
Bihar Band (photo credit: social media)
Bihar Band (photo credit: social media)
Bihar Band: बिहार में विशेष गहन मतदाता सूची पुनरीक्षण (SIR) के खिलाफ विपक्षी दलों द्वारा बुलाए गए बिहार बंद ने आज 9 जुलाई यानी बुधवार को पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया है। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी खुद पटना पहुंचे और एयरपोर्ट के पास सड़क पर गाड़ी रोककर कांग्रेस नेताओं से मुलाकात की। राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन ने आयकर गोलंबर से लेकर मुख्य निर्वाचन कार्यालय तक जबरदस्त विरोध मार्च की घोषणा की है।
महागठबंधन का तर्क है कि 11 दस्तावेजों की अनिवार्यता आम गरीब लोगों के लिए बहुत बड़ा बोझ है, जिससे उनके नाम मतदाता सूची से हटाए जा सकते हैं। इसे विपक्ष ने ‘वोटबंदी की साजिश’ बताया है।
राजनीतिक शक्ति प्रदर्शन:
बिहार बंद के दौरान राहुल गांधी के स्वागत में पटना के प्रमुख चौकों और सड़कों को उनके पोस्टरों से पाट दिया गया। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने कहा, “जब-जब लोकतंत्र पर हमला हुआ है, राहुल गांधी ने सड़कों पर संघर्ष किया है।”
राज्यभर में उग्र प्रदर्शन
पटना सचिवालय स्टेशन: कांग्रेस और पप्पू यादव के नेतृत्व में ट्रेन रोककर विरोध किया गया। इससे रेल सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित रहीं।
कटिहार में NH-31 और SH-77 जाम: हजारों प्रदर्शनकारियों ने सुबह से ही चक्का जाम किया हुआ है, जिससे घंटों ट्रैफिक बाधित रहा।
गांधी सेतु और रामाशीष चौक: राजद विधायक मुकेश रौशन के नेतृत्व में प्रवेशद्वारों पर आंदोलन तेज किया गया, जिससे ट्रैफिक ठप रहा।
दानापुर-मनेर में NH-30: टायर जलाकर ‘वोटबंदी नहीं चलेगी’ के नारे लगाए गए।
बाढ़ में NH-31 जाम: जल गोविंद चौक पर सुबह से ही राजद कार्यकर्ता एक्टिव रहे, जिससे आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
प्रशासन की सतर्कता
पटना में 50 से ज्यादा मजिस्ट्रेट और तकरीबन 600 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। संवेदनशील क्षेत्रों में कड़ी निगरानी बढ़ा दी गई है। प्रशासन ने आम जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है।
बता दे, बिहार में लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा को लेकर विपक्ष का यह बंद व्यापक रूप लेता दिख रहा है। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की सड़कों पर उतरने से यह आंदोलन और भी तेज होता दिख रहा है। आने वाले दिनों में यह मुद्दा और तेज़ राजनीतिक बहस को उजागर कर सकता है।