Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Trending
    • अकेला पड़ता ईरान और ‘उम्मत’ का छद्म!
    • मैंने भारत-पाक युद्ध रुकवाया, मुझे पाकिस्तान से प्यार: डोनाल्ड ट्रंप
    • इसराइल के खिलाफ जंग में ईरान अकेला क्यों पड़ गया है?
    • क्या अमेरिका ईरान पर बड़ा हमला करने की तैयारी कर रहा है?
    • तमिलनाडु की कीलडी सभ्यता पर केंद्र से विवाद, ASI निदेशक को क्यों हटाया गया?
    • Satya Hindi News Bulletin। 18 जून, शाम तक की ख़बरें
    • Satya Hindi News Bulletin। 18 जून, सुबह तक की ख़बरें
    • कर्नाटक में बाइक टैक्सी पर लगा ब्रेक-ओला, उबर, रैपिडो को झटका…क्या अन्य राज्य भी उठा सकते हैं यही कदम
    • About Us
    • Get In Touch
    Facebook X (Twitter) LinkedIn VKontakte
    Janta YojanaJanta Yojana
    Banner
    • HOME
    • ताज़ा खबरें
    • दुनिया
    • ग्राउंड रिपोर्ट
    • अंतराष्ट्रीय
    • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • क्रिकेट
    • पेरिस ओलंपिक 2024
    Home » औरगंजेब पर संघ के नजरिए से योगी आदित्यनाथ, केशव का बयान अलग क्यों
    भारत

    औरगंजेब पर संघ के नजरिए से योगी आदित्यनाथ, केशव का बयान अलग क्यों

    By March 20, 2025No Comments4 Mins Read
    Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email

    भारत में और खासकर महाराष्ट्र में मुगल शासक औरंगजेब पर बीजेपी नेताओं की आक्रामक बयानबाजी जारी है। इस सिलसिले में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और बीजेपी नेता संगीत सोम के बयान देखे जा सकते हैं। लेकिन इन नेताओं के बयान आरएसएस के स्टैंड से बिल्कुल अलग है। आरएसएस प्रवक्ता सुनील अंबेकर ने एक दिन पहले जो बयान दिया था, पहले उसे जानिए।

    सुनील अंबेकर ने कहा- “सवाल यह है कि क्या औरंगजेब आज प्रासंगिक हैं अगर हां, तो क्या उनका मकबरा हटाया जाना चाहिए जवाब है कि वह प्रासंगिक नहीं हैं। किसी भी प्रकार की हिंसा समाज के लिए हानिकारक है।” उन्होंने हिंसा को रोकने और शांति बनाए रखने की अपील की। आरएसएस पदाधिकारी के बयान का अर्थ यही है कि औरंगजेब का मुद्दा अब प्रासंगिक नहीं है। जब वो प्रासंगिक नहीं है तो उनकी कब्र हटाने का मुद्दा भी बेकार है। औरंगजेब के नाम पर हिंसा समाज के लिए नुकसानदेह है। 

    अब योगी आदित्यनाथ के बयान पर नजर डालिए। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को बहराइच में कहा कि आक्रमणकारियों का महिमामंडन करना, जिन्होंने भारत की धरोहर पर हमला किया और इसके लोगों को अपमानित किया, देशद्रोह के समान है, जिसे ‘नया भारत’ कभी स्वीकार नहीं करेगा। आदित्यनाथ ने उन ऐतिहासिक व्यक्तियों का जश्न मनाने के खिलाफ चेतावनी दी, जिन्होंने सनातन संस्कृति को नष्ट करने की कोशिश की।

    मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा, “आक्रमणकारियों का महिमामंडन करना मतलब देशद्रोह की जड़ों को मजबूत करना है। नया भारत उन लोगों को कभी स्वीकार नहीं करेगा जो हमारे महान पूर्वजों का अपमान करते हैं और उन लोगों की प्रशंसा करते हैं जिन्होंने हमारी सभ्यता पर हमला किया, हमारी महिलाओं का अपमान किया और हमारे विश्वास पर चोट पहुंचाई।”

    उन्होंने आगे कहा, “जब पूरी दुनिया भारत की समृद्ध धरोहर को स्वीकार कर रही है, तो हर नागरिक का कर्तव्य है कि वे हमारे महान नेताओं का सम्मान बनाए रखें, न कि उन लोगों की प्रशंसा करें जिन्होंने हमारी पहचान को मिटाने की कोशिश की।”

     - Satya Hindi

    यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य

    उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी आरएसएस से अलग लाइन लेते हुए कहा, “जो लोग औरंगजेब जैसे आक्रमणकारियों को सम्मान देते हैं, वे भारत माता के सच्चे सपूत नहीं हो सकते। सनातन संस्कृति पर आघात करने वालों को महिमामंडन करना न केवल देशद्रोह है, बल्कि यह हमारे शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों का भी अपमान है। नया भारत अब जाग चुका है और ऐसी सोच को कभी बर्दाश्त नहीं करेगा।”

