Dhandhroul Dam in Sonbhadra: यूपी की खूबसूरती में चांद लगाने के लिए आपको यहां जंगल सफारी से लेकर पहाड़ और कई खूबसूरत झरने व जलप्रपात भी देखने को मिलते है। राज्य का सोनभद्र जिला प्रकृति नजारों से धनी माना जाता हैं। यहां आपको पर्याप्त पेड़ पौधे जंगल के साथ छोटे बड़े कई तरह के जलप्रपात भी देखने को मिल जायेंगे। यहां हम आपको उन्हीं में से एक खूबसूरत स्पॉट के बारे में बताने जा रहे है..
प्रदेश का खूबसूरत डैम
सोनभद्र में एक डैम को धंधरौल बांध के नाम से जाना जाता है । यह भारत के उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में रॉबर्ट्सगंज – चुर्क मार्ग पर रॉबर्ट्सगंज से लगभग 23 किमी दूर स्थित है। यह बांध घाघर नदी पर बनाया गया है। इसके जलाशय के पानी का उपयोग यहाँ से निकलने वाली नहरों जैसे घाघर नहर द्वारा निकटवर्ती जिलों मिर्जापुर , चंदौली और सोनभद्र में सिंचाई के लिए किया जाता है।धनरौल बांध का पानी रॉबर्ट्सगंज को पीने के पानी की आपूर्ति करता है। यह बांध घाघर नदी पर बना है और इसे घाघर बांध भी कहा जाता है।
पर्यटक के लिए बेहतरीन विकल्प
धनधरौल बांध की खूबसूरती को देखने बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंचते है। बरसात के दिनों में अक्सर यहां पर भीड़ देखने को मिलती है। जब बांध के गेट खोल दिए जाते है। जिससे और मनोहर नजारा दिखता है। इस शानदार प्रकृति नजारों के बीच लोग फोटोशूट कराने प्रकृति को अनुभव करने के लिए पहुंचते है।
कैसे पहुंचे यहां?
आप यहां पर खुद को गाड़ी से सड़क द्वारा भी पहुंच सकते है, वहीं बस की सुविधा भी आपको जिले में आसानी से मिल जाती है। लेकिन शहर से कुछ दूर होने के कारण निजी वाहन से यहां आना ज्यादा उचित विकल्प होता है। इससे आपको देर सवेर होने पर परिवहन के लाए परेशान नहीं होना पड़ेगा।
प्राचीन बांध में से एक
यह खूबसूरत बांध घाघर नदी के ऊपर सोनभद्र जिले में रॉबर्ट्सगंज के पास 1917 में धंधरौल बांध बनाया गया था। यह भारत के प्राचीन विरासत में से एक है, इसे अंग्रेजो के हुकूमत के समय बनाया गया था। इस बांध को ब्रिटिश शासन काल में ही बनाया गया था। इसे घाघर बांध भी कहा जाता है। इस बांध के निर्माण से लेकर आजतक राबर्ट्सगंज शहर को पानी की आपूर्ति की जाती है। यह उस क्षेत्र में सिंचाई का मुख्य स्रोत है।