस नदी को देखने आते हैं और पहली नजर में इसे देख हैरान रह जाते हैं, क्योंकि उसे देख बिल्कुल ऐसा लगता है मानो खून की धारा बह रही हो।
बिहार के रोहतास के तिलौथू गांव में मौजूद खूनी नदी को दूर से देख बिल्कुल ऐसा ही लगता है कि जैसे खून की धारा बह रही हो, लेकिन जैसे-जैसे आप इस नदी के पास पहुंचेंगे, सच कुछ और ही निकलेगा। दूर से खून जैसे दिख रही नदी का पानी आप अपने हाथों में लेंगे तो ये बिल्कुल नॉर्मल पानी की तरह दिखाई देता है, जी हां! लेकिन वहीं जब ये बहती रहती है तो ये बिल्कुल खून की धारा की तरह लगती है। अब यकीनन आप सोच रहें होंगे कि भला ये कैसे हो सकता है, तो चलिए अब हम आपको इसकी वजह भी बताते हैं।
क्यों खून की तरह दिखता है नदी का पानी
खूनी नदी के नाम से मशहूर बिहार की ये नदी तिलौथू की पहाड़ियों के पास से निकलती है, जहां से ये नदी निकलती है उस समय वहां का पानी बाकी नदियों जैसा ही दिखता है, लेकिन जैसे-जैसे यह नीचे की तरफ बढ़ने लगती है, पानी धीरे-धीरे खून के रंग की तरह गहरा लाल हो जाता है, इतना ही नहीं बल्कि आसपास की मिट्टी का रंग भी गहरा लाल हो जाता है। पानी का रंग यूं अचानक बदलना कोई चमत्कार नहीं है, बल्कि इसके पीछे साइंटिफिक वजह है। साइंटिफिक वजह है कि इस नदी के पानी में आयरन की काफी ज्यादा मात्रा है, हवा में मौजूद ऑक्सीजन के संपर्क में आने के बाद आयरन रासायनिक रूप से रिएक्ट कर देता है, यही वजह है कि इस नदी का पानी लाल रंग का हो जाता है। जहां एक तरफ ये साइंटिफिक वजह बताई जाती है, वहीं दूसरी ओर स्थानीय लोगों की भी अलग-अलग कहानियां हैं, उनका कहना है कि ये नदी श्रापित है, यहां आत्माओं का बसेरा है, इस वजह से यहां का पानी खून की तरह लाल है।


