Famous Mata Mandir In Varanasi (Pic Credit-Social Media
Varanasi Famous Banglamukhi Mandir: बनारस के प्रसिद्ध बंगलामुखी काली मां मंदिर के बारे में सुना है? यह मंदिर लोगों के बीच बहुत प्रसिद्ध है कारण है इसकी धार्मिक मान्यता। कहा जाता है कि बंगलामुखी मां के दर्शन करने से सभी पाप कट जाते है, हर तरह के दुखों से निजात मिलती है। इसके अतिरिक्त यदि कोई बड़े काम में रुकावट या बाधा आती है जिससे काम पूरा नहीं होता तो यहां दर्शन करने मात्र से बाधा दूर हो जाती है। यह मंदिर माता के भव्य रूप के दर्शन के लिए भक्तों को आकर्षित करता है।
नाम: मां बंगलामुखी धाम(Maa Banglamukhi Dham)
लोकेशन: नवाबगंज, दुर्गाकुंड, जवाहर नगर कॉलोनी, भेलूपुर, वाराणसी
समय: सुबह 11:30 बजे से 5:30 बजे तक
वैसे तो बंगलामुखी माता का प्रमुख मंदिर मध्य प्रदेश राज्य में है, लेकिन बनारस में भी मान का प्रतिरूप लोगों के बीच प्रसिद्ध है ।मां बंगलामुखी हिंदू धर्म में एक शक्तिशाली देवी हैं, जिन्हें बंगाल क्षेत्र में विशेष रूप से पूजा जाता है। वह देवी दुर्गा का एक रूप हैं और उनकी पूजा अक्सर शक्ति और सुरक्षा के लिए की जाती है।
कौन है मां बंगलामुखी?
बंगलामुखी का अर्थ है “बंगाल की मुखी” या “बंगाल की स्वामिनी”। उनकी पूजा मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल, असम और अन्य पूर्वी भारतीय राज्यों में की जाती है। मां बंगलामुखी को अक्सर एक शक्तिशाली और क्रोधित देवी के रूप में चित्रित किया जाता है, जो अपने भक्तों की रक्षा करती हैं और उनके शत्रुओं को पराजित करती हैं। उनकी पूजा से व्यक्ति को शक्ति, साहस और सुरक्षा प्राप्त होती है। मां बंगलामुखी के मंदिर भारत के विभिन्न हिस्सों में स्थित हैं, और उनकी पूजा विशेष रूप से नवरात्रि और दुर्गा पूजा के दौरान की जाती है।
बंगलामुखी का प्रमुख मंदिर
माँ बंगलामुखी मंदिर नलखेड़ा, लखुंदर नदी के तट पर, आगर, मध्य प्रदेश, भारत के शहर में स्थित है। यह मंदिर देवी बगलामुखी को समर्पित है, जो माँ दुर्गा का एक रूप हैं। इस मंदिर की स्थापना महाराजा युधिष्ठिर ने महाभारत पर विजय पाने के लिए भगवान कृष्ण के निर्देश पर की थी।
बंगलामुखी जयंती हर साल वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाते हैं। बंगलामुखी जयंती के दिन मां बंगलामुखी की पूजा करने का विधान है।