Waterfalls Near Prayagraj (Photos – Social Media)
Waterfalls Near Prayagraj : प्रयागराज भारत का एक बहुत ही खूबसूरत स्थान है जो पर्यटकों के बीच अपनी हसीन वादियो और सुंदर स्थान के लिए प्रसिद्ध है। अगर आप भी सुंदर और सुरम्य वादियों का आनंद लेना चाहते हैं तो आपके यहां पर जरूर जाना चाहिए। कल कल करती नदी ऊंचाई से गिरते झरने और जीव जंतु यह सब कुछ आपके यहां देखने को मिल जाएगा। उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश सीमा पर विंध्य पर्वत श्रृंखला में प्रयागराज और उसके आसपास के क्षेत्र मौजूद है और यहां की प्राकृतिक छटा बहुत ही मनोहारी है। मानसून का मौसम लगते ही यहां की प्राकृतिक सुंदरता देखने लायक हो जातीहै। मौसम सुहाना होने पर पर्यटक भी यहां पर घूमने के लिए पहुंचने लगते हैं। चलिए हम आपको बताते हैं कि आप यहां पर कहां-कहां घूम सकते हैं और कौन से वॉटरफॉल यहां मौजूद है।
चचाई वॉटरफॉल�प्रयागराज�(Chatchai Waterfall�Prayagraj)
यह जलप्रपात प्रयागराज से 110 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद है। मध्य प्रदेश के रीवा से इसकी दूरी 42 किलोमीटर पड़ती है। यह मध्य प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा जलप्रपात है। इसके आसपास के हरियाली सैलानियों का दिल जीत लेती है। यह वॉटरफॉल 175 मीटर चौड़ा और 115 मीटर गहरा है। इतनी ऊंचाई से जब पानी गिरता है तो नजारे देखने लायक होते हैं।
पुरवा वॉटरफॉल��प्रयागराज�(Purva Waterfall�Prayagraj)
यह जलप्रपात प्रयागराज से 120 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद हर मध्य प्रदेश के निवासी है 30 किलोमीटर दूर पड़ता है। रीवा सिमरिया रोड पर मौजूद यह खूबसूरत वॉटरफॉल हरियाली से घिरा हुआ है। यह झरना दूध की तरह सफेद दिखाई देता है। यह 70 मीटर की ऊंचाई से गिरता है और दूर-दूर से लोग इसे देखने के लिए यहां पर पहुंचते हैं।
केवटी जल प्रपात�प्रयागराज�(Keoti Water Falls�Prayagraj)
प्रयागराज से 100 किलोमीटर दूर पड़ता है और रीवा से इसकी दूरी 40 किलोमीटर पड़ती है। यह मोहना नदी पर बना हुआ है और मानसून में इसकी खूबसूरती देखने लायक होती है। यह भारत का 24 व सबसे ऊंचा झरना है और 130 मीटर की ऊंचाई से गिरता है। ऊपर से गिरते हुए पानी का खूबसूरत नजारा किसी का भी दिल जीत सकता है। यहां आस-पास हरियाली और पहाड़ दिखाई देते हैं जो इसकी सुंदरता को बढ़ाने का काम करतेहैं।
बहुती जलप्रपात�प्रयागराज�(Bahuti Waterfall�Prayagraj)
प्रयागराज से 95 किलोमीटर दूर है और रीवा से इसकी दूरी 80 किलोमीटर पड़ती है। यह मध्य प्रदेश का सबसे ऊंचा जलप्रपात है जो सेलर नदी पर बना हुआ है। यह 198 मीटर ऊंचा है। इतनी ऊंचाई से जब यह गिरता है तो मनमोहक नजारा पेश करता है। बड़ी संख्या में सैलानी इस मनोरम दृश्य को कैमरा में कैद करने के लिए यहां पर पहुंचते हैं।