     - Satya Hindi

    बीजेपी नेता संगीत सोम

    बीजेपी नेता और पूर्व विधायक संगीत सोम, जो पहले भी विवादित बयानों के जाने जाते हैं, ने कहा, “औरंगजेब और उसके जैसे लोगों ने हमारे मंदिरों को तोड़ा, हमारी संस्कृति को कुचलने की कोशिश की। आज अगर कोई इनका गुणगान करता है, तो वह हमारे इतिहास के साथ विश्वासघात कर रहा है। उत्तर प्रदेश और नया भारत अब ऐसे लोगों को सबक सिखाएगा। सनातन धर्म की रक्षा हमारा संकल्प है, और महाकुंभ इसका जीवंत उदाहरण है।” उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह लोगों ने बाबरी मस्जिद को गिराया, उसी तरह मथुरा-काशी को भी हासिल करेंगे। बता दें कि मथुरा ईदगाह कृष्ण जन्मभूमि मामला अदालत में चल रहा है।

    यूपी के इन तीन नेताओं के बयानों को देखिए और फिर आरएसएस प्रवक्ता का बयान पढ़िए। आरएसएस इशारा कर रहा है कि औरंगजेब अब प्रासंगिक नहीं है और यूपी के ये तीनों नेता औरंगजेब से पहले और बाद वाले मुगल बादशाहों को आक्रमणकारी बताकर मुद्दे खड़े कर रहे हैं। नागपुर हिंसा से पहले आरएसएस से जुड़े विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल ने प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि अगर औरंगजेब की कब्र नहीं हटाई गई तो उसका हाल बाबरी मस्जिद जैसा करेंगे। महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने दोनों संगठनों के बयान का समर्थन किया। स्पष्ट है कि सारे बयान योजनाबद्ध तरीके से दिए जा रहे हैं। योगी आदित्यनाथ, केशव और संगीत सोम आरएसएस से बड़े नहीं हैं। लेकिन आरएसएस के बयानों को तीनों ने सम्मान नहीं दिया।

    बता दें कि नागपुर हिंसा में विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल वालों पर भी दंगा करने की एफआईआर दर्ज हुई है। इनके कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी होती, उससे पहले इन लोगों ने थाने में सरेंडर कर दिया। पुलिस ने फौरन ही तीन-तीन हजार के निजी मुचलके पर इन लोगों को थाने से ही छोड़ दिया। 

    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleएनटीए ने जारी की सिटी इंटिमेशन स्लिप, जानें पूरी जानकारी
    Next Article Azamgarh News: कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने बयान पर सफाई दी, कहा- ‘मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया गया’

    Related Posts

    अकेला पड़ता ईरान और ‘उम्मत’ का छद्म!

    June 18, 2025

    मैंने भारत-पाक युद्ध रुकवाया, मुझे पाकिस्तान से प्यार: डोनाल्ड ट्रंप

    June 18, 2025

    इसराइल के खिलाफ जंग में ईरान अकेला क्यों पड़ गया है?

    June 18, 2025
    Leave A Reply Cancel Reply

    ग्रामीण भारत

    गांवों तक आधारभूत संरचनाओं को मज़बूत करने की जरूरत

    December 26, 2024

    बिहार में “हर घर शौचालय’ का लक्ष्य अभी नहीं हुआ है पूरा

    November 19, 2024

    क्यों किसानों के लिए पशुपालन बोझ बनता जा रहा है?

    August 2, 2024

    स्वच्छ भारत के नक़्शे में क्यों नज़र नहीं आती स्लम बस्तियां?

    July 20, 2024

    शहर भी तरस रहा है पानी के लिए

    June 25, 2024
    • Facebook
    • Twitter
    • Instagram
    • Pinterest
    ग्राउंड रिपोर्ट

    केरल की जमींदार बेटी से छिंदवाड़ा की मदर टेरेसा तक: दयाबाई की कहानी

    June 12, 2025

    जाल में उलझा जीवन: बदहाली, बेरोज़गारी और पहचान के संकट से जूझता फाका

    June 2, 2025

    धूल में दबी जिंदगियां: पन्ना की सिलिकोसिस त्रासदी और जूझते मज़दूर

    May 31, 2025

    मध्य प्रदेश में वनग्रामों को कब मिलेगी कागज़ों की कै़द से आज़ादी?

    May 25, 2025

    किसान मित्र और जनसेवा मित्रों का बहाली के लिए 5 सालों से संघर्ष जारी

    May 14, 2025
    About
    About

    Janta Yojana is a Leading News Website Reporting All The Central Government & State Government New & Old Schemes.

    We're social, connect with us:

    Facebook X (Twitter) Pinterest LinkedIn VKontakte
    अंतराष्ट्रीय

    पाकिस्तान में भीख मांगना बना व्यवसाय, भिखारियों के पास हवेली, स्वीमिंग पुल और SUV, जानें कैसे चलता है ये कारोबार

    May 20, 2025

    गाजा में इजरायल का सबसे बड़ा ऑपरेशन, 1 दिन में 151 की मौत, अस्पतालों में फंसे कई

    May 19, 2025

    गाजा पट्टी में तत्काल और स्थायी युद्धविराम का किया आग्रह, फिलिस्तीन और मिस्र की इजरायल से अपील

    May 18, 2025
    एजुकेशन

    ISRO में इन पदों पर निकली वैकेंसी, जानें कैसे करें आवेदन ?

    May 28, 2025

    पंजाब बोर्ड ने जारी किया 12वीं का रिजल्ट, ऐसे करें चेक

    May 14, 2025

    बैंक ऑफ बड़ौदा में ऑफिस असिस्टेंट के 500 पदों पर निकली भर्ती, 3 मई से शुरू होंगे आवेदन

    May 3, 2025
    Copyright © 2017. Janta Yojana
    • Home
    • Privacy Policy
    • About Us
    • Disclaimer
    • Feedback & Complaint
    • Terms & Conditions

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.