
Story of the Forts of Russia (Image Credit-Social Media)
Story of the Forts of Russia (Image Credit-Social Media)
Russia Famous Forts Story and History in Hindi: रूस, दुनिया का सबसे बड़ा देश, न सिर्फ अपनी विशालता और ठंडी साइबेरियाई हवाओं के लिए मशहूर है, बल्कि अपने ऐतिहासिक किलों और उनसे जुड़ी रहस्यमयी कहानियों के लिए भी जाना जाता है। ये किले सिर्फ पत्थर और ईंटों की इमारतें नहीं, बल्कि समय की गहराइयों में छिपे राज, साजिशें और अनसुलझे रहस्यों का खजाना हैं। चाहे वो मॉस्को का क्रेमलिन हो या सेंट पीटर्सबर्ग का पीटर और पॉल किला, हर जगह की अपनी कहानी है, जो सुनने वाले को रोमांच से भर देती है। तो चलिए, इन किलों के कुछ रोचक रहस्यों को खोलते हैं और देखते हैं कि क्या बनाता है इन्हें इतना खास।
क्रेमलिन: मॉस्को का दिल और इसके अनसुलझे राज
मॉस्को का क्रेमलिन रूस का सबसे मशहूर किला है, जो न सिर्फ देश की राजनीतिक राजधानी का प्रतीक है, बल्कि सैकड़ों सालों की कहानियों का गवाह भी। इसे 12वीं सदी में बनाया गया था और तब से ये रूस के ज़ार, सोवियत नेताओं और अब रूसी सरकार का गढ़ रहा है।

एक बड़ा रहस्य है क्रेमलिन के नीचे बनी गुप्त सुरंगें। कहते हैं कि इन सुरंगों का जाल इतना विशाल है कि ये पूरे मॉस्को शहर के नीचे फैला हुआ है। इनका इस्तेमाल ज़ार अपने दुश्मनों से बचने, जासूसी करने या गुप्त मुलाकातों के लिए करते थे। कुछ लोग तो ये भी कहते हैं कि इन सुरंगों में आज भी खजाने छिपे हैं, जो सोवियत काल में गायब हो गए।
एक और रोचक कहानी है इवान द टेरिबल की आत्मा की। 16वीं सदी के इस क्रूर ज़ार की मौत के बाद, कई गार्ड्स और कर्मचारियों ने दावा किया कि उन्होंने क्रेमलिन के गलियारों में उसकी छाया देखी। कुछ का कहना है कि उसका भूत आज भी अपने खोए हुए खजाने की तलाश में भटकता है।
क्रेमलिन की घंटियों का रहस्य भी कम दिलचस्प नहीं। कहा जाता है कि कुछ खास रातों में, बिना किसी के छुए, क्रेमलिन की पुरानी घंटियां अपने आप बजने लगती हैं। क्या ये हवा का खेल है या कुछ और? कोई नहीं जानता।
पीटर और पॉल फोर्ट्रेस: सेंट पीटर्सबर्ग का भूतिया ठिकाना
सेंट पीटर्सबर्ग में स्थित पीटर और पॉल फोर्ट्रेस 1703 में पीटर द ग्रेट ने बनवाया था। ये किला रूस की समुद्री ताकत का प्रतीक था, लेकिन इसकी जेलें इसे और भी मशहूर बनाती हैं।

इस किले की जेल में रूस के कई बड़े क्रांतिकारियों, राजकुमारों और विद्रोहियों को कैद किया गया। कहते हैं कि इन कैदियों की आत्माएं आज भी किले के अंधेरे कोनों में भटकती हैं। रात में ड्यूटी करने वाले गार्ड्स ने कई बार अजीब सी आवाजें और कदमों की आहट सुनी है।
एक खास रहस्य है ज़ार पीटर III की हत्या का। 1762 में उनकी रहस्यमयी मौत के बाद, कई लोगों ने दावा किया कि उन्होंने किले में उनकी आत्मा को देखा। कुछ कहते हैं कि पीटर III का भूत अपनी पत्नी कैथरीन द ग्रेट से बदला लेने के लिए भटकता है, जिसने उनकी हत्या करवाकर सत्ता हथिया ली थी।
किले के कैथेड्रल में रखे गए ज़ारों के ताबूत भी रहस्य का हिस्सा हैं। कुछ लोग कहते हैं कि रात में इन ताबूतों से अजीब सी खटपट की आवाजें आती हैं, जैसे कोई बाहर निकलने की कोशिश कर रहा हो।
स्मोलेंस्क किला: भूतों का बसेरा
स्मोलेंस्क शहर में स्थित ये किला 16वीं सदी में बनाया गया था और रूस-पोलैंड युद्धों का गवाह रहा है। इसकी मोटी दीवारें और विशाल बुर्ज इसे एक अभेद्य किला बनाते हैं, लेकिन इसके रहस्य इसे और भी खास बनाते हैं।

स्थानीय लोग बताते हैं कि किले के आसपास रात में अजीब सी रोशनी दिखती है, जिसे वो “भूतों की लालटेन” कहते हैं। कुछ का मानना है कि ये उन सैनिकों की आत्माएं हैं, जो युद्ध में मारे गए और अब भी अपने घर लौटने की कोशिश कर रहे हैं।
एक और कहानी है एक गुप्त कक्ष की, जहां माना जाता है कि स्मोलेंस्क के एक राजकुमार ने अपने खजाने को छिपाया था। कई खोजकर्ताओं ने इस खजाने को ढूंढने की कोशिश की, लेकिन कोई सफल नहीं हुआ। कुछ का कहना है कि खजाना शापित है और जो इसे ढूंढने की कोशिश करता है, वो गायब हो जाता है।
किले के एक हिस्से में एक पुराना कुआं है, जिसके बारे में कहा जाता है कि इसमें एक राजकुमारी की आत्मा बसती है। उसकी कहानी दुखद है – उसे उसके प्रेमी से अलग करने के लिए कुएं में फेंक दिया गया था। आज भी कुछ लोग कहते हैं कि रात में कुएं से रोने की आवाजें आती हैं।
नोवगोरोड क्रेमलिन: प्राचीन रहस्यों का खजाना
वेलिकी नोवगोरोड में बना ये क्रेमलिन रूस के सबसे पुराने किलों में से एक है, जिसकी नींव 11वीं सदी में पड़ी थी। ये किला न सिर्फ रूस की सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है, बल्कि कई अनसुलझे रहस्यों का केंद्र भी।

एक बड़ा रहस्य है नोवगोरोद के प्राचीन ग्रंथों का। कहते हैं कि किले के नीचे एक गुप्त पुस्तकालय है, जिसमें 9वीं सदी के कुछ ऐसे दस्तावेज हैं, जो रूस के इतिहास को पूरी तरह बदल सकते हैं। कई इतिहासकारों ने इस पुस्तकालय को ढूंढने की कोशिश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।
किले के एक हिस्से में एक पुराना चर्च है, जहां रात में अजीब सी प्रार्थनाओं की आवाजें सुनाई देती हैं। स्थानीय लोग मानते हैं कि ये उन पुजारियों की आत्माएं हैं, जो मंगोल आक्रमणों के दौरान मारे गए थे।
एक और दिलचस्प कहानी है “नोवगोरोद की घंटी” की। इस घंटी को 16वीं सदी में इवान द टेरिबल ने जब्त कर लिया था, क्योंकि स्थानीय लोग इसके जरिए विद्रोह की योजना बनाते थे। कहते हैं कि घंटी को हटाने के बाद से किले में अजीब सी घटनाएं होने लगीं, जैसे कि रात में अपने आप घंटी की आवाज सुनाई देना।
रूस के किलों से जुड़ी कुछ और रोचक बातें
रूस के किले सिर्फ सैन्य ठिकाने नहीं थे, बल्कि ये सत्ता, संस्कृति और धर्म के केंद्र भी थे। हर किले की अपनी एक अलग पहचान है, जो इसे रहस्यमयी बनाती है।
कई किलों में गुप्त कमरे और सुरंगें हैं, जिनका इस्तेमाल ज़ार और उनके परिवार वाले आपातकाल में भागने के लिए करते थे। इनमें से कुछ सुरंगें आज भी अनदेखी हैं और इनके बारे में सिर्फ किंवदंतियां मौजूद हैं।
रूस की ठंडी सर्दियां और लंबी रातें इन किलों को और भी रहस्यमयी बनाती हैं। सर्दियों में जब बर्फ से ढके ये किले चांदनी रात में चमकते हैं, तो ऐसा लगता है जैसे कोई पुरानी कहानी जीवंत हो उठी हो।
स्थानीय लोग और पर्यटक अक्सर इन किलों में अजीब अनुभवों की बात करते हैं, जैसे कि ठंडी हवा का झोंका, बिना वजह की छायाएं, या अचानक सुनाई देने वाली आवाजें। क्या ये सचमुच भूत हैं, या सिर्फ दिमाग का वहम? ये सवाल आज भी अनसुलझा है।
क्या है इन रहस्यों का सच?
रूस के किलों से जुड़े रहस्यों का सच जानना मुश्किल है, क्योंकि ये कहानियां सदियों से चली आ रही हैं। कुछ लोग इन्हें सिर्फ लोककथाएं मानते हैं, तो कुछ का मानना है कि इनमें कुछ न कुछ सच्चाई जरूर है।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखें, तो कई बार पुरानी इमारतों में होने वाली अजीब घटनाएं हवा, ध्वनि, या प्रकाश के खेल का नतीजा हो सकती हैं। लेकिन फिर भी, इन कहानियों का रोमांच कम नहीं होता।
रूस का इतिहास युद्धों, क्रांतियों और साजिशों से भरा हुआ है। शायद यही वजह है कि इन किलों से जुड़ी कहानियां इतनी डरावनी और आकर्षक लगती हैं।
अगर आप कभी रूस जाएं, तो इन किलों को जरूर देखें। हो सकता है, आपको भी कोई रहस्यमयी अनुभव हो, जो आपकी जिंदगी की सबसे रोमांचक कहानी बन जाए।
रूस के किले न सिर्फ ऐतिहासिक धरोहर हैं, बल्कि वे एक ऐसी दुनिया के द्वार भी खोलते हैं, जहां इतिहास, रहस्य और किंवदंतियां एक साथ मिलते हैं। क्रेमलिन की गुप्त सुरंगों से लेकर स्मोलेंस्क के भूतिया कुएं तक, हर किले की अपनी कहानी है, जो सुनने वाले को हैरान कर देती है। ये किले रूस के गौरवशाली अतीत और उसके रहस्यमयी पक्ष को बयां करते हैं। तो अगली बार जब आप रूस की सैर पर जाएं, इन किलों को जरूर एक्सप्लोर करें और कौन जानता है, शायद आपको भी कोई राज पता चल जाए